शिलाई: शाठी पाशी का चौतरा इतिहास ने लिया किताब का रूप, शिक्षक मायाराम शर्मा बने लेखक, सीएम सुक्खू ने किया विमोचन ddnewsportal.com
शिलाई: शाठी पाशी का चौतरा इतिहास ने लिया किताब का रूप, शिक्षक मायाराम शर्मा बने लेखक, सीएम सुक्खू ने किया विमोचन
जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र का इतिहास शाठी पाशी का चौतरा ने किताब का रूप ले लिया है। इस किताब के लेखक टटियाणा गाव के शिक्षक मायाराम शर्मा बने हैं। अपने क्षेत्र के इतिहास को लिखित रूप देने के लिए मायाराम शर्मा द्वारा शाठी पाशी का चौतरा सिरमौर रियासत गिरीपार क्षेत्र ग्राम टिटियाना किताब का विमोचन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से करवाया। इस मौके पर उद्योग मंत्री हर्षवर्धन ठाकुर और उच्च शिक्षा एवं तकनीकी मंत्री राजेश धर्माणी भी मौजूद रहे।
लेखक मायाराम शर्मा ने बताया कि किताब लिखने का मुख्य उद्देश्य अपने क्षेत्र के इतिहास को लिखित रूप प्रदान करना है क्योंकि इससे पहले गिरीपार क्षेत्र में बहुत कम इतिहास
लिखित रूप में उपलब्ध है। इस किताब में सिरमौर रियासत के इतिहास के साथ गिरीपार क्षेत्र के सामाजिक, धार्मिक, राजनैतिक और सांस्कृतिक ताने-बाने के साथ गांव में सिरमौर के राजा द्वारा स्थापित ऐतिहासिक शाठी पाशी चौतरे का इतिहास शामिल किया गया है।
इसके अलावा महासू महाराज और अन्य देवी देवताओं का ऐतिहासिक विवरण भी शामिल किया गया है। किताब में गिरीपार क्षेत्र के देवी देवताओं, धार्मिक मान्यताओं और उत्सव का भी विस्तार से विवरण दिया गया है। इसके अलावा जौनसार बाबर और गिरीपार क्षेत्र के आपसी संबंधों पर विस्तार से जानकारी दी गई है। किताब में ऐतिहासिक हारूल और महासु देवता कि विरसु गाथा का वर्णन विस्तार से किया गया है। लामण, बोलिया और पहाड़ी दोहे, लिबर, का वर्णन भी किताब में किया गया है। इस ऐतिहासिक किताब में गांव में हुए महत्वपूर्ण कार्य और शांत महायज्ञ का भी वर्णन किया गया है। आने वाली पीढ़ी के लिए यह किताब ऐतिहासिक रूप से काफी महत्वपूर्ण है। इस किताब में अपने क्षेत्र के इतिहास को संजोने का प्रयास किया गया है।
मायाराम शर्मा ने सभी से निवेदन किया है कि इस किताब को जरूर खरीदें और पढ़ें। इस किताब से होने वाली कमाई गरीब बच्चों के पढ़ाई पर खर्च की जाएगी।