एक साल से खड़ी स्कूल बसें कैसे दें टेक्स- ddnewsportal.com
एक साल से खड़ी स्कूल बसें कैसे दें टेक्स
हिमाचल प्रदेश निजी स्कूल संघ पांवटा साहिब ने उठाई कर माफ करने की मांग, कोरोना की दौहरी मार से स्कूलों को बचाने का सरकार से किया आग्रह
बसें एक साल से सडकों और स्कूल परिसर मे जहां तहां खड़ी है। इसलिए वह टेक्स देने मे असमर्थ है। यह बात हिमाचल प्रदेश निजी स्कूल संघ पांवटा साहिब की बैठक मे स्कूल संचालकों ने कही और सरकार से टेक्स माफ करने की मांग उठाई। दरअसल, संघ की बैठक बीकेडी स्कूल पांवटा में आयोजित हुई जिसकी अध्यक्षता इकाई अध्यक्ष महेंद्र सिंह राठौर ने की। इसमें निजी
स्कूलों के मौजूदा विषम हालतों समेत अन्य कईं मांगों और दिक्कतों पर भी मंथन किया गया। स्कूल संचालकों ने बैठक में सरकार से कोरोना महामारी के चलते एक वर्ष से सड़कों व स्कूल परिसरों मे खड़ी निजी स्कूलों की बसों का टैक्स माफ करने की मांग उठाई। स्कूल संचालकों ने कहा कि पिछले एक वर्ष से अधिक समय से निजी शिक्षण संस्थान बंद है। इसके कारण स्कूलों की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय हो चुकी है। विशेषकर ऐसे स्कूल जो कि ग्रामीण अंचल में बसे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में प्रदेश सरकार से आग्रह है कि अन्य संस्थाओं की भांति निजी स्कूलों को भी आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। सरकार ऐसे निजी विद्यालयों में पढ़ा रहे अध्यापकों के वेतन की भी व्यवस्था करें, अन्यथा ऐसे अध्यापकों का भी रोजगार जाता रहेगा। निजी स्कूलों की एक वर्ष से बसें सड़क पर नहीं चल सकी हैं। इसलिए निजी स्कूलों के खुलने तक सरकार स्कूल बसों का टैक्स माफ करें। बैठक में अध्यक्ष महेन्द्र सिंह राठौर सहित महासचिव अक्षय शर्मा, यशपाल सैनी, ललित शर्मा, हरीश चौधरी, वंदना बंसल, आरती पराशर, विमला जिंदल, नेक राम, रणवीर सिंह, भूपेन्द्र सिंह, विमला चौहान, पदम सिंह आदि निजी स्कूल संचालक मौजूद रहे।