बड़ी खबर: झूलों का ठेका लेने वाले ठेकेदार को नगर परिषद ने किया ब्लैकलिस्ट  ddnewsportal.com

बड़ी खबर: झूलों का ठेका लेने वाले ठेकेदार को नगर परिषद ने किया ब्लैकलिस्ट  ddnewsportal.com
फाइल फोटो।

बड़ी खबर: झूलों का ठेका लेने वाले ठेकेदार को नगर परिषद ने किया ब्लैकलिस्ट 

पढ़ें, क्या है कारण, क्या मेले में होगा झूलों का संचालन और कैसे अब भी प्रोफिट में है नगर परिषद पाँवटा साहिब...

पाँवटा साहिब के ऐतिहासिक होली मेले की शान झूलों के लिए सर्वाधिक 57 लाख 40 हजार रूपये की बोली लगाने वाले ठेकेदार ने काम छोड़ दिया है। ठेकेदार ने मेले में झूले लगाने से मना कर दिया है। बावजूद इसके नगर परिषद मालामाल हुई है। ये कैसे हुआ इसके बारे में हम आपको डिटेल में बतायेंगे। 
दरअसल, बीते 7 फरवरी को नगर परिषद ने होली मेले पर लगने वाले झूलों के लिए बोली रखी थी जिसमें उत्तर प्रदेश के ठेकेदार ने रिकार्ड 57.40 लाख रूपये मे हुई जो गत वर्ष की तुलना मे दोगुना से भी अधिक रहक। गत वर्ष यह बोली 23.50 लाख रुपए मे हुई थी। उत्तर प्रदेश के पप्पू के नाम यह बोली हुई थी। लेकिन जब जीएसटी देने की बात आई तो ठेकेदार इसी बोली राशि में ही 18% जीएसटी को इन्कलूड करने को कहने लगा या झूलों की दरें बढ़ाने की बात करने लगा। जिस पर नगर परिषद ने साफ मना कर दिया। कंडीशन में भी यह पहले ही लिखा था कि 18% जीएसटी अलग से लिया जाएगा। जिस कारण ठेकेदार ने काम करने से मना कर दिया तो रूल के मुताबिक नगर परिषद ने उसकी एक लाख रूपये की राशि जब्त कर ली। और उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया।

वहीं, बोली के दौरान जो ठेकेदार दूसरे नंबर पर था उसके और पहले नंबर वाले की बोली के बीच मात्र साढ़े 9 हजार का अंतर था। इसलिए नगर परिषद ने दूसरे नंबर के ठेकेदार को यह ठेका दे दिया। नया ठेकेदार 18% जीएसटी अलग से देने को तैयार है जो लगभग साढ़े 10 लाख रूपये बनता है। ऐसे में झूलों के स्थान का ठेका जीएसटी के साथ करीब 68 लाख रूपये में गया। 
उधर, इस बारे नगर परिषद के ईओ अजमेर सिंह ठाकुर ने कहा कि झूले का ठेका लेने वाला ठेकेदार नियम और शर्तें पूरी नही कर रहा था जिस कारण नगर परिषद ने ठेकेदार की जहां एक लाख रुपए की सिक्योरिटी जब्त कर ली है वहीं उसको ब्लैकलिस्ट भी कर दिया है। अब झूलों की सबसे अधिक बोली लगाने के बाद काम से मुकरने वाले ठेकेदार को नगर परिषद भविष्य में काम नही देगी।