15 दिन बाद जिंदगी से जंग हार गया सेना का जवान ddnewsportal.com
15 दिन बाद जिंदगी से जंग हार गया सेना का जवान
गत दिनों शिलाई क्षेत्र मे मोटरसाइकिल सहित गहरी खाई मे गिरने से हुआ था घायल, आर्मी अस्पताल चंडीगढ़ मे चल रहा था उपचार
कार्तिक तोमर-शिलाई
गत दिनो मोटरसाइकिल दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल शिलाई क्षेत्र के आरआर इलेवन रेजिमेंट के जवान ने आर्मी अस्पताल चंडीगढ़ में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है। ट्रांसगिरी क्षेत्र में जवान का आकस्मिक देहांत होने से
शौक का माहौल है। जानकारी के मुताबिक 15 जनवरी को सायं फौजी का मोटरसाइकिल एक गहरी खाई में जा गिरा। पूरी रात ठंड में पड़ा रहा फौजी दूसरे दिन गम्भीर हालत में मिला। विकास खण्ड शिलाई की ग्राम पंचायत झकाण्डो निवासी फौजी बलबीर ठाकुर जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ से छुटी लेकर अपने पैतृक गांव झकांडो आ रहा था। पावटा साहिब पहुँचने के बाद बलबीर ठाकुर ने अपना सामान बस में रख दिया तथा खुद निजी मोटरसाइकिल लेकर घर की तरफ रवाना हो गया। इस दौरान बलबीर ठाकुर रास्ते मे अपने सगे-सम्बन्धी सहित दोस्तों से मिलने के लिए जगह-जगह रुकते हुए घर के सफर पर निकलता रहा। क्षेत्र की सर्द हवाऐं व हाड़ कंपाने वाली ठंड में मोटर साइकिल पर सवार फौजी बलबीर ठाकुर राष्ट्रीय उच्च मार्ग 707 पर खनार के समीप गहरी खाई में गिरा मिला। पूरी रात ढूंढने के बाद जब बलबीर ठाकुर कही न मिला तो आर्मी कार्यालय सम्पर्क किया गया जहां से लोकेशन भेजी गई उसके बाद दूसरे दिन गहरी खाई में घायल अवस्था मे पड़े बलबीर ठाकुर को शिलाई, नाहन के बाद पीजीआई और बाद में आर्मी अस्पताल चंड़ी मन्दिर पहुँचाया गया था। सिर पर गहरी चोटें होने के कारण 15 दिन बाद फौजी जवान जिंदगी की जंग हार गया है। फौजी बलबीर ठाकुर लगभग 25 वर्ष के थे। 28 जनवरी 2016 को आरआर रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। अक्टूबर 2018 में इनकी शादी फुलमा देवी से हुई थी, इनके पास 3 महीने की मासूम बेटी है। वर्तमान में जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ में आर्मी बटालियन के साथ डियूटी पर तैनात था तथा पंचायत झकांडो में अपने बड़े भाई को प्रधान बनाने कुछ दिनों की छूटी लेकर घर आ रहे थे। मगर घर पहुचने से पूर्व वह दुर्घटना का शिकार हो गया फौजी बलबीर सिंह के पिता मोहन सिंह व माता सूखा देवी बताते है कि जब उनकी बात फौजी बेटा से हुई तो बेटे ने बताया कि बड़ा भाई बहादुर सिंह पंचायत चुनाव में प्रधान पद के लिए उम्मीद्वार है, वह छुट्टी लेकर घर आए जिसके लिए फौजी बेटे के पहुचंने का इंतजार हो रहा था। पत्नी फुलमा देवी व तीन माँह की दुधमुंही बेटी पर तो जैसे दुखो का पहाड़ टूट गया है। फुलमा देवी ने रोते हुए बताया कि वह तो जिंदा होकर भी मर गई है। अपनी जिंदगी की परवाह नही है लेकिन बेटी के सिर पर पिता का साया उठ गया है। जिला चिकित्सक अधिकारी डॉक्टर के के पराशर ने जानकारी देते हुए बताया कि फौजी बलबीर ठाकुर का शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल आ रहा है, ऐसी सूचना मिली है। उनकी कोशिश रहेगी कि जल्द शव का पोस्टमार्टम करके परिजनों को दिया जाए।