कंधे पर हल और गले में कीटनाशक दवाओं की माला पहन पैदल यात्रा... ddnewsportal.com
कंधे पर हल और गले में कीटनाशक दवाओं की माला पहन पैदल यात्रा...
राज्य के इस जिले का किसान कड़ाक की ठंड मे निकला मुख्यमंत्री से मिलने, किसानों की बुरी दशा से करवाएंगे अवगत
किसान मेहनत करने के बावजूद कर्ज के तले डूब जाता है। सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं करती। यह कहना है सोलन जिले की दून की साई पंचायत के एक किसान लायक राम का। लायक राम ने किसान बचाओ, देश बचाओ पैदल यात्रा शुरू की है। वह कंधे पर हल उठाकर और गले में कीटनाशक दवाओं की माला पहनकर पैदल शिमला तक जाएंगे। यह यात्रा सोमवार को बद्दी से शुरू हुई। शिमला में मुख्यमंत्री से मिलने के बाद किसान दिल्ली के लिए रवाना होगा। किसान लायक राम ने साई में अपने खेत से यह यात्रा शुरू की। हाथ में तिरंगा लिए यह किसान बद्दी पहुंचे। उन्होने बताया कि किसान चाहे गर्मी, सर्दी, बरसात, कोहरे
में भी अन्न, फल, सब्जियां और अन्य खाद्य सामग्री तैयार करते हैं। ऐसा बहुत बार होता है कि किसान कर्ज लेकर फसलें उगाता है तो कई बार प्राकृतिक आपदाओं जैसे बारिश, कोहरा, सूखा आदि से उनकी फसलें खराब हो जाती हैं तो किसान को अपना और अपने परिवार का पेट तक भरना मुश्किल हो जाता है। किसान मेहनत करने के बावजूद कर्ज के तले डूब जाता है। सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं करती।
केंद्र सरकार की नोटबंदी के चलते सबसे ज्यादा परेशानी किसानों को हुई है। किसानों ने अपने और अपने बच्चों के भविष्य के लिए जो पैसा जोड़कर रखा था वो भी नोटबंदी की भेंट चढ़ गया। लायक राम ने बताया कि पिछली सरकार को भी उन्होंने तहसीलदार के माध्यम से ज्ञापन सौंपे थे लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। उम्मीद है कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू अवश्य ही उनकी सुनवाई करेंगे।
उधर, विधायक राम कुमार चौधरी ने कहा कि वो किसानों की समस्याओं को प्रदेश के मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाएंगे।