Paonta Sahib: प्रदीप चौहान ने किया शिलाई में कामगारों की हड़ताल का समर्थन ddnewsportal.com
Paonta Sahib: प्रदीप चौहान ने किया शिलाई में कामगारों की हड़ताल का समर्थन
मजदूर नेता बोले; मजदूर किसी भी संगठन से जुड़े हो वह न्याय के लिए हर समय खड़े है साथ
शिलाई के एन एच 707 पर कार्यरत रुदनव इंफा कम्पनी के कामगारों की हड़ताल का सिरमौर जिला के मजदूर नेता प्रदीप चौहान ने भी समर्थन किया है। जारी प्रेस बयान में उन्होंने कहा कि किसी भी कंपनी को मज़दूरों का शोषण करने या उनके साथ अन्याय करने का अधिकार नही है। मजदूर चाहे किसी भी संगठन से जुड़े हो लेकिन वह हर कामगार के अधिकार के लिए संघर्ष करने को सदैव खड़े है।
उन्होंने कहा कि कंपनी की तानाशाही नही चलेगी। मजदूरों को उनका हक मिलना चाहिए। यदि जल्द ही कंपनी ने निकाले गये कामगारों को वापस काम पर नही रखा तो वह इसकी शिकायत मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से करेंगे। गोर हो कि हिमाचल भवन एवं सड़क निर्माण मजदूर यूनियन सम्बन्धित सीटू एन एच 707 पैकेज 3 शिलाई मे कामगारों की हड़ताल का आज 8 वें दिन में प्रवेश कर गई है। यूनियन के अध्यक्ष सुरेंद्र नेगी और सचिव अजय चौहान ने बताया कि मजदूर पिछले 8 दिन से अपनी जायज मांगों को ले कर हड़ताल पर है, परन्तु अभी तक मजदूरों की मांगों की सुनवाई नही हो रही है। पक्ष विपक्ष के नेता व
प्रशासनिक अधिकारी गहरी नींद में सोए हुए है। अजय ने बताया की मजदूरों ने कम्पनी से अपना कमाया हुआ वेतन मांगा तो कपंनी प्रबंधन ने बिना किसी पूर्व सूचना के मजदूरों को काम से निकाल दिया, सीटू जिला अध्यक्ष लाल सिंह और जिला महासचिव आशीष कुमार ने बताया की क्षेत्र का मजदूर इतने दिनों से हड़ताल पर है परन्तु प्रशासन का रवैया भी मजदूर विरोधी हो गया है। सीटू पदाधिकारियों का कहना है कि क्षेत्र के एसडीएम और न ही कोई अन्य प्रशासनिक अधिकारी मजदूरों का हाल जानने आया। यूनियन के पदाधिकारियों ने प्रशासन को चेताया की यदि मजदूरों को जल्दी काम पर नहीं रखा जात है तो मजदूरों को मजबूरन स्थानीय अधिकारियों का घेराव करना पड़ेगा जिसका जिम्मेवार खुद प्रशासन होगा।
बता दें कि पाँवटा शिलाई एन एच 707 के फेज तीन में कार्य कर रही रुदनव इंफा कम्पनी ने बिना किसी कारण यनियन के पदाधिकारियों को कम्पनी से बाहर का रास्ता दिखाने पर ड्राइवर, फ्लैग मेंन व सुपरवाइजरो की हड़ताल चल रही है। हड़ताल कर रहे कम्पनी कर्मचारियों की मांग थी कि 6 लोगो को कम्पनी में वापिस रखा जाए लेकिन कम्पनी प्रबंधन इसमे सहमत नहीं है। जिसके बाद कम्पनी ने कुछ और लोगो को भी कम्पनी से बाहर कर दिया। कम्पनी के प्रोजेक्ट मैनेजर विजय कुमार ने स्पष्ट रूप से कह दिया है जो लोग यूनियन में शामिल होंगे उनको कम्पनी में रोजगार नही दिया जाएगा।