एक युग का अंत....... 08 जुलाई 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

एक युग का अंत.......  08 जुलाई 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

एक युग का अंत.......

08 जुलाई 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा

वीरभद्र सिंह के जीवन के अनछुए पहलू, सबके अजीज अंतिम सफर पर, हर आंख नम, गांव शहर गमगीन, बुजुर्ग की चीखें, राष्ट्रपति-राज्यपाल-पीएम-सीएम ने जताया शोक, हिमाचल भाजपा अध्यक्ष की तबीयत बिगड़ी, स्कूल अगस्त में, फिर एक हादसा और....... कोविड/ सूचना एवं जनसंपर्क विभाग बुलेटिन।


पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह (स्मृति विशेष)

हालांकि ऐसी शख्सियत की कहानी शब्दों मे बयां नही की जा सकती। फिर भी एक छोटा सा प्रयास है कि पाठकों तक जानकारी पंहुचा सकें कि वीरभद्र सिंह क्यों हर दिल अजीज हैं.......

:- 13 वर्ष की आयु मे संभाली गद्दी।

वीरभद्र सिंह 13 वर्ष की आयु में बुशहर रियासत की राजगद्दी संभालने वाले पहले राजा थे। बुशहर रियासत के राजा पदमदेव सिंह के निधन के बाद वर्ष 1947 में वीरभद्र सिंह ने राजगद्दी संभाली थी।आजाद भारत में जहां राजशाही प्रथा समाप्त हो गई थी, बावजूद इसके राजा वीरभद्र सिंह का परंपराओं के तहत राजतिलक किया गया था। राजशाही प्रथा समाप्त होने के

बाद भी राजगद्दी संभालने के साथ-साथ वीरभद्र सिंह ने हिमाचल प्रदेश की कमान छह बार बतौर मुख्यमंत्री कमान संभाली। कृष्ण वंश के 122वें राजा वीरभद्र सिंह ने प्रदेश को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में काफी बड़ी व महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। बुशहर रियासत की शान वीरभद्र सिंह का जन्म 1934 में शोणितपुर जिसे वर्तमान समय में सराहन के नाम से जाना जाता है, में हुआ था। देवी देवताओं की अनुकंपा में वीरभद्र सिंह का जीवनकाल आगे बढ़ा। वर्ष 1947 में राजा पदमदेव का देहांत होने के बाद वीरभद्र सिंह को बुशहर रियासत की राजगद्दी संभाली गई थी। राज परिवार का इतिहास रहा है कि राजा के अंतिम संस्कार से पूर्व राजगद्दी संभालने वाले राजकुमार का राजतिलक विधि-विधान के साथ किया जाता है।

:- विक्रमादित्य के राजतिलक के बाद होगा वीरभद्र सिंह का अंतिम संस्कार।

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के सचिव बताते हैं कि राज परिवार का इतिहास रहा है कि राजा के अंतिम संस्कार से पूर्व राजगद्दी संभालने वाले राजकुमार

का राजतिलक विधि-विधान के साथ किया जाता है। यही कारण है कि शनिवार को रामपुर में वीरभद्र सिंह के अंतिम संस्कार से पूर्व उनके वारिस टीका विक्रमादित्य सिंह का राज दरबार पदम पैलेस में राजतिलक किया जाएगा और उन्हें राजगद्दी पर बिठाने के बाद वीरभद्र सिंह का अंतिम संस्कार किया जाएगा। रामपुर के श्मशानघाट पर अंतिम संस्कार के लिए राज परिवार के लोगों के अलग से स्थान बनाया गया है। यहीं पर वीरभद्र सिंह का अंतिम संस्कार होगा।

:- अविस्मरणीय रहा वीरभद्र सिंह का जीवन।

वैसे तो पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बारे मे प्रदेश का बच्चा बच्चा जानता हैं लेकिन कुछ बातें ऐसी है जो आज की पीढ़ी को जरूर जाननी चाहिए। वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे। वीरभद्र सिंह अपने जीवन को हमेशा खुली किताब बताते थे। वह हिमाचल प्रदेश के सर्वाधिक अनुभवी नेता थे और पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को राजनीतिक गुरु मानते थे। नेहरू ने ही उन्हें राजनीति में भी लाया। इस बात

को वीरभद्र सिंह बार-बार दोहराते थे। उसके बाद वह इंदिरा गांधी, मनमोहन सरकार आदि में भी केंद्र में प्रमुख भूमिकाओं में रहे। हिमाचल में सबसे अधिक छह बार मुख्यमंत्री बनने का रिकाॅर्ड उन्हीं के नाम दर्ज है। 1983 से 1985 पहली बार, फिर 1985 से 1990 तक दूसरी बार, 1993 से 1998 में तीसरी बार, 1998 में कुछ दिन चौथी बार, फिर 2003 से 2007 पांचवीं बार और 2012 से 2017 छठी बार मुख्यमंत्री बने। वीरभद्र सिंह अपने पिता राजा पद्म सिंह के बाद बुशहर रियासत के अगले वारिस थे। इसीलिए उनके समर्थक उन्हें 'राजा साहब' नाम से संबोधित करते थे। उन्होंने पहली बार महासू लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। लोकसभा के लिए वीरभद्र सिंह 1962, 1967, 1971, 1980 और 2009 में चुने गए। वर्तमान में वीरभद्र सिंह अर्की से विधायक थे। इंदिरा गांधी की सरकार में वीरभद्र सिंह दिसंबर 1976 से 1977 तक केंद्रीय पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री रहे। दूसरी बार भी वह इंदिरा सरकार में ही वर्ष 1982 से 1983 तक केंद्रीय उद्योग राज्यमंत्री रहे। इसके बाद उन्होंने हिमाचल प्रदेश में तत्कालीन मुख्यमंत्री ठाकुर राम लाल की जगह मुख्यमंत्री की कमान संभाली। उसके बाद से राज्य की राजनीति में सक्रिय हुए। फिर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व की केंद्र की यूपीए सरकार में वीरभद्र सिंह 28 मई 2009 से लेकर 18 जनवरी 2011 तक कैबिनेट मंत्री रहे। उनके पास पहले इस्पात मंत्रालय रहा। उसके बाद उन्हें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय दिया गया। वीरभद्र सिंह परंपरागत सीट रोहड़ू से विधानसभा चुनाव लड़ते थे। अपने घर रामपुर की सीट के अनारक्षित होने के कारण वह कभी भी यहां से चुनाव नहीं लड़ पाए। पुनर्सीमांकन के चलते रोहड़ू सीट भी आरक्षित हुई तो 2012 में उन्होंने शिमला ग्रामीण सीट से चुनाव लड़ा। 2017 में उन्होंने यह सीट अपने बेटे विक्रमादित्य सिंह के लिए सीट छोड़ दी और खुद अर्की से चुनाव लड़े और जीते।

:- सिसक सिसककर रोए बुजुर्ग।

जैसे ही प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन की खबर फैली लोग शिमला जुटने शुरू हो गये। इसी कड़ी मे सिरमौर जिला का शिलाई क्षेत्र से भी एक बुजुर्ग शिमला पंहुचे और फूट फूट कर रोने लगे। बुजुर्ग बोल रहे थे कि अपने लिए तो सभी जीते हैं। लेकिन ये वो शख्सियत थी जो प्रदेश और देश के लिए जी। ऐसे लोगों का मिलना मुश्किल है। 

:- पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर इन हस्तियों ने भी Tweet कर जताया शोक।

- रामनाथ कोविंद, महामहिम राष्ट्रपति: Sad to know that Shri Virbhadra Singh is no more. His political career spanning  six decades in his roles as chief minister and parliamentarian was marked by his commitment to serve people of Himachal Pradesh. Condolences to family & followers.

- नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री: Shri Virbhadra Singh Ji had a long political career, with rich administrative and legislative experience. He played a pivotal role in Himachal Pradesh and served the people of the state. Saddened by his demise. Condolences to his family and supporters. Om Shanti.

- अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर दिवंगत आत्मा को चिर शांति प्रदान करें। मैं उनके परिजनों व समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। ॐ शान्ति शान्ति शान्ति।

- राहुल गांधी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कांग्रेस: Shri Virbhadra Singh ji was a stalwart in the true sense. His commitment to serving the people and to the Congress party remained exemplary till the very end. My condolences to his family and friends. We will miss him.

- जेपी नड्डा, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष: Extremely tragic to hear about the demise of a charismatic and visionary leader Shri Virbhadra Singh Ji, who was admired across the party lines. Even though politically we differed but mutually we held each other with the utmost regard.

- जय राम ठाकुर, मुख्यमंत्री: देवभूमि हिमाचल के 6 बार मुख्यमंत्री रहे हिमाचल के वरिष्ठ नेता आदरणीय वीरभद्र सिंह जी के निधन का समाचार हम सबके के लिए बेहद दुःख देने वाला है। हिमाचल के लिए यह एक अपूर्णीय क्षति है,जिसकी भरपाई कभी नहीं होगी। हिमाचल के विकास में उनका योगदान अनुकरणीय है,जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।

- अनुराग ठाकुर, केंद्रीय मंत्री: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, हिमाचल के 6 बार मुख्यमंत्री रहे व देवभूमि के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले श्री वीरभद्र सिंह जी का निधन पूरे प्रदेश के लिए अपूर्णीय क्षति है।

- शांता कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री: श्री वीरभद्र सिंह जी का निधन हिमाचल प्रदेश में एक राजनैतिक युग की समाप्ती है।  लम्बे समय तक वे हिमाचल प्रदेश की राजनीति पर लगभग छाये रहे।  कई बार मुख्यमंत्री बने और कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व किया।

- प्रो. प्रेम कुमार धूमल, पूर्व मुख्यमंत्री: वीरभद्र सिंह बहुत बड़े फाईटर थे। उन्होंने हमेशा हिमाचल के हित के लिए काम किया। वह हमेशा याद रहेंगे। वह कई दशकों तक देश और प्रदेश की राजनीति में सक्रिय रहे। उनके निधन से राजनीति का एक बहुत बड़ा अध्याय समाप्त हो गया। भगवान उनके परिवार और समर्थकों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।

- सुरेश भारद्वाज शहरी विकास मंत्री: आज प्रात: प्रदेश के कद्दावर नेता, पूर्व मुख्यमंत्री, अर्की से विधायक श्री वीरभद्र सिंह जी के देहावसान का दुःखद समाचार मिला। ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दे और परिवार को इस विरह वेदना को सहने की शक्ति प्रदान करे। 

- सुखराम चौधरी, ऊर्जा मंत्री: हमेशा आपकी याद आयेगी। भगवान आपकी आत्मा को शांति दे। भावपूर्ण श्रद्धांजलि।

- बिक्रम ठाकुर, मंत्री: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री @virbhadrasingh जी के निधन का समाचार दुखद है।हिमाचल प्रदेश के उत्थान के लिए उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोक संतप्त परिवार और प्रशंसकों को इस असहनीय दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे। ॐ शांति!

- डाॅ राजीव बिंदल, विधायक: श्रद्धांजलि.... पूर्व मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह जी के आकस्मिक निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। प्रभु उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दे। साथ ही परिवार को इस अपूर्णीय क्षति को सहने की क्षमता दे। ॐ शांति......

- कुलदीप राठौर, हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष: वह निशब्द हैं और एक युग का अंत हो गया। 

- नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कहा-एक युग का अंत। दिलों के राजा नहीं रहे। विनम्र श्रद्धांजलि।

इसके साथ ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं संसद सुरेश कश्यप, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, प्रभारी अविनाश राय खन्न, सह प्रभारी संजय टंडन, संगठन महामंत्री पवन राणा, महामंत्री त्रिलोक जम्वाल, राकेश जम्वाल एवं त्रिलोक कपूर ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।

(हिमाचल)

1- पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का निधन, हिमाचल मे एक बड़े राजनैतिक युग का अंत।

आज पूरा हिमाचल रो रहा है। प्रदेश मे विकास पुरुष के नाम से विख्यात और पूरे हिमाचल को विकास के मामले मे समान दृष्टि से देखने वाले छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके वीरभद्र सिंह अपने अंतिम सफर पर निकल पड़े हैं। पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे वीरभद्र सिंह का आज

तड़के निधन हो गया है। जानकारी के मुताबिक वीरभद्र का निधन सुबह 3.40 बजे हुआ। दोबारा कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से वह शिमला के आईजीएमसी में उपचाराधीन थे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता के निधन से प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है। वह करीब अढ़ाई महीने से आईजीएमसी में दाखिल थे।सोमवार को अचानक तबीयत खराब होने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा था। इसके बाद से वह बेहोशी की हालत में यहां पर उपचाराधीन थे, लेकिन गुरुवार सुबह उनकी मौत हो गई। वह 87 वर्ष के थे। आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने उनकी मौत की पुष्टि की है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। इन तीन दिनों के दौरान प्रदेश में कोई भी बड़े आयोजन  नहीं होंगे। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का अंतिम संस्कार 10 जुलाई शनिवार को रामपुर में होगा। इससे पहले आज गुरुवार को पार्थिव शरीर दिनभर होलीलॉज में दर्शन के लिए रखा जाएगा। 9 जुलाई शुक्रवार को पार्थिव शरीर सुबह नौ बजे से 11:30 बजे के दर्शन के लिए रिज मैदान पर आम लोगों के बीच रखा जाएगा। उसके बाद पार्थिव शरीर एक बजे तक राजीव भवन कांग्रेस में दर्शन के लिए रखा जाएगा। दोपहर एक बजे पार्थिव शरीर को लेकर परिवार रामपुर के लिए रवाना होगा। शाम छह बजे पार्थिव शरीर को लेकर परिवार रामपुर पहुंचेगा। 10 जुलाई शनिवार को पदम पैलेस रामपुर में सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक पार्थिव शरीर दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम तीन बजे रामपुर में अंतिम संस्कार होगा। उनके निधन पर कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय नेताओं सहित प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, कांग्रेस के नेताओं और भाजपा के नेताओं ने शोक प्रकट किया है। 

2- हिमाचल प्रदेश मे तीन दिन का राजकीय शोक।

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर हिमाचल प्रदेश सरकार ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। आज सरकारी दफ्तरों में सरकार ने एक दिन का अवकाश घोषित किया। शोक के दौरान प्रदेश में कोई सरकारी मनोरंजन संबंधी कार्यक्रम नहीं होंगे। प्रदेश के सरकारी दफ्तर खुले रहेंगे। तीन दिन तक राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार प्रदेश में आठ से 10 जुलाई तक राजकीय शोक रहेगा।

3- हिमाचल के विकास में वीरभद्र सिंह का अभूतपूर्व योगदानः मुख्यमंत्री

हिमाचल प्रदेश के जय राम ठाकुर ने पूर्व मुख्यमंत्री के निजी आवास होली लाॅज पहुंचकर वीरभद्र सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्पाजंलि अर्पित की। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी प्रतिभा सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह के साथ अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के विकास में वीरभद्र सिंह का अनुकरणीय योगदान है। वीरभद्र सिंह ने अपना पूरा जीवन समाज के हर वर्ग विशेषकर कमजोर और

शोषित वर्गों के उत्थान के प्रति समर्पित किया। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह ने केन्द्रीय मंत्री रहते हुए देश के साथ-साथ राज्य के विकास में भी अहम भूमिका निभाई। उनकी मजबूत इच्छाशक्ति, प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प हम सभी के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत रहेगा। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के निधन से उत्पन्न शून्य को आने वाले समय में भरना मुश्किल होगा। मुख्यमंत्री ने परमात्मा से दिवंगत आत्मा की शान्ति और शोक संतप्त परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। इस दौरान उनके साथ शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप, वरिष्ठ भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने भी होली लाॅज पहुंचकर वीरभद्र सिंह के पार्थिव शरीर पर पुष्पाजंलि अर्पित की। हिमाचल प्रदेश मंत्रीमंडल के सभी सदस्यों ने भी पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया।

4- रिज पर अंतिम दर्शन के लिए रखी जाएगी वीरभद्र की पार्थिव देह।

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का पार्थिव शरीर शुक्रवार को पहले रिज मैदान पर लोगों के दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद पार्थिव शरीर प्रदेश

कांग्रेस के दफ्तर राजीव भवन ले जाया जाएगा और वहां पर पार्टी नेता कार्यकर्ता श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। दोपहर एक बजे पार्थिव शरीर को लेकर परिवार रामपुर के लिए रवाना होगा। शाम छह बजे पार्थिव शरीर को लेकर परिवार रामपुर पहुंचेगा। 10 जुलाई शनिवार को पदम पैलेस रामपुर में सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक पार्थिव शरीर दर्शन के लिए रखा जाएगा। शाम तीन बजे रामपुर में अंतिम संस्कार होगा। 

5- मोदी सरकार में अनुराग ठाकुर ने एक साथ संभाले दो मंत्रालय।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार में अब तक हिमाचल प्रदेश से सबसे कम उम्र के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री बने अनुराग ठाकुर ने दो-दो मंत्रालय एक साथ संभाल लिये हैं। अनुराग ठाकुर को युवा सेवाएं एवं खेल मंत्रालय के अलावा सूचना

एवं प्रसारण मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है। गुरूवार को उन्होंने दोनो मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया है। यह पहली बार है जब प्रदेश के किसी नेता को केंद्रीय सरकार में इतना बड़ी जिम्मेदारी मिली है। महज 47 साल की उम्र में उन्होंने यह मुकाम हासिल कर अपना स्थान तो ऊंचा किया ही, देवभूमि का भी कद बढ़ाया है। यहां से अभी तक वीरभद्र सिंह, शांता कुमार, आनंद शर्मा और जगत प्रकाश नड्डा ही कैबिनेट मंत्री रहे हैं। पूर्व में केवल पंडित सुखराम के पास ही केंद्रीय संचार राज्य मंत्री का स्वतंत्र प्रभार रहा है, जबकि अनुराग ठाकुर के अलावा वीरभद्र सिंह और विक्रम महाजन राज्य

मंत्री रहे हैं। अनुराग ठाकुर को बधाई देने वालों का तांता लगा है। हिमाचल प्रदेश के पांवटा साहिब से भी उनके समर्थक उन्हे शुभकामनाएं देने दिल्ली पंहुचे।

6- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप आईजीएमसी पंहुचे चेकअप करवाने।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप अपना चेकअप करवाने आईजीएमसी पंहुचे। वह पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के निवास स्थान पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए आए थे। वहीं से वह आईजीएमसी गये। सुरेश कश्यप ने कहा कि

कुछ दिनों से असहज महसूस कर रहा था। इस कारण नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए आईजीएमसी शिमला आया हूं। बताया जा रहा है कि इन सभी टेस्ट की रिपोर्ट सामान्य है। आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने बताया कि सभी प्रारंभिक जांच सामान्य हैं।

7- हालात न बिगड़े तो अगले माह खुल सकते हैं स्कूल।

हिमाचल प्रदेश में यदि हालात सही रहते हैं और कोरोना संक्रमण के मामले कम होने की रफ्तार इसी तरह से जारी रही तो अगस्त से 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खुल सकते हैं। वैसे भी 25 जुलाई तक ग्रीष्मकालीन स्कूलों में अवकाश है। ऐसे में इस माह होने वाली अगली कैबिनेट बैठक में 10वीं-12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को परामर्श लेने के लिए स्कूलों में बुलाने का फैसला हो सकता है। मंत्रिमंडल की बैठक में कॉलेजों की

परीक्षाओं को लेकर अन्य राज्यों की ओर से अपनाए जा रहे मॉडलों को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। दिल्ली विश्वविद्यालय ओपन बुक पैट्रन पर परीक्षाएं ले रहा है। कुछ विश्वविद्यालय ऑनलाइन परीक्षाएं भी आयोजित कर रहे हैं। हिमाचल में इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या के चलते ऑनलाइन परीक्षाएं करवाने का फैसला नहीं हुआ। ओपन बुक पैट्रन और ऑफलाइन परीक्षाओं को लेकर भी बैठक में आम सहमति नहीं बनी। मंत्रिमंडल ने इस मामले को लेकर चर्चा करने के बाद ही प्रथम और द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को प्रमोट करने का फैसला लिया। उधर, 30 जून तक प्रदेश के करीब आठ हजार शिक्षकों ने वैक्सीन नहीं लगाई है। अब आने वाले दिनों में इन शिक्षकों का टीकाकरण करवाने पर शिक्षा विभाग का फोकस रहेगा। स्कूलों में कुल 76187 शिक्षकों में से 68152 को वैक्सीन लग चुकी है। कुल 89.45 फीसदी शिक्षकों को अभी वैक्सीन नहीं लगी है।


स्थानीय (सिरमौर)

1- पानी नही तो घेर दिया अधिषासी अभियन्ता कार्यालय। 

भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले पांवटा साहिब के किसान जलशक्ति विभाग के अधिषासी अभियन्ता के दफ्तर मे धरने पर बैठ गये। इस दौरान अधिषासी अभियन्ता को एक ज्ञापन भी दिया गया जिसमे कहा गया कि  पातलियों ग्राम पंचायत के किसान अभी तक धान की रोपाई नहीं कर पाए

क्योंकि नहर का पानी कई दिनों से उन तक नहीं पहुंचा। खेत और नहर दोनों सूखी पड़े हैं। जानकारी के मुताबिक भारतीय किसान यूनियन के साथ मिलकर स्थानीय किसानों ने अधिशासी अभियंता के कार्यालय में धरना दिया तथा 24 घंटे में पानी पहुंचाने के ठोस वायदे के बाद ही धरने को स्थगित किया गया है। यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनिन्द्र सिंह नौटी ने कहा कि अगर पानी नहीं पहुंचा तो दोबारा महिलाओं बच्चों और ट्रैक्टर के साथ अधिशासी अभियंता के कार्यालय में डेरा जमाया जाएगा। इस मौके पर ग्रामीणों में स्थानीय उप प्रधान दिलबाग सिंह, बहादुर सिंह सहोता, श्रवण सिंह सहित भारी संख्या में गांव वासी मौजूद रहे।

2- जिला में अब 50 प्रतिशत क्षमता के साथ समारोह में शामिल होने की होगी अनुमति- उपायुक्त

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा कार्यक्रमों व समारोह में लोगों की उपस्थिति की संख्या में वृद्धि करने के निर्णय के उपरान्त अब जिला सिरमौर में भी इन्डोर समारोह यानी चार दिवारी के अन्दर कुल क्षमता का 50 प्रतिशत और अधिकतम 200 लोगों को शामिल होने की अनुमति होगी। यह आदेश आज

उपायुक्त सिरमौर आर0के0 गौतम ने जारी किए। आदेशों के अनुसार इन्डोर में कुल क्षमता का 50 प्रतिशत अधिकतम 200 लोग तथा आउटडोर यानी खुले स्थानों या मैदान में उस स्थल की कुल क्षमता का 50 प्रतिशत लोगों को सामाजिक, शैक्षिक, खेलकूद, मनोरंजन, धार्मिक, सांस्कृतिक व अन्य समारोह में कार्यक्रम स्थल पर एकत्र होने कि अनुमति होगी। सभी समारोह में कोविड अनुरूप व्यावहार अपनाने के साथ-साथ थर्मल स्कैैंनिग, हाथ धोने तथा सेनेटाईज करने की सुविधा अवश्यक रूप से उपलब्ध होनी चाहिए।

3- सिरमौर में चलाया जाएगा पौधारोपण महाअभियान, जिला में 102 बीघा भूमि पर रोपे जाएंगे 72000 से अधिक पौधे।

जिला सिरमौर में 102 बीघा भूमि पर 72000 पौधे रोपित किये जाएगें जिसके लिए जिला रेड क्रॉस सोसायटी के बैनर तले पौधारोपण महाअभियान चलाया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त सिरमौर रामकुमार गौतम ने आज उपायुक्त कार्यालय में आयोजित बैठक के दौरान दी। उन्होंने बताया कि राज्यपाल कार्यालय से जुलाई माह के दौरान बडे स्तर पर पौधारोपण करने

के आदेश प्राप्त हुए हैं जिसके अंतर्गत यह महाअभियान चलाया जाएगा। सिरमौर में आगामी वन महोत्सव पर इस महाअभियान की शुरूआत की जाएगी जिसके अंतर्गत पूरे जिला में पौधा रोपण किया जाएगा। इस महाअभियान के अंतर्गत जिला रेड क्रॉस सोसायटी के बैनर तले 24000 पौधे रोपित किए जाएगें जबकि वन विभाग के अंतर्गत 48000 से अधिक पौधे रोपित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस पौधारोपण अभियान के अंतर्गत उप मण्डल नाहन के धार क्यारी, जोहडों और खैरी चेंगण क्षेत्रों में लगभग 4 हैक्टेयर भूमि पर जबकि उप मण्डल पच्छाद के बाग पशोग और चन्दोली महलोग पचांयतों में लगभग 3 हैक्टेयर भूमि पौधा रोपण किया जाएगा। इसी प्रकार, उप मण्डल राजगढ के शिलांजी में 2 हैक्टेयर भूमि पर, उप मण्डल पांवटा साहिब के मानपुर देवडा में 2 हैक्टेयर भूमि पर, उप मण्डल संगडाह के देवडी खडाह क्षेत्र में 2 हैक्टेयर भूमि पर तथा उप मण्डल शिलाई के ग्वाली पश्मी में 2 हैक्टेयर भूमि पर पौधारोपण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, नगर पालिका परिषद नाहन के लगभग 16 स्थानों पर पौधा रोपण किया जाएगा और नाहन के जेल परिसर की 110 बीघा भूमि सहित जिला के सभी शिक्षण संस्थानों व आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी पौधारोपण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस महाअभियान को सफल बनाने के लिए जिला सिरमौर में सभी ग्राम पंचायत, नेहरू युवा केन्द्र के सदस्य, एनसीसी व एनएसएस के सदस्य, सभी महिला मण्डल व युवा मण्डल, स्वंय सहायता समूह व गैर सरकारी सस्थाएं हिस्सा होंगे। इस बैठक में उपायुक्त ने सभी उप मण्डलाधिकारियों को उप मण्डल स्तर पर रेड क्रॉस कमेटी स्थापित करने के आदेश दिए और बडे स्तर पर लोगों को इस कमेटी में जोडने के लिए मेम्बरशिप ड्राईव चलाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने उप मण्डल स्तर पर सभी विभागों को इस अभियान के लिए जिला वासियों को जोडने के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए। उन्होने बताया कि इस अभियान के दौरान कचनार, चील, तूनी, शीशम, बॉस, आंवला, जामुन, अशोक, बेल, अर्जुन, नीम, आम, पीपल सहित अन्य मेडिसन पौधे भी रोपित किए जाएंगे ताकि जिला वासियों की आर्थिकी भी सुदृढ हो सके। उन्होंने बताया कि जिला में बंदरो से निजात पाने के लिए फल दायक पौधे रोपित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, जिला के नगर पालिका परिषद क्षेत्रों में पानी के नालों में जल शोधक पौधे रोपित किए जाएंगे। बैठक में उपायुक्त ने सभी उप मण्डलाधिकारियों को सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त, जिला की दुकानों में प्लास्टिक कैरी बैग पाये जाने पर बडे स्तर पर चालान करने के आदेश दिए और जिला वासियों को प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने के लिए उप मण्डलाधिकारियों को व्यापक जागरूकता अभियान चलाने के आदेश दिए। इस बैठक मे सहायक आयुक्त प्रिंयका चन्द्रा सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 

4- वीरभद्र सिंह के निधन पर पांवटा कांग्रेस ने जताया शोक।

ब्लॉक कांग्रेस कमेटी पांवटा साहिब ने आधुनिक हिमाचल के निर्माता, युग पुरुष व हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर गहरा दुःख

व्यक्त किया है। इस मौके पर पांवटा साहिब के पूर्व विधायक चौधरी किरनेश जंग ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का निधन हिमाचल प्रदेश की जनता के लिए बहुत बड़ी क्षति है। वीरभद्र सिंह के कार्यकाल में हिमाचल प्रदेश में स्वर्णिम विकास किया गया एवं पांवटा साहिब विधानसभा में अनेकों योजनाए, महाविधालय, एसडीएम, तहसील, चिकित्सालय व अन्य कार्यालय खोले गए। जिनका लाभ आज तक व आने वाले समय मे भी जनता को मिलता रहेगा। वीरभद्र सिंह सदा हमारे दिलों में रहेंगे और प्रेरणा देते रहेंगे। वीरभद्र सिंह के साथ हिमाचल प्रदेश में राजनीति के एक स्वर्णिम काल का अंत हो गया है। 

5- दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे वीरभद्र सिंह- कुंजना सिंह

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिह एतिहासिक झरोखे से हमेशा हमारे दिलो मे जीवित रहेंगे। हिमाचल प्रदेश के विकास की ईबारत लिखते हुए वह लाखो लोगों के लिए प्रेरणास्रोत रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिह को अश्रुपूर्ण श्रधांजली अर्पित करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री कुंजना सिह ने कहा कि वीरभद्र

सिंह ने हिमाचल प्रदेश समेत देशभर मे विकास के अनेकों आयाम स्थापित कर राज्य और देश को विश्व के मानचित्र पर एक अलग पहचान दिलाई है। जिसके लिए देश की जनता युगों युगों तक उनकी ऋणि रहेगी। उनके योगदान को इतिहास मे स्वर्णाक्षरों से अंकित किया जाएगा। वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री कुंजना सिह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिह ने राजधर्म के साथ साथ कांग्रेस पार्टी मे नेतृत्व और जनप्रतिनीधि के तौर पर अभूतपूर्व सामंजस्य स्थापित किया और आमजन की भरपूर सेवा की। वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिह के सम्बोधनो के क्रांतीकारी उदगार आमजन के जहन मे हमेशा गुंजायमान रहेंगे और उनके द्वारा कहे गए हर शब्द हमे उर्जा से ओतपोत कर नित नई संजीवनी साबित होंगे। उन्होने कहा कि उन्होने हमेशा मुझे बेटी के तौर पर दुलार दिया है। व्यक्तिगत तौर पर उनके लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।

6- वीरभद्र सिंह मजदूरों के हितों की करते थे रक्षा- प्रदीप चौहान

जिला सिरमौर का मजदूर नेता प्रदीप चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि ऐसी शख्सियत लाखों वर्षो बाद जन्म लेती है जो मर कर भी अमर हो जाती है। प्रदीप चौहान ने कहा कि प्रदेश के 6 बार के मुख्यमंत्री रह चुके वीरभद्र सिंह गरीब और मजदूर वर्ग का हमेशा ध्यान रखते थे। कामगारों के हितों की सदैव रक्षा करते

थे। जब भी उनके पास गरीबों और मजदूरों के शोषण की कहीं से भी शिकायत मिलती थी तो वह त्वरित कार्यवाही करते थे। उन्होंने अधिकारियों को अपने कार्यकाल मे स्पष्ट निर्देश दे रखे थे कि यदि कहीं पर उद्योग या अन्य स्थानों पर मजदूर वर्ग का शोषण हुआ तो खेर नही होगी। यही कारण था कि उनके मुख्यमंत्री रहते मजदूर वर्ग सदा खुश रहा। प्रदीप चौहान ने कहा कि वह वीरभद्र सिंह ही थे जिन्होंने प्रदेश मे कामगारों को सम्मानजनक दिहाड़ी दिलवाई और प्रदेश के उद्योगों मे 70 प्रतिशत हिमाचलियों को रोजगार देने के नियम बनाए। ताकि प्रदेश के लोगों को अपने ही प्रदेश मे काम मिल सके। मजदूर वर्ग भी आज उनके निधन पर गहरे सदमे मे हैं और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

7- भारतीय किसान यूनियन ने पूर्व सीएम के निधन पर जताया शोक।

भारतीय किसान यूनियन हिमाचल प्रदेश ने 6 बार मुख्यमंत्री रहे तथा केंद्र सरकार में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे राजा वीरभद्र सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनिन्द्र सिंह नौटी ने कहा कि वीरभद्र सिंह ने अपने पूरे राजनीतिक जीवन में हिमाचल प्रदेश के किसानों के

लिए अनेकों भलाई के कार्य तथा सरकारी योजनाएं समर्पित की। वीरभद्र सिंह के मन में किसानों तथा खेती के लिए एक गहरा लगाव था और हिमाचल प्रदेश के किसान भी आज उनके निधन से गहरे सदमे में खुद को महसूस कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन टिकैत हिमाचल प्रदेश इकाई ने आज अपने सदस्यों के साथ पांवटा साहिब में पूर्व सीएम की आत्मिक शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा तथा श्रद्धा सुमन अर्पित किए। 

8- भारतीय किसान यूनियन ने मंहगाई पर घेरी केंद्र सरकार।

किसान मोर्चा की राष्ट्रव्यापी कॉल के अंतर्गत पांवटा साहिब में भी संयुक्त किसान मोर्चा भारतीय किसान यूनियन द्वारा संयुक्त रुप से पेट्रोलियम सहित

आम जरूरत की वस्तुओं की लगातार महंगाई और सरकार की नाकामी के खिलाफ बैनर लेकर नेशनल हाईवे बद्रीपुर के बीच में प्रदर्शन किया। तथा इसके बाद पांवटा हाटकोटी नेशनल हाईवे स्थित शर्मा ट्रक ऑपरेटर यूनियन के कार्यालय और पेट्रोल पंप के सामने भी इसी कड़ी में प्रदर्शन किया गया। 

9- बढ़ती मंहगाई पर कोसी केंद्र सरकार।

संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर आम जन के लिये बढ़ती जा रही महंगाई के विरोध में पांवटा साहिब में भी संयुक्त किसान मोर्चा पांवटा साहिब द्वारा प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक सरदार तरसेम सिंह सग्गी ने केंद्र व प्रदेश सरकार व उनकी जन विरोधी नितियो को बेतहाशा बढ़ रही महंगाई के लिए पूरी तरह ज़िम्मेदार ठहराया। मोर्चे के सह

संयोजक गुरविंद्र सिंह गोपी ने कहा कि कोविड-19 के चलते जहां आम जनता को बेरोज़गारी की मार झेलने को मजबूर होना पड़ रहा है वहीं अब चाहे LPG सिलेंडर हो चाहे डीज़ल/पेट्रोल के दाम हो या खाद्य पदार्थों के दाम हों बेतहाशा बढ़ोतरी से आम जन की कमर टूट गई है। जिसके लिये जहां किसान तीन कृषि विरोधी कानूनों को रद्द करवाने की लड़ाई लड़ रहे है उसी कड़ी में महंगाई के विरोध में भी अब किसान संगठन निर्णायक लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। उसी कड़ी में यह आज का सांकेतिक प्रदर्शन किया जा रहा है जिसमें 10 बजे से 12 बजे तक प्रदर्शन किया गया तथा 8 मिनट हॉर्न बजा कर गाड़ियों द्वारा सरकार के कान के पर्दे खोलने व आम जन की आवाज़ बहरी सरकारों को सुनाने के लिए अनोखा प्रदर्शन किया गया। 

10- फल-सब्जी वाले वसूल रहे मनमाने दाम- सीनियर सिटीजन

सीनियर सिटीजन काऊंसिल पांवटा साहिब का कहना है कि पांवटा साहिब मे फल-सब्जी की रेहड़ी वाले मनमाने दाम वसूल रहे हैं। इन पर प्रशासन का कोई चेक नही है यही कारण है कि किसी के पास रेट लिस्ट नही होती। काऊंसिल की बैठक टी सी गुप्ता की अध्यक्षता मे लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह मे आयोजित हुई। बैठक मे कईं समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया और प्रशासन ने दिक्कतें दूर करने की मांग की गई। बैठक मे मुख्य रूप से रेहड़ी फड़ी लगाकर फल व सब्जियां बेचने वालों की मनमानी पर रोश प्रकट किया गया। काऊंसिल का कहना है कि संबंधित विभाग का इन पर कोई चेक नही है। जिस कारण ये मनमाने दामों पर फल व सब्जियां बेचने रहे हैं। कोई भी रेट लिस्ट प्रदर्शित नही करता। जिससे इनकी मनमानी जारी है। यही नही ये सड़क के दोनो तरफ कहीं भी रेहडियां लेकर खड़े हो जाते हैं जिससे आए दिन जाम लगा रहता हैं। प्रशासन इन पर लगाम लगायें और इन्हे कहीं एक जगह पर स्थान देकर वहां पर फल सब्जियां बेचने की व्यवस्था करें। नगर परिषद इनके लाईसेंस भी चेक करें जिससे पता चल सकें कि कोई बिना लाईसेंस के सब्जी बेचने के बहाने शहर मे तो नही घूम रहा। 

11- आईआईएम सिरमौर ने कुंजा मतरालियों में किया कोविड-19 टीकाकरण अभियान का आयोजन।

भारतीय प्रबंध संस्थान सिरमौर ने आज उन्नत भारत अभियान (यूबीए) के अंतर्गत गोद लिए गए गाँव कुंजा मतरालियों, पांवटा साहिब, जिला सिरमौर, हिमाचल प्रदेश में एक COVID-19 टीकाकरण अभियान का आयोजन किया जिसमें 45 से अधिक उम्र के लोगों को सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे

तक टीका लगाया गया। उन्नत भारत अभियान एक समावेशी भारत के निर्माण में मदद करने के लिए ज्ञान संस्थानों का लाभ उठाकर ग्रामीण विकास प्रक्रियाओं में परिवर्तनकारी परिवर्तन की दृष्टि से प्रेरित है। निदेशक और प्रोफेसर (डॉ) नीलू रोहमेत्रा के नेतृत्व में, आईआईएम सिरमौर यूबीए में भाग लेने वाले संस्थानों में से एक है। इस टीकाकरण अभियान में करीब 100 लोगों को टीका लगाया गया। इस अभियान का समन्वय यूबीए आईआईएम सिरमौर टीम द्वारा, प्रो. देविका वशिष्ठ (यूबीए कोऑर्डिनेटर) और प्रो. अमरिंदर सिंह (यूबीए को-ऑर्डिनेटर) के नेतृत्व में किया गया और यूबीए के सदस्यों प्रो अर्पिता, प्रो. पारुल और प्रो. रिंकी द्वारा सहायता प्रदान की गई। अनुसंधान सहयोगी, अमिया  दास (प्रशासनिक अधिकारी) के नेतृत्व में प्रशासन दल और मोहम्मद रिजवान (सिस्टम एनालिस्ट) के नेतृत्व में आईटी टीम। साथ ही, आईआईएम सिरमौर ने टीकाकरण टीम के सदस्यों के लिए दोपहर के भोजन और टीकाकरण के लिए आए लोगों के लिए नाश्ते की व्यवस्था की ताकि ग्रामीणों में COVID-19 टीकाकरण के बारे में जागरूकता और विश्वास बढ़ाया जा सके।


क्राइम/एक्सीडेंट 

1- हिमाचल मे फिर एक सड़क हादसे मे चार की मौत।

अभी प्रदेश शिलाई क्षेत्र मे हुए बड़े सड़क हादसे से उभरा भी नही कि राज्य को एक और सड़क दुर्घटना के जख्म मिल गये। इस बार शिमला और सोलन जिला की सीमा को जोडने वाली हरिपुरधार- लोहणाधार बाग सड़क मार्ग पर हुआ। यहां पर एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई है जिसमें सवार चार लोगों की मौत हो गई है जबकि एक गंभीर रूप से घायल जिससे आईजीएमसी शिमला

ले जाया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक गाड़ी नम्बर( HP 08 B-9007) हरिपुरधार से बाग की ओर जा रही थी, तभी अचानक मझौली कैंची के पास कार अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इह गाड़ी में 5 लोग सवार थे जिसमें तीन व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई। एक महिला ने हरिपुरधार अस्पताल मे दम तौड़ा। एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ है जिसे प्राथमिक उपचार के बाद हायर अस्पताल रेफर किया गया है। मृतकों की पहचान रोशन लाल पुत्र धनीराम उम्र 33 वर्ष निवासी बाग, जीवन सिंह उम्र 68 वर्ष निवासी बाग, विद्या देवी पत्नी केदार सिंह उम्र 46 वर्ष निवासी बाग, राजेंद्र सिंह पुत्र नैन सिंह निवासी मझौली उम्र 34 वर्ष के रूप में हुई है। वहीं घायल की पहचान रणवीर सिंह पुत्र धनीराम निवासी बाग उम्र 29 वर्ष के रूप में हुई है। नायब तहसीलदार कुपवी राजेंद्र शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतकों के परिवार को फौरी राहत प्रदान की गई तथा घायल को भी उपचार के लिए 10 हजार रुपये फोरी राहत प्रदान की गई है।

2- सिरमौर मे नहीं सटौरियों की खैर, आज पांच मामले।

जिला सिरमौर पुलिस ने पिछले कुछ दिनों से सटोरियों के खिलाफ विशेष अभियान छेड़ा है। आज फिर पांच मामलों में सट्टा की पर्ची और कैश बरामद हुआ है। पहले मामले में पुलिस थाना नाहन की पुलिस टीम गश्त के दौरान कैन्ट चौंक पर मौजूद थी तो विश्वसनीय सूत्रों से सूचना मिली कि अनवर अली, निवासी मौहल्ला तेलियो, कच्चा टैंक, नाहन, जिला सिरमौर HRTC बस स्टैण्ड कैन्टीन में दड़ा-सटटा लगवाता है। जिस सूचना पर पुलिस टीम ने मौका पर जाकर उक्त व्यक्ति को काबू किया और तालाशी पर उसके कब्जा से दड्डा-सट्टा की पर्चियां और 1860 रूपऐ बरामद हुए। जिस पर उक्त व्यक्ति के विरूद्ध पुलिस थाना नाहन में सार्वजनिक जुआ (प्रतिषेध) अधिनियम के अन्तर्गत मामला दर्ज कर के आगामी कार्यवाही की जा रही है।
दूसरे मामले मे पुलिस थाना पांवटा साहिब की पुलिस टीम गश्त के दौरान देवीनगर में मौजूद थी तो विश्वसनीय सूत्रों से सूचना मिली कि विशाल कुमार निवासी वार्ड नं. 9 देवीनगर, तहसील पांवटा साहिब, जिला सिरमौर, देवीनगर में माई मन्दिर के पास लोगों को आवाजें लगा कर सट्टा लगाने के लिये उकसा रहा है। जिस सूचना पर पुलिस टीम ने मौका पर जाकर उक्त व्यक्ति को काबू किया और उसके कब्जा  दड्डा-सट्टा की पर्चियां और 830/- रूपऐ बरामद हुए। जिस पर उक्त व्यक्ति के विरूद्ध पुलिस थाना पांवटा साहिब में धारा 13A सार्वजनिक जुआअधिनियम के अन्तर्गत मामला दर्ज कर के आगामी कार्यवाही की जा रही हैं।
तीसरे मामले मे पुलिस थाना पुरूवाला की पुलिस टीम गश्त के दौरान मानपुर देवड़ा में मौजूद थी तो विश्वसनीय सूत्रों से सूचना मिली कि मुकेश पुत्र श्री लच्छी राम निवासी गांव मानपुर देवड़ा तहसील पांवटा साहिब, जिला सिरमौर, अपनी दुकान पर दड्डा-सट्टा लगवा रहा हैं। जिस सूचना पर पुलिस टीम ने मौका पर जाकर उक्त व्यक्ति को काबू किया और उसके कब्जा  दड्डा-सट्टा की पर्चियां और 900/- रूपऐ बरामद हुए। जिस पर उक्त व्यक्ति के विरूद्ध पुलिस थाना पुरूवाला में धारा 13A सार्वजनिक जुआ(प्रतिषेध) अधिनियम के अन्तर्गत मामला दर्ज कर के आगामी कार्यवाही की जा रही हैं।
वहीं चौथे मामले में पुलिस थाना माजरा की पुलिस टीम गश्त के दौरान धौलाकुंआ में मौजूद थी तो विश्वसनीय सूत्रों से सूचना मिली कि मीन सिंह निवासी गांव भारापुर, तहसील पांवटा साहिब, जिला सिरमौर, वी0सी0एल0 फैक्ट्री के साथ आने-जाने वाले लोगों को एक रूपऐ के बदले 80 रूपऐ का लालच देकर दड्डा-सट्टा खेलने के लिए उत्प्रेरित कर रहा है। जिस सूचना पर पुलिस टीम ने मौका पर जाकर उक्त व्यक्ति को काबू किया और उसके कब्जा  दड्डा-सट्टा की पर्चियां और 1560/- रूपऐ बरामद हुए। जिस पर उक्त व्यक्ति के विरूद्ध पुलिस थाना माजरा में धारा 13A सार्वजनिक जुआ(प्रतिषेध) अधिनियम के अन्तर्गत मामला दर्ज कर के आगामी कार्यवाही की जा रही हैं।
एक अन्य मामले मे पुलिस थाना रेणुका जी की पुलिस टीम गश्त के दौरान ददाहू बाजार में मौजूद थी तो विश्वसनीय सूत्रों से सूचना मिली कि अमित कैंथ निवासी ददाहू, जिला सिरमौर अपनी दुकान में दड़ा सट्टा लगाने का काम करता है। उक्त सूचना पर अमित कैंथ की दुकान की तलाशी ली गई तो दुकान के अन्दर दड्डा-सट्टा की पर्चियां और 1460 रूपऐ बरामद हुए। जिस पर उक्त व्यक्ति के विरूद्ध पुलिस थाना रेणुका जी में धारा 13A सार्वजनिक जुआ(प्रतिषेध) अधिनियम  के अन्तर्गत मामला दर्ज कर के आगामी कार्यवाही की जा रही हैं। एसपी सिरमौर खुशहाल शर्मा ने सभी मामलों की पुष्टि की है। 

शाम सात बजे तक का कोविड मीडिया बुलेटिन-

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग हिमाचल प्रदेश बुलेटिन-