HP Police News: विजिलेंस मुख्यालय शिमला में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया पुलिस स्मृति दिवस परेड समारोह ddnewsportal.com

HP Police News: विजिलेंस मुख्यालय शिमला में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया गया पुलिस स्मृति दिवस परेड समारोह
पुलिस स्मृति दिवस परेड एवं समारोह आज विजिलेंस मुख्यालय परिसर, शिमला में पूरे श्रद्धाभाव और गरिमा के साथ आयोजित
किया गया। यह कार्यक्रम उन वीर पुलिस कर्मियों की स्मृति को समर्पित था जिन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा और अखंडता के लिए कर्तव्य पालन करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी, आईपीएस ने की। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश पुलिस के विभिन्न जिलों, बटालियनों और विशेष इकाइयों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
परेड का नेतृत्व उप पुलिस अधीक्षक श्री उमेश्वर राणा ने किया, जिन्होंने पुलिस महानिदेशक को सामान्य सलामी दी। इस अवसर
पर पहली भारत आरक्षित बटालियन (बंगाणा), तीसरी भारत आरक्षित बटालियन (पंडोह) और हिमाचल प्रदेश सशस्त्र पुलिस बटालियन (जुंगा) के दस्तों ने अनुशासन और सम्मान के साथ परेड में भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान शहीद पुस्तिका को पूर्ण औपचारिक सम्मान के साथ स्मारक स्थल पर लाया गया, जिसके बाद वर्ष 2025 में शहीद हुए पुलिस कर्मियों के नाम पढ़े गए। पुलिस महानिदेशक तथा वरिष्ठ अधिकारियों ने पुलिस शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित किए। इस अवसर पर पुलिस बैंड ने देशभक्ति गीत “ऐ मेरे वतन के लोगों” की धुन प्रस्तुत की।
समारोह का समापन दो मिनट के मौन, “लास्ट पोस्ट” की धुन और राष्ट्रीय ध्वज को पूर्ण मस्तूल पर फहराने के साथ हुआ, जो वीरता, बलिदान और कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक है।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक अशोक तिवारी (आईपीएस) ने वीर शहीद पुलिस कर्मियों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शहीद परिवारों के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा कि उनका साहस और दृढ़ता पुलिस परिवार की प्रेरणा का आधार है।
“हमारे शहीदों का बलिदान प्रत्येक पुलिस कर्मी को ईमानदारी, साहस और सेवा के मूल्यों को बनाए रखने की प्रेरणा देता है,” डीजीपी ने कहा।
“उनकी निष्ठा हमें जनता की सेवा सहानुभूति और समर्पण के साथ करने का संकल्प दिलाती है। आज हम उनके अटूट साहस को नमन करते हैं और उनकी विरासत को गर्वपूर्वक आगे बढ़ाने का संकल्प लेते हैं।”
पुलिस स्मृति दिवस हर वर्ष 21 अक्तूबर को मनाया जाता है। यह दिवस सन् 1959 में लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में मातृभूमि की सीमाओं की रक्षा करते हुए शहीद हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दस वीर जवानों की स्मृति में समर्पित है। तब से यह दिवस पूरे देश में उन सभी पुलिस शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने कर्तव्य पालन में अपने प्राण न्योछावर किए।
स्वतंत्रता के बाद से अब तक, देशभर में 36,000 से अधिक पुलिस कर्मियों ने राष्ट्र की सेवा में अपने प्राण न्योछावर किए हैं। इस दिवस पर पूरा राष्ट्र उनके साहस, समर्पण और निःस्वार्थ सेवा को श्रद्धा सुमन अर्पित करता है।