हिमाचल: पांच वर्ष में ग्रामीण क्षेत्रों में 8576 सड़क दुर्घटनाएं ddnewsportal.com

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हिमाचल: पांच वर्ष में ग्रामीण क्षेत्रों में 8576 सड़क दुर्घटनाएं

पैदल यात्रियों की घटनाएं ऊना, बद्दी एवं पाँवटा साहिब में अधिक, ट्रेनिंग में दी गई M.V एक्ट एवं यातायात Rule एंड Regulation की भी जानकारी।

हिमाचल प्रदेश पुलिस के यातायात पर्यटक एवं रेलवे विभाग द्वारा शिमला में तीन दिवसीय ट्रेनिंग का आयोजन पुलिस विभाग के अन्वेषण अधिकारियों के लिए करवाया गया। इस प्रशिक्षण में हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों से 35 अन्वेषण अधिकारियों ने भाग लिया। इस ट्रेनिंग का आयोजन 20 फरवरी से 22 फरवरी तक किया गया। बुधवार को कोर्स का समापन DIG TTR गुरूदेव चन्द शर्मा द्वारा किया गया। इस कोर्स के दौरान भिन्न-भिन्न विषय पर वक्ताओं ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर AIG TTR संदीप धवल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरवीर सिहं राठौर ने भी प्रतिभागियों को भिन्न-भिन्न विषय पर ट्रेनिंग दी।

मुख्यत कुछ अहम विषय पर प्रशिक्षण दिया गया, जिसमे दुर्घटना के दौरान Digita evidence कैसे एकत्र करना है तथा अदालत में कैसे पेश करना है।
आधुनिक उपकरण एल्को सेंसर लेजर स्पीड मीटर का उपयोग कैसे करना है।
IRad एवं e DAR का उपयोग e challan डाटा कैसे एकत्र करना है।
दुर्घटना स्थल पर साक्ष्य कैसे एकत्र करना है।
M.V Act एवं यातायात rule एवं regulation की भी जानकारी दी गई।
दुर्घटना स्थल पर First Aid एवं दुर्घटना ग्रस्त वाहन की mechnical रिपोर्ट कैसे किया जाता है।
पुलिस अन्वेषण अधिकारी के दायित्व एवं मौका पर एकत्र भीड़ से किस तरह रोड को
अन्य वाहन के लिए कैसे खोला जाए, विषय पर विस्तृत जानकारी दी गई।
DIG TTR गुरूदेव चन्द शर्मा ने कहा कि सड़क देश की अर्थव्यवस्था को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह विकास में तभी सहयोग दे सकती है यदि सड़क मार्ग सभी के लिए सुरक्षित हो। विश्व भर में हर वर्ष 1.35 मिलियन से अधिक मौत होती है। भारत वर्ष में विश्व भर में हुए दुर्घटनाओं का आंकडा काफी चिंतनीय है। हालांकि भारतवर्ष में यातायात हादसों को कम करने के लिए निरंतर प्रयास किए जाए। नए मोटर वाहन नियम बनाए गए है। जुर्माने की राशी बढ़ाई गई तथा वाहन सुरक्षा के उदेश्य से नए इन्जीनियरिंग मानक लागू किए गए। 

हिमाचल प्रदेश का पिछले पांच वर्ष का दुर्घटनाओं का आकड़ो का विश्लेषण करने पर पाया गया कि हिमाचल प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में 8576 दुर्घटनाएं हुई हैं। 65 प्रतिशत दुर्घटनाएं 40 वर्ष से कम उम्र के चालकों द्वारा की गई। कुल मौत के आकड़ो मे 43 प्रतिशत चालक एवं 40 प्रतिशत यात्रियों का हुआ है। कुल मौत के आंकडो में 43 प्रतिशत चालक एंव 5 प्रतिशत हिट एवं रन करने वाले वाहन। दुर्घटना करने में 28 प्रतिशत कॉमर्शियल वाहन है एवं 5 प्रतिशत हिट एवं रन करने वाले वाहन है। 28 प्रतिशत दुर्घटनाएं 9 बजे शाम के बीच हुई है। पैदल यात्रियों की घटनाएं ऊना, बद्दी एवं पाँवटा साहिब में अधिक पाई गई है। हिमाचल प्रदेश पुलिस सडक सुरक्षा को लागू करने के लिए कृत संकल्प हैं। सभी जन साधारण को नियमों की पालना का अनुसरण स्वयं से शुरू करना चाहिए ताकि अन्य लोगो के लिए मिसाल पेश करे तथा एक जिम्मेवार सडक सुरक्षा योद्धा बने।