सलाह- अजनबियों के साथ न करें वीडियो चैट- राठौर- ddnewsportal.com

सलाह- अजनबियों के साथ न करें वीडियो चैट- राठौर- ddnewsportal.com

सलाह- अजनबियों के साथ न करें वीडियो चैट- राठौर

साइबर सेल शिमला ने जारी की एडवाइजरी, साइबर क्रिमिनल से बचने के लिए जागरूक होना जरूरी।

हिमाचल प्रदेश के शिमला स्थित साइबर सेल ने इंटरनेट यूज़र्स को एडवाइजरी जारी रखते हुए कहा है कि किसी भी अनजान व्यक्ति से वीडियो चैट न करें और न ही अनजान लोगों की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करें। सेल के

एएसपी नरवीर सिंह राठौर ने जानकारी देते हुए बताया कि साइबर अपराध विभाग के पास ऑनलाइन सुरक्षित रहने के लिए आपके लिए कुछ  बुनियादी टिप्स हैं। गृह मंत्रालय (MoH) द्वारा अक्तूबर मे साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा है। नेटिज़न्स के बीच साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए, साइबर दोस्त, मंत्रालय के साइबर सुरक्षा हैंडल ने ट्विटर पर कुछ टिप्स साझा किए हैं। इन युक्तियों का उद्देश्य ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं को सतर्क रहने में मदद करना है, धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ बुनियादी चरणों का पालन करें। वर्तमान वर्ष 2021 मे राज्य साईबर क्राईम पुलिस थाना शिमला साईबर आपराध का 6 महिने मे करीब 1800 शिकायतें प्राप्त हुई है। इन शिकायतों का विशलेण करने पर पाया गया कि साईबर आपराधी भिन्न-भिन्न लोगो को VOICE CALL एवम् SOCIAL MEDIA के माध्यम से सम्पर्क कर रहे हैं जो लोगो से आग्रह करते है कि आपके द्वारा उपयोग किऐ जा रहे मोबाईल नम्बर का KYC VALIDATION या  UPDATE करवाना आवश्यक है अन्यथा आपका सिम बन्द हो जाऐगा। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिऐ साईबर आपराधी सोशल इंजिनियरिंग स्किल का उपयोग करते हुए लोगों को झांसे मे लाकर उनके मोबाईल फोन का रिमोर्टली एक्सेस लेने के लिऐ TEAM VIEWER या ANY DESK APP आदि APP को DAWNLOAD करने के लिए कहते है। जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होती है साईबर अपराधी MINIMUM AMMOUNT का 10 रुपये टेलिफोन सर्विस प्रोवाईडर के खाता मे ट्रांसफर करने को कहते है। उसके पश्चात जैसे ही यह प्रक्रिया पूर्ण होती है। साईबर आपराधी कस्टमर के बैंक खाता का एक्सेस लेकर उनके खाता से काफी धन

राशी अपने खाता मे ट्रांसफर कर लेते है। इसके अलावा सोशल मिडिया अंकाउट FACEBOOK ACCOUNT, MESSANGER, INSTAGRAM एवम् WHATSAPP से फेक अकांउट के माध्यम से भी VIDEO CALL करके पुरुष व महिलाओं को चैट करने के लिए आग्रह किया जाता है तथा साईबर अपराधी द्वारा नग्न फोटोग्राफ्स व विडियो शेयर करने को कहते है। बाद मे यह साईबर आपराधी इन नग्न फोटोग्रफ्स व विडियो को EDIT/MORPHYING करके पीड़ित व्यक्ति के सोशल मिडिया FRIENDS एवम् इस एवज मे पैसो की मांग करते है। इस तरह की शिकायतें साईबर थाना मे निरन्तर आ रही है। ये टिप्स आपके डिवाइस में एंटी-वायरस और ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट रखने से लेकर नियमित रूप से पासवर्ड बदलने तक अलग-अलग हैं। उन्होंने इस सन्दर्भ मे आम जन मानस से अनुरोध किया है कि वह उपरोक्त अपराधों को मध्यनजर रखते हुए सुरक्षा के कुछ नियम अवश्य अपनायें।

1. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अजनबियों या उन लोगों से फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले सतर्क रहें, जिन्हें आप व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते हैं।

2. अजनबियों के साथ वीडियो चैट में शामिल न हों। उत्पीड़न और ब्लैकमेल करने के लिए वीडियो को आसानी से हेरफेर किया जा सकता है।

3. उनके ब्लैकमेल के आगे न झुकें और कभी भी पैसे न दें। तुरंत अपने स्थानीय पुलिस स्टेशन या ऑनलाइन पोर्टल पर रिपोर्ट करें और एक शिकायत के साथ स्क्रीनशॉट आदि साझा करें।

4. नकली प्रोफाइल, ट्रू कॉलर या ट्रू कॉलर पर दिखाए गए फोन नंबरों को गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाता है उस विशवास ना करें।

5. अपने डिवाइस में एंटीवायरस और ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट रखें।

6. नियमित अंतराल पर अपने संवेदनशील/महत्वपूर्ण डेटा का नियमित रूप से बैकअप लें।

7. संदिग्ध वेब लिंक/यूआरएल खोलते समय सावधान रहें।

8. अपना पासवर्ड/पिन गोपनीय रखें।

9. विशेष वर्णों, संख्याओं, अपर केस और लोअर केस के संयोजन के साथ मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें।

10. अपने पासवर्ड समय-समय पर बदलते रहें और एक ही पासवर्ड को कई खातों में इस्तेमाल न करें।

11. अपने महत्वपूर्ण डेटा और गोपनीयता की सुरक्षा के लिए नवीनतम सुरक्षा उपकरण जैसे फ़ायरवॉल, एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें। उन्होंने आम जनमानस से अनुरोध किया है कि वह साइबर स्पेस का इस्तेमाल करते हुए सतर्क एंवम जागरुक रहें।