Paonta Sahib: कृतिका की उपलब्धि पूरे राज्य और देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत: डाॅ जगदीश चौहान ddnewsportal.com

Paonta Sahib: कृतिका की उपलब्धि पूरे राज्य और देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत: डाॅ जगदीश चौहान
माउंट एवरेस्ट विजेता एनसीसी कैडेट कृतिका शर्मा के सम्मान में डिग्री कॉलेज में गरिमामय समारोह
श्री गुरु गोविंद सिंह जी राजकीय महाविद्यालय, पाँवटा साहिब के बहुउद्देशीय हॉल में एक ऐतिहासिक अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में एनसीसी कैडेट कृतिका शर्मा को माउंट एवरेस्ट फतह करने की असाधारण उपलब्धि के लिए सम्मानित किया गया। यह समारोह न केवल महाविद्यालय के लिए, बल्कि पूरे जिला सिरमौर और हिमाचल प्रदेश के लिए गर्व का विषय बना।
कृतिका शर्मा हिमाचल प्रदेश की पहली एनसीसी कैडेट हैं जिन्होंने 18 मई 2025 को प्रातः 4:45 बजे विश्व की सर्वोच्च चोटी माउंट एवरेस्ट पर विजय प्राप्त की। इस उपलब्धि के माध्यम से उन्होंने हिमाचल प्रदेश, एनसीसी और अपने संस्थान का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया। यह एनसीसी के इतिहास में माउंट एवरेस्ट पर तीसरी उपस्थिति है। इस साहसिक यात्रा की शुरुआत अगस्त 2024 में रोपड़ (पंजाब) से हुई, जहां उन्होंने सेलेक्शन ट्रायल फेज-1 को सफलतापूर्वक पूरा किया। इसके बाद दिल्ली में फेज-2, उत्तराखंड में प्री- एवरेस्ट प्रशिक्षण (माउंट आबी गामिन), और फिर सियाचिन में अत्यंत कठिन विंटर कैंप प्रशिक्षण पूरा किया। इन सभी चरणों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए कृतिका 5 लड़कियों और 5 लड़कों की उस अंतिम टीम में शामिल हुईं जिन्हें माउंट एवरेस्ट अभियान 2025 के लिए चुना गया। टीम ने 9 मार्च को दिल्ली से अपनी यात्रा प्रारंभ की। उन्होंने रक्षा मंत्री से भेंट की, जिन्होंने अभियान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। नेपाल पहुंचने पर एनसीसी नेपाल द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। शेरपा टीम के साथ उन्होंने बर्फीली चोटियों, ऑक्सीजन की कमी और अत्यधिक तापमान में साहसपूर्वक चढ़ाई पूरी की। 18 मई को शिखर तक पहुँचने के बाद, 20 मई को टीम बेस कैंप लौटी। इसके पश्चात उन्होंने भारतीय दूतावास काठमांडू, पोखरा व अन्य स्थलों का दौरा किया। भारत वापसी पर इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर सीसी इंडिया द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया। इसके अतिरिक्त उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा सशस्त्र सेनाओं के प्रमुखों से भेंट की। आज आयोजित कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. जगदीश चौहान ने कृतिका का शॉल और पुष्पगुच्छ से अभिनंदन करते हुए कहा कि कृतिका की यह उपलब्धि पूरे राज्य और देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने इस सफलता को कठोर परिश्रम, अनुशासन और आत्मविश्वास का परिणाम बताया।
समारोह का संचालन डॉ. दीपाली भंडारी ने किया। एनसीसी अधिकारी लेफ्टिनेंट डॉ. पूजा भाटी ने कृतिका की संपूर्ण अभियान यात्रा को विस्तार से प्रस्तुत किया। कृतिका के पिता भरत शर्मा और माता विद्या भारती शर्मा भी मंच पर उपस्थित रहे। भावुक पिता ने बेटी की सफलता का श्रेय महाविद्यालय परिवार को देते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में विशेष रूप से माता-पिता को भी सम्मानित किया गया।
कृतिका शर्मा ने अपने उद्बोधन में प्रशिक्षण के दौरान आई कठिनाइयों, जोखिमों, शारीरिक और मानसिक चुनौतियों की चर्चा करते हुए बताया कि वह एक कबड्डी खिलाड़ी रही हैं, और पर्वतारोहण उनके लिए एक नया अनुभव था। उन्होंने माउंट एवरेस्ट पर भारत का तिरंगा और एनसीसी का ध्वज फहराने को अपने जीवन का स्वप्न साकार होना बताया।
इस अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. सुलक्षणा शर्मा, प्रो. विम्मी रानी, डॉ. डी. एस. तोमर, डॉ. जसवंत सैनी, डॉ. प्रदीप तोमर व अध्यापक अभिभावक संघ के उपाध्यक्ष मुकेश कुमार, कोषाध्यक्ष महेंद्र कपूर, सह सचिव नियति ठाकुर सहित समस्त महाविद्यालय शिक्षक एवं गैर-शिक्षक कर्मचारीगण उपस्थित रहे। अंत में
एनसीसी केयरटेकर ऑफिसर प्रो. संदीप शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। यह समारोह न केवल एक वीर बेटी के सम्मान का प्रतीक था, बल्कि यह दर्शाता है कि यदि संकल्प और मेहनत के साथ कोई युवा आगे बढ़े तो वह किसी भी ऊंचाई को छू सकता है।