मुख्यमंत्री से भाषा व्यवहार सीखें महेन्द्र ठाकुर- शिक्षक महासंघ- ddnewsportal.com
जलशक्ति मंत्री के बयान पर बिफरा शिक्षक महासंघ
संघ की नसीहत; मुख्यमंत्री से भाषा व्यवहार सीखें महेन्द्र सिंह ठाकुर, लाखों शिक्षकों से मांगे माफी, राजनीति से ले लो संन्यास।
हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रान्त संगठन मंत्री, पवन मिश्रा, प्रान्त अध्यक्ष पवन कुमार, प्रान्त उपाध्यक्ष डॉ मामराज पुंडीर, प्रान्त महामंत्री विनोद सूद ने हिमाचल प्रदेश सरकार के जल शक्ति मंत्री ठाकुर मोहिंद्र सिंह के उस बयान की कड़े शब्दों में निंदा की है जिसमें उन्होंने कहा कि "कोरोना कॉल में मास्टरों ने किए खूब मजे फिर भी पता नहीं कैसे बन गए कोरोना वारियर्स"। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रांत उपाध्यक्ष डॉ मामराज पुंडीर ने कहा कि सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री को इस प्रकार के बयान देने से पहले अपनी उम्र और पद का ख्याल रखना चाहिए। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश के नेताओं को भाषा पर संयम कैसे रखा जाए, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से सीखना चाहिए। ऐसा लगता
है कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री की सादगी को पचा नही पा रहे हैं और किसी और पार्टी में जाने की सोंच रहे हैं। ऐसा लगता है की जल शक्ति मंत्री आने वाले चुनाव 2022 के लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार को प्रदेश में नहीं देखना चाहते हैं, तभी वह एक मंत्री होने के नाते कभी अधिकारियों से असभ्य भाषा में बात करते हैं और कभी इस प्रकार के वक्तव्य आम सभा में रखते हैं। ऐसी बातों से ऐसा लगता है की जल शक्ति मंत्री या तो किसी पाठशाला में पढ़े ही नहीं है अगर पढ़े हैं तो अपने उन गुरुओं का भी अपमान कर रहे हैं जिन्होंने इनको शिक्षा देकर इस काबिल बनाया। अध्यापकों को कोरोना वारियर्स का दर्जा मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार ठाकुर जय राम ठाकुर ने दिया है। जो उनकी दूरदर्शी सोच और शिक्षकों के प्रति इज्जत मान
को दर्शाता है। उन्होंने एक बयान में कहा कि मैं अब बूढ़ा बैल हूँ। ऐसा ही लगता है। आपको राजनीति से सन्यास ले लेना चाहिए। डॉ पुंडीर ने कहा कि हमे गर्व है कि प्रदेश का नेतृत्व जय राम ठाकुर जैसे शालीनता के धनी, सभ्य व्यक्ति कर रहे हैं। और गोविंद ठाकुर कर रहे हैं जिन्होंने कभी किसी से ऊंची आवाज में बात नही की। आपके बयान से लगता है कि आपका राजनीति से सन्यास लेने का समय आ गया है। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ आपसे प्रदेश के लाखों लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए माफी की मांग करता है। अध्यापकों ने कोरोना के काल मे क्या किया, जिसके लिए मुख्यमंत्री ने कोरोना वॉरियर्स का दर्जा दिया, उसके लिए आपको प्रदेश के शिक्षामंत्री और मुख्यमंत्री से सीखना चाहिए।