हिमाचल- ड्रग्स मामलें में 7938 गिरफ्तार....... 30 जुलाई 2022- पाँवटा साहिब से आज का खबरनामा ddnewsportal.com

हिमाचल- ड्रग्स मामलें में 7938 गिरफ्तार.......  30 जुलाई 2022- पाँवटा साहिब से आज का खबरनामा  ddnewsportal.com
फोटो: चंडीगढ़ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मादक द्रव्यों की तस्करी एवं राष्ट्रीय सुरक्षा विषय पर आयोजित सम्मेलन के दौरान हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर व अन्य।

हिमाचल- ड्रग्स मामलें में 7938 गिरफ्तार.......

30 जुलाई 2022- पाँवटा साहिब से आज का खबरनामा 

ऊर्जा@2047 के समापन पर पीएम
नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस: मुख्‍यमंत्री
सराज को करोड़ों की सौगात
भाजपा ने की मोर्चाबंदी शुरू
बागवानों को एक और तोहफा
अब गोली से भागेगा कोरोना
स्कॉलरशिप की राशि बढ़ी
कांग्रेस में सीएम के कईं दावेदार: सुखराम 
धान की फसल को लगा रोग
योगिता गोयल पावरफुल वूमेन
शिलाई में सड़क हादसा

सिरमौर जिला में आज 20 मामले और....... कोविड/सूचना एवं जनसंपर्क विभाग बुलेटिन।


(आज की तस्वीर) ऊर्जा @2047 समापन समारोह।

स्थानीय (सिरमौर)

1- हिमाचल कांग्रेस में सीएम पद के कई दावेदार: सुखराम

हाचल प्रदेश के ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि हिमाचल कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के कई दावेदार हैं और कांग्रेस नेताओं की गुटबाजी किसी से छिपी नहीं है। ऊर्जा मंत्री कांग्रेस पर हमलावर हुए है, साथ ही उन्होंने हिमाचल में मिशन रिपीट का भी दावा किया है। उन्होंने कहा कि हाल में कांग्रेस के कई कार्यक्रमों में

कांग्रेसी नेताओं की गुटबाजी खुलकर सामने आई है। इस दौरान उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री  कई कार्यक्रमों का जिक्र भी किया। उन्होंने कहा कि पाँवटा साहिब के कांग्रेस के महिला कार्यक्रम से कईं काँग्रेसी नेताओं ने दूरी बनाई जिससे फिर कांग्रेस की गुटबाजी जगजाहिर हो गई। ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने एक बार फिर हिमाचल में मिशन रिपीट का दावा किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में एक बार फिर से जहां जयराम सरकार सत्ता में आने वाली है। वही सिरमौर जिला की सभी पांचों सीटों पर भी भाजपा इस बार जीत दर्ज करने वाली है।

2- रोटरी ने पाँवटा साहिब में चलाया रोड़ सेफ्टी जागरूकता अभियान।

रोटरी पाँवटा साहिब ने प्रधान राकेश रहल व डीएसपी पांवटा की अगुवाई में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान शुरू किया। इस अभियान के पहले चरण में रोटरी ने एंटी क्रप्शन फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया के साथ मिलकर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को धूप से बचने को सनग्लासेस भेंट किये व ई- रिक्शा व ट्रेक्टर आदि पर रिफ्लेक्टर लगाए। इसके साथ ही जागरूकता बढ़ाने के लिए सड़क सुरक्षा से जुड़े नियमों बारे पम्फ्लैट्स लोगों में बांटे। प्रधान रहल ने बताया की यही पम्फ्लैट्स हर अख़बार में भी डलवाए जायेंगे जिस से ज्यादा से ज्यादा लोग इस बारे जागरूक हों। इस मोके पर कार्यक्रम के मुख्य अथिति बीर बहादुर सिंह, डीएसपी ने बहुत अच्छे ढंग से ट्रैफिक के नियमों बारे अवगत कराया व रोटरी पौंटा की तारीफ करते हुए हर संभव मदद का भरोसा दिया। उन्होंने कहा की इस तरहां के कार्यक्रम करने से लोगों में पुलिस की छवि और भी मित्रता पूर्ण व साफ़ होती है। रोटरी पौंटा हमेशा से ही पुलिस कर्मियों के लिए कुछ न कुछ करता रहता है जिसके लिए उन्होंने रोटरी का आभार जताया। इस मोके पर पाँवटा पुलिस थाना के एसएचओ अशोक चौहान भी मौजूद रहे। प्रोजेक्ट के दौरान एंटी क्रप्शन ऑफ़ इंडिया के स्टेट प्रेजिडेंट महेश खुराना व डिस्ट्रिक्ट के प्रधान गौरव सिंघल भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया की हमारी संस्था अपने नेशनल प्रेजिडेंट नरेंद्र अरोड़ा की अगुवाई में सदैव ईमानदार कर्मियों व अफसरों को चिन्हित कर उन्हें पुरुस्कृत करती है व समाज में भ्रष्टाचार के विरुद्ध सन्देश देती है। इस दौरान रोटरी के सदस्यों में प्रधान राकेश रहल, अरुण शर्मा, डॉक्टर प्रवेश सबलोक, एन पी एस नारंग , शांति स्वरुप गुप्ता, महेश खुराना, राकेश गर्ग, कविता गर्ग, अरविन्द मारवाह व निर्मल अत्री आदि मौजूद रहे।

3- धान की फसल रोग की चपेट में अधिकारी पंहुचे खेतों में।

सिरमौर जिला के मैदानी दून क्षेत्रों में धान की फसल रोग की चपेट में आई हुई है। जिससे किसान परेशान हैं। सूचना मिलने पर समस्या को देखते हुए कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक किसानों के खेतों का निरीक्षण कर उन्हें इस समस्या के समाधान के बारे में जागरूक कर रहे हैं। इसके साथ ही अनेकों किसान व्यक्तिगत रूप से भी फसल के नमूने ले कर कृषि विज्ञान केंद्र का रुख कर रहे हैं। वैज्ञानिक भी उन्हें बीमारी के कारणों व निदान की जानकारी उपलब्ध करवा रहे हैं। कृषि विज्ञान केंद्र, सिरमौर (धौलाकुआं) के प्रभारी एवं प्रधान वैज्ञानिक डॉ. पंकज मित्तल ने बताया की जिला के मैदानी क्षेत्रों से धान की फसल के रोगग्रस्त होने की सूचना के बाद केंद्र के वैज्ञानिक किसानों के खेतों में

निरीक्षण कर उन्हें इसके नियंत्रण के उपाय बता रहे हैं। इसी प्रयोजन के चलते नज़दीकी कृषि विज्ञान केंद्र, देहरादून स्थित ढकरानी से भी गत दिवस सम्पर्क किया गया है क्योंकि यह समस्या पांवटा साहिब वैली व सिरमौर की सीमा से सटे उत्तराखंड के कई गाँवों में भी आ रही है। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों डॉ. सौरव शर्मा एवं डॉ. शिवाली धीमान ने बताया कि जिन किसान भाइयों ने धान की फसल की रोपाई मई महीने व जून के प्रथम सप्ताह में की है उसमें ज़्यादा समस्या आ रही है। जिसके मुख्य कारणों में दिन का तापमान सामान्य से अधिक होना, पिछले कई वर्षों से एक ही फसल चक्र एवं किस्मों का इस्तेमाल एवं फलस्वरूप मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी, धान की जड़ों में कीट एवं रोग का प्रकोप है। उपरोक्त समस्याओं के समाधान हेतु वैज्ञानिकों ने निम्नलिखित उपाय बताए जिससे किसान लाभ उठा सकते है।

ये करें उपाय: 

फसल में पोटाश की कमी की दूर करने के लिए 0:0:50 घुलनशील उर्वरक का फसल पर छिड़काव करें जिसकी मात्रा 1.5 किलोग्राम प्रति 150 लीटर पानी में प्रति एकड़ है। (प्रति बीघा के लिए 300 ग्राम प्रति 30 लीटर पानी में)। 
ज़िंक की कमी को दूर करने के लिए चीलेटेड ज़िंक 100 ग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से 150 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें (प्रति बीघा 20 ग्राम प्रति 30 लीटर पानी में)। अगर चीलेटेड ज़िंक उपलब्ध ना हो तो नान चीलेटेड ज़िंक 250 ग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से 150 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें (प्रति बीघा 50 ग्राम प्रति 30 लीटर पानी में)।
आयरन की कमी से भी पत्ते हल्के पीले नज़र आने शुरू होते हैं जिसके लिए 1% फेरस सल्फ़ेट का छिड़काव करें जिसकी मात्रा 150 लीटर पानी में 1.0 किलोग्राम प्रति एक एकड़ में होगी (प्रति बीघा 200 ग्राम प्रति 30 लीटर पानी में)।


बीमारी के नियंत्रण के लिए सोफिया दवाई (हैकसाकोनाजोल 4%+ कार्बेनडाज़िम 16% एस सी) की 100 ग्राम मात्रा प्रति 30 लीटर पानी में या साफ दवाई (कार्बेनडाज़िम 12%+ मैनकोज़ेब 63% डब्ल्यू पी) की 100 ग्राम मात्रा प्रति 30 लीटर पानी में और हारू दवाई (टेबुकोनाज़ोल 10%+ सल्फर 60% डब्ल्यू पी) की 30 ग्राम मात्रा प्रति 30 लीटर पानी में मिलाकर एक बीघा में छिड़काव करें।
क्लोरपाईरिफॉस् 20 ईसी की 200 मिली. ली. मात्रा को 2-3 किलोग्राम रेत में मिलाकर एक बीघा में डालें। इन उपायों को करने से धान की फसल में आ रही परेशानी से किसानों को राहत मिल सकती है।

4- बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति और शिक्षा अधिनियम 2009 के बारे में दी जानकारी।

चाइल्ड लाइन सिरमौर की टीम ने पाँवटा साहिब की ग्राम पंचायत पातलियों के घुत्तनपुर में एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में चाइल्ड लाइन टीम सदस्य राम लाल चौहान व नीलम कुमारी के साथ पंचायत प्रधान सजन सिंह, आंगनबाड़ी सुपरवाइजर राज बाला व कार्यकर्ता भी साथ थी। टीम द्वारा घुत्तनपुर बस्ती में लोगों और बच्चों को चाइल्ड हेल्प लाइन की सेवाओं के साथ बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति और शिक्षा अधिनियम 2009 के बारे में विस्तार से बताया गया। टीम द्वारा बस्ती के सभी

लोगों को बताया गया कि आप सभी अपने बच्चों को प्रतिदिन स्कूल भेजे। टीम द्वारा लोगों को बताया कि आप लोग कभी भी बच्चों को मुसीबत से बचाने के लिए 1098 नंबर से सहायता ले सकते है ताकि बच्चा उस मुसीबत से बाहर निकल सकें। इसी के साथ टीम द्वारा आंगनबाड़ी वृत पातलियों के सुपरवाइजर और 27 आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता के साथ भी बैठक आयोजन किया। जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/ सहायिकाओं को चाइल्ड लाइन की सेवाओं के साथ बाल विवाह और बाल श्रम इत्यादि सेवाओं के बारे में विस्तार से बताया गया।

5- पाँवटा की योगिता गोयल को पॉवरफुल वूमेन-2022 अवार्ड।

पाँवटा साहिब की योगिता गोयल को पॉवरफुल वूमेन-2022 अवार्ड से नवाजा गया है। जिससे पाँवटा क्षेत्र में खुशी की लहर है। क्रेजी टेल्स के तत्वाधान में पॉवरफुल वूमेन अवार्ड 2022 कार्यक्रम दिल्ली के मयूर विहार स्थित क्राउन प्लाजा होटल में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य देश के अलग अलग क्षेत्रों में और अप्रत्याशित कार्य कर रहे महिलाओं को प्रोत्साहित करना था, जिसमें पूरे देश से अलग-अलग क्षेत्रों में जैसे शिक्षा, चिकित्सा, व्यवसाय व अन्य क्षेत्र में बेहतर काम कर रहे 51 महिलाओं को स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा चयनित कर उन्हें सम्मानित किया गया। इसी कार्यक्रम में पांवटा साहिब की योगिता गोयल को पॉवरफुल वूमेन 2022 अवार्ड से सम्मानित किया गया। हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले की रहने वाली योगिता एन गोयल जो पेशे

से एक होटल व्यवसाई हैं और स्तोत्रक हॉस्पिटैलिटी द्वारा उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश व राजस्थान में कई होटलों का संचालन करती हैं। इसके पूर्व योगिता गोयल आईएचएम चंडीगढ़ से होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई करके ताज होटल के साथ लंबे समय तक काम करते हुए राजस्थान के ताज उम्मेद भवन पैलेस जोधपुर, ताज रामबाग पैलेस जयपुर और फलकनुमा पैलेस हैदराबाद समेत दिल्ली में क्राउन प्लाजा और जेडब्ल्यू मैरियट जैसे बड़े होटलों का अनुभव होने की वजह से उन्होंने बहुत ही कम समय में स्तोत्रक हॉस्पिटैलिटी को काफी आगे पहुंचा दिया।

6- पाँवटा के शिवपुर में हुए जिला स्तरीय खो-खो के ट्रायल।

पांवटा साहिब के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शिवपुर में जिला स्तरीय खो खो के एक दिवसीय ट्रायल का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर समाजसेवी व बीडीसी सदस्य गुरिंदर सिंह गोपी ने शिरकत की। हिमाचल प्रदेश स्टेट ओलंपिक गेम्स 2022 के माध्यम से जिला खो खो संघ सिरमौर के द्वारा एक दिवसीय खो खो ट्रायल करवाए गए हैं, जिसमें लगभग सौ खिलाड़ियों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा खेल जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है, जिससे युवाओं का स्वास्थ्य एकदम दुरुस्त तो रहता ही है, इसके अलावा रोजगार प्राप्त करने में भी मदद मिलती हैं। आज बहुत सारे ऐसे उदाहरण हमारे सामने हैं, जोकि खेलों में अच्छा स्थान प्राप्त करने उपरांत सरकारी संस्थानों में ऊंचे ऊंचे पदों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसलिए युवाओं को खेलों में रुचि लेनी चाहिए ताकि उनका

शारीरिक और मानसिक विकास भी होता रहे। वही, संघ के अध्यक्ष सुनील चौधरी ने कहा बारिश के बावजूद भी युवाओं का इतनी संख्या में इस टूर्नामेंट में भाग लेना ये दर्शाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी खेलों के प्रति कोई कमी नहीं आई है। इसलिए ऐसी प्रतिभाओं को निखारने के लिए इस प्रकार के आयोजन होते रहना बहुत जरूरी है। सचिव बूटी चौधरी व कोच दिलीप ने बताया कि राज्यस्तरीय खो खो प्रतियोगिता ऊना के लिए मनु देव, योगेश, अजय कुमार, कार्तिक, सोहेल, आर्यन, अंकुश, बलविंद्र सिंह, बंटी, सुरेश कुमार, ऋषव शर्मा का चयन हुआ है। इसके अलावा ओम यादव, गौतम चौधरी और मनीष कुमार को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है।

7- शिलाई- वाहन के खाई में लुढ़कने से एक की मौत, चार घायल।

जिला सिरमौर के शिलाई क्षेत्र में एक बड़ा सड़क हादसा पेश आया है। यहां एक जीप के खाई में गिरने से एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई है जबकि अन्य चार लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों का शिलाई से प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेअंटर रैफर किया गया है। पुलिस से मिली जनकारी के मुताबिक दुर्घटना शिलाई के बाली कोटी की है जहां शुक्रवार देर रात एक गाड़ी (HP14-6735) कंडियारी से बाली गांव की तरफ़ आ रही थी कि अचानक टिकरी नामक स्थान के समीप अनियंत्रित होकर 400 मीटर गहरी खाई में लुढ़क गई। बताया जा रहा है कि हादसे के समय गाड़ी में कुल 5 लोग सवार थे। हादसे की सूचना के बाद स्थानीय लोगों ने राहत एवं बचाव कार्य चलाया और घायलों को नागरिक अस्पताल शिलाई पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों द्वारा एक व्यक्ति को मृत घोषित किया गया जबकि गंभीर रूप से घायल

तीन व्यक्तियों को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रैफर किया गया है। घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्र के दौरे पर रहे खाद्य एवं आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर भी अस्पताल पंहुचें और घायलों से मुलाकात की। घटना में मृतक की पहचान आत्मा राम, निवासी बाली कोटी, तहसील शिलाई, जिला सिरमौर के रूप में हुई है। जबकि टीका राम, सुरेन्द्र कुमार, धर्म सिंह व लायक राम इस सड़क हादसे में घायल हुए है। उपरोक्त सभी लोग शिलाई तहसील के बालीकोटी गांव के निवासी बताए जा रहे है। डीएसपी पांवटा साहिब बीर बहादुर ने बताया कि हादसा जीप के अनियंत्रित होकर खाई में गिरने की वजह से हुआ है। मृतक का शव पोस्टमार्टम को भेज दिया गया है तथा अन्य घायलों को उपचार के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। मामले में आगामी कार्यवाही की जा रही है।

(हिमाचल)

1- चंडीगढ़- ड्रग्स की समस्या मिटाने को अपनाई जीरो टॉलरेंस की नीति: जयराम 

हिमाचल प्रदेश के जय राम ठाकुर ने आज चंडीगढ़ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मादक द्रव्यों की तस्करी एवं राष्ट्रीय सुरक्षा विषय पर आयोजित सम्मेलन को सम्बोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार मादक द्रव्यों की तस्करी और नशे जैसी सामाजिक बुराई के समूल नाश के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है। जय राम ठाकुर ने कहा कि नशे के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति के अंतर्गत मादक द्रव्यों के उद्गम स्थल से लेकर नशीले पदार्थों के गंतव्य बिंदु तक के नेटवर्क को समाप्त करने के उद्देश्य से मादक द्रव्यों के उत्पादक और आपूर्तिकर्ताओं पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस नीति के तहत प्रदेश स्तर पर राज्य मादक द्रव्य अपराध नियंत्रण इकाई स्थापित की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में नशे के विरुद्ध तकनीक का समुचित उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2019 में टोल फ्री नशा निवारण हेल्पलाइन नम्बर 1908 आरंभ की गई है। इस हेल्पलाइन का मुख्य उद्देश्य आम जन को मादक पदार्थों के तस्करों की जानकारी साझा करने की दिशा में प्रोत्साहित करना और नशा पीड़ितों एवं उनके अभिभावकों को व्यसन मुक्ति के संदर्भ में परामर्श प्रदान करना है। इस हेल्पलाइन पर मादक द्रव्यों के संबंध में जानकारी देने वालों की पहचान गुप्त रखी जाती है। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्ष 2019 में ही एक मोबाइल ऐप ड्रग फ्री हिमाचल भी आरंभ की है। उन्होंने कहा की इस एप पर लोग अपनी पहचान बताए बिना मादक पदार्थों की तस्करी, बिक्री और उपयोग की सूचना पुलिस विभाग को प्रदान कर सकते हैं। इस ऐप को 42000 नागरिकों द्वारा डाउनलोड किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि इस एप पर अभी तक नशे के विरुद्ध 2194 सूचनाएं प्राप्त हुई हैं। इन सूचनाओं के आधार पर नशा तस्करों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा मादक पदार्थ रोकथाम नीति के तहत नशा उत्पादन, तस्करी एवं सेवन इत्यादि की रोकथाम के लिए पुनर्वास, व्यसन मुक्ति और

वैकल्पिक विकास कार्यक्रम की दिशा में विस्तृत नीति बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नशे के विरुद्ध विभिन्न विभागों के मध्य बेहतर समन्वय स्थापित करने, जन जन को इस दिशा में जागरूक बनाने तथा हितधारकों को प्रशिक्षित करने के लिए नशा निवारण बोर्ड भी गठित किया गया है। राज्य में विशेष जागरूकता शिविर आयोजित करने के साथ साथ थाना स्तर पर नशा निवारण समितियां गठित की गई हैं। गत चार वर्षों में इन समितियों द्वारा लगभग 10 लाख लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के विषय में जागरूक किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि नशा तस्करों पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश पुलिस द्वारा अनेक अभिनव प्रथाएं आरंभ की गई हैं। उन्होंने कहा कि इनके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। गत चार वर्षों में एन डी पी एस अधिनियम के तहत 5855 अभियोग पंजीकृत कर 7938 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। जय राम ठाकुर ने कहा कि नशा एक विश्वव्यापी समस्या है और हिमाचल प्रदेश में जन जन के सहयोग से इस सामाजिक कुरीति के उन्मूलन की दिशा में समुचित प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नशे की गंभीर समस्या से समग्र रूप से निपटने के लिए हिमाचल, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ द्वारा वर्ष 2019 में संयुक्त स्तर पर पंचकूला में अन्तरराज्यीय ड्रग सचिवालय की स्थापना की गई है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर नशा निवारण एवं नियंत्रण की प्रक्रिया को और अधिक मजबूत बनाने तथा तकनीक के व्यावहारिक प्रशिक्षण की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने नशा तस्करों के विरुद्ध संयुक्त एवं समन्वित कार्रवाई पर भी बल दिया। इस सम्मेलन में पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान तथा जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी अपने-अपने राज्यों में नशे की कुरीति के विरुद्ध किए जा रहे कार्यों की विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर हिमाचल के पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू, प्रधान सचिव सामान्य प्रशासन भरत खेड़ा, विभिन्न राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और स्वापक नियंत्रण ब्यूरो के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। 

2- सराज विस क्षेत्र में 59.26 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लोकार्पण/शिलान्यास।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज मंडी जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र की तहसील थुनाग में 25.48 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन तथा 33.78 करोड़ रुपये लागत की विकास योजनाओं के शिलान्यास किए। मुख्यमंत्री ने जंजैहली के ढीम में 30.20 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 50 बिस्तर क्षमता के एकीकृत आयुष अस्पताल, तहसील थुनाग में 2.19 करोड़ रुपये की लागत से मझाखल, जनेहर, बखालवर और जरोल गांव के लिए बनने वाली उठाऊ सिंचाई योजना तथा थुनाग में 1.39 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली बहाव सिंचाई योजना बूंगरैलचौक का शिलान्यास किया। जय राम ठाकुर ने 22.33 करोड़ रुपये की लागत से ढीम कटारू में निर्मित पर्यटक सांस्कृतिक केंद्र, 3.15 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला थुनाग के अतिरिक्त भवन और थुनाग में जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता कार्यालय का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने पर्यटक सांस्कृतिक केंद्र में आयोजित जनभागीदारी से सुशासन महा-क्विज के अंतर्गत हिमाचल में पर्यटन थीम पर आयोजित चौथे चरण के समापन समारोह की अध्यक्षता भी की। इस अवसर पर सभागार में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए जय राम ठाकुर ने कहा कि कहा कि ऑनलाइन माध्यम से आयोजित किए जा रहे ‘जनभागीदारी से सुशासन-हिमाचल का महा-क्विज’ का उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना है ताकि वे इन कल्याणकारी योजनाओं से

लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कहा कि सराज क्षेत्र में उपलब्ध पर्यटन की अपार संभावनाओं का दोहन करने तथा यहां पर्यटन उद्योग को सुदृढ़ करने के लिए अनेक महत्वकांक्षी कार्यक्रम आरम्भ किए गए हैं। पर्यटक सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण घाटी में पर्यटन उद्योग को सुदृढ़ करने की दिशा में मील पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि पूर्व में सराज घाटी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए बहुत दावे किए गए लेकिन धरातल पर कुछ नहीं हो पाया। वर्तमान में भाजपा सरकार ने साधन और सुविधाएं जुटा कर विकास की तस्वीर में व्यवहारिकता के रंग भरे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जंजैहली के ढीम में निर्मित हो रहे 50 बिस्तर क्षमता वाले एकीकृत आयुष अस्पताल में इस पद्धति के तहत सभी प्रकार की उपचार सुविधाएँ उपलब्ध होने पर जहां स्थानीय लोग लाभान्वित होंगे, वहीं देश के विभिन्न राज्यों के लोग भी इस प्राकृतिक स्थल में चिकित्सा सुविधाओं के लिए आकर्षित होंगे, जिससे घाटी में पर्यटन उद्योग को मजबूती मिलेगी। जय राम ठाकुर ने कहा की थुनाग में अधीक्षण अभियंता का कार्यालय स्थापित होने से क्षेत्र के लोगों को संबंधित कार्यों के लिए अब सुन्दरनगर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सराज विधानसभा क्षेत्र में 369.16 करोड़ रुपये की लागत से 52 विभिन्न पेयजल योजनाएं और 68.70 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत की 22 सिंचाई योजनाएं निर्माणाधीन हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चौथे चरण में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले 499 विजेता प्रतिभागियों को प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से एक-एक हजार रुपये की पुरस्कार राशि हस्तांतरित की। इस महा-क्विज के सभी चरणों की अलग-अलग विषयवस्तु रखी गई हैं और गत 11 मई को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने इस महा-क्विज का शुभारंभ किया था। इसका पहला राउंड ‘महिला सशक्तीकरण’, दूसरा ‘उद्योग और निवेश’, तीसरा ‘किसानों-बागवानों का उत्थान’, चौथा पर्यटन तथा पांचवां राउंड स्वस्थ हिमाचल समृद्ध हिमाचल थीम पर आधारित है। इस अवसर पर, पर्यटन विभाग के निदेशक अमित कश्यप, उपायुक्त अरिन्दम चौधरी, जल शक्ति विभाग के मुख्य अभियंता पी.के. शर्मा क्लब महिन्द्रा होटल श्रृंखला के मुख्य परियोजना अधिकारी, भाजपा मंडल के पदाधिकारी व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

3- प्रधानमंत्री ने उज्ज्वल भारत उज्ज्वल भविष्य-ऊर्जा @2047 के समापन समारोह में लिया भाग।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उज्ज्वल भारत उज्ज्वल भविष्य -ऊर्जा @2047 के समापन समारोह में भाग लिया। इस समारोह में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर मंडी जिला के थुनाग से वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री कुसुम योजना के लाभार्थी मंडी जिला के सुन्दरनगर केे हंस राज से संवाद किया। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत 25 से 30 जुलाई तक

उज्ज्वल भारत उज्ज्वल भविष्य -ऊर्जा @2047 का आयोजन किया गया। देश भर में आयोजित, इस कार्यक्रम में पिछले आठ वर्षों के दौरान बिजली क्षेत्र में हुए परिवर्तनों को प्रदर्शित किया गया है। इसका उद्देश्य सरकार की बिजली संबंधी विभिन्न पहलों, योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में नागरिकों की जागरूकता और भागीदारी में सुधार करके उन्हें सशक्त बनाना है। इस अवसर पर उपायुक्त मंडी अरिन्दम चौधरी, सतलुज जल विद्युत निगम के सीएमडी नन्द लाल शर्मा, हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड सीमित के प्रबंध निदेशक पंकज डडवाल, सतलुज जल विद्युत निगम के प्रमुख सलाहकार डॉ. एम.पी. सूद सहित अन्य गणमान्य भी मौजूद रहे।

4- विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने की मोर्चाबंदी शुरू।

भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह और राज्य प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने हिमाचल प्रदेश के दो जिलों में मोर्चेबंदी कर ली है। दोनों ही नेता फील्ड में उतर गए हैं। संगठन में दोनों नेता भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के बहुत करीबी हैं। दोनों ही राज्य में भाजपा कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोल रहे हैं। प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले ही ये दोनों नेता हिमाचल प्रदेश में डट गए हैं। भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष खीमी राम के कांग्रेस में जाने की घटना के बाद सौदान सिंह शिमला आए थे तो उन्होंने यहां पर एक हफ्ते तक भाजपा नेताओं की बैठकें लीं। उन्होंने बारी-बारी से सभी विभागों, प्रकोष्ठों आदि के नेताओं और

पदाधिकारियों के साथ चर्चा की और विधानसभा चुनाव में जीत की अगली रणनीति बनाई। इसके बाद सौदान सिंह ने जिला शिमला के ग्रामीण क्षेत्रों के मंडलों की भी बैठकें लीं। वह शिमला संसदीय क्षेत्र में कई जगह गए। अब सौदान सिंह कांगड़ा जिला में डट गए हैं और अविनाश राय खन्ना जिला शिमला की तहसील चौपाल में हैं। भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने चौपाल के नेरवा में आयोजित पंच परमेश्वर सम्मेलन में भाग लिया। उनके साथ विधायक बलवीर सिंह वर्मा भी उपस्थित रहे। 

5- नया फैसला- अब एक जगह इकट्ठे नहीं होंगे विद्यार्थी, नई गाइडलाइंस जारी।

शिक्षा निदेशालय हिमाचल प्रदेश नें बचचों को कोरोना से बचाने के लिए स्कूलों को नये आदेश जारी किये है। अब फिर से प्रदेश के स्कूलों में विद्यार्थियों को एक जगह एकत्र करने पर रोक लगा दी गई है। कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर उच्च शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला उपनिदेशकों को इस बाबत निर्देश भी जारी किए हैं। स्कूलों को रोजाना सैनिटाइज करने को कहा गया है। फेस मास्क सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों को पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। निदेशालय ने स्कूलों के गेट पर हैंड सैनिटाइजर रखने के निर्देश भी दिए हैं। स्कूलों में मिड-डे मील परोसने के दौरान भी विद्यार्थियों में उचित दूरी रखने को कहा गया है। उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत कुमार शर्मा ने बताया कि स्कूलों में विद्यार्थियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के तरीकों को लेकर रोजाना जागरूक किया जाएगा। सर्दी, खांसी, बुखार और जुकाम की शिकायत वाले विद्यार्थियों को ठीक होने के बाद ही स्कूलों में आने को कहा गया है। शनिवार यानि आज से प्रदेश के ग्रीष्मकालीन स्कूल बरसात की छुट्टियों के बाद खुलेंगे। निदेशालय ने स्कूल प्रभारियों को छुट्टियों के बाद लौट रहे शिक्षकों और विद्यार्थियों को और अधिक एहतियात बरतने के लिए जागरूक करने को कहा है।

6- अब गोली से भी होगा कोरोना का उपचार।

देश में कोरोना का इलाज गोली से भी होगा। केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने आपातकाल में इस्तेमाल करने के लिए कोविड टैबलेट को मंजूरी प्रदान की है। हैदराबाद की जेनारा फार्मा को इस दवा उत्पादन की मंजूरी मिली है। यह निर्मात्रेलवीर और रितोनवीर टैबलेट के निर्माण और विपणन के लिए एक कॉम्बी पैक में है। यह दवा कोरोना के हल्के से मध्यम लक्षणों वाले रोगियों के उपचार के विकल्प के रूप में है। बाजार में इसे पैक्सजन ब्रांड के तहत बेचा जाएगा। इस दवा का उत्पादन यूएसएफडीए द्वारा अनुमोदित संयंत्र में किया जाएगा। इससे पूर्व सीडीएससीओ ने दिसम्बर 2021 में एंटी वायरल कोविड-19 गोली मोलनुपिरवीर को मंजूरी दी थी। यह दवा भी कोविड के हल्के लक्षणों में इस्तेमाल की जा सकती है। फार्मा के सह संस्थापक और प्रबंध निदेशक डाॅ. जगदीश बाबू रंगीसेट्टी का कहना है कि पैक्सजन कोविड-19 के खिलाफ एक अत्यंत प्रभावी उपचार विकल्प है। इस उत्पाद को रिकॉर्ड समय में बाजार में लाए

हैं। भारत में इस उत्पाद की पहली मंजूरी में से एक है। उनका कहना है कि कंपनी अपना इन-हाऊस एपीआई है और हम उत्पादन के लिए किसी आयात पर निर्भर नहीं हैं। इसका उत्पादन बड़ी मात्रा में किया जाएगा। यूएस में इस उत्पाद की सफलता की मंजूरी यूएस एफडीए द्वारा दिसम्बर 2021 में दी गई थी और वयस्कों में हल्के से मध्यम कोविड-19 के उपचार के लिए संकेत दिया गया है। जेनारा फार्मा के सीईओ डाॅ. श्रीनिवास अरुतला ने कहा कि अगले कुछ हफ्तों में इसे लॉन्च करने की उम्मीद है और यह सुनिश्चित करने के लिए भारत में कई संस्थानों और कई अस्पतालों के साथ बातचीत कर रहे हैं कि यह उत्पाद जरूरतमंद मरीजों के लिए आसानी से उपलब्ध हो। 

7- बागवानों को खुले बाजार से भी सेब कार्टन और ट्रेन खरीदने पर भी सब्सिडी।

हिमाचल प्रदेश में सभी बागवानों को एचपीएमसी और हिमफेड से ही नहीं, बल्कि खुले बाजार से खरीदे सेब कार्टन और ट्रे पर भी जीएसटी पर अब छह फीसदी उपदान मिलेगा। एक अप्रैल 2022 के बाद की गई खरीद पर ही यह उपदान मिलेगा। कार्टन और ट्रे पर जीएसटी 18 फीसदी है। उपदान के बाद यह 12 फीसदी ही देना होगा। छह फीसदी उपदान का वहन राज्य सरकार करेगी। सरकार ने कीटनाशकों, फफूंदनाशकों और अन्य दवाओं पर

उपदान की पुरानी व्यवस्था बहाल कर दी है। अब सारी दवाएं उद्यान विभाग के केंद्रों में ही मिलेंगी। यह सुविधा पिछले कुछ समय से बंद थी। बागवानों को बाहर से दवाएं खरीदकर उपदान के लिए दस्तावेज जमा करने होते थे। पहले यह केवल चार हजार रुपये सालाना ही तय था। मुख्य सचिव आरडी धीमान की अध्यक्षता में बनी सचिवों की कमेटी की सचिवालय में शनिवार को हुई बैठक में ये फैसले लिए। इस कमेटी की घोषणा मुख्यमंत्री ने बागवानों के साथ हुई बैठक में की थी। राज्य में बागवानी बोर्ड का गठन किया जा सकता है, यह मामला सरकार के विचाराधीन है। 

इस तरह मिलेगा छूट का लाभ- 

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में तय हुआ है कि जीएसटी पर छह फीसदी उपदान राज्य सरकार के बागवानी विभाग और एचपीएमसी उपलब्ध करवाएंगे। बागवान संबंधित उद्यान विभाग के कार्यालय जाकर एक प्रारूप पर आवेदन देंगे, जिनके साथ जीएसटी बिल की कॉपी, बिक्री प्रमाण या परिवहन वस्तु रसीद या बाजार शुल्क की प्रति उपलब्ध करवाएंगे। उनके आधार युक्त बैंक खातों में जीएसटी का उपदान लाभ एचपीएमसी के माध्यम से सरकार सीधे देगी। यह उपदान एचपीएमसी की ओर से बेचे गए कार्टन और ट्रे पर भी दिया जाएगा। यह सारा जीएसटी खर्च प्रदेश सरकार वहन करेगी। बैठक में वित्त, आबकारी एवं कराधान, उद्यान, कृषि और सहकारिता विभाग के प्रशासनिक सचिव मौजूद रहे। वहीं, मुख्य सचिव ने बागवानी विभाग को निर्देश दिए हैं कि सरकार की ओर से 8.65 करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। इस धनराशि का तत्काल सेब बागवानों को भुगतान किया जाए। 2021 तक एमआईएस की अदायगी को चुकता कर दिया जाए। सरकार और भी बजट देगी। एंटीहेलनेट और बागवानी से संबंधित अन्य उपकरणों के उपदान की अदायगी विभाग जैसे ही कर लेगा, उसे तुरंत अतिरिक्त बजट भी जारी होगा।

8- विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं में दी जाने वाले राशि में बढ़ौतरी की अधिसूचना जारी। 

हिमाचल प्रदेश सरकार ने विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं में दी जाने वाले राशि में बढ़ौतरी की है। प्रधान सचिव शिक्षा की ओर से इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसमें महर्षि वाल्मीकि छात्रवृत्ति योजना, इंदिरा गांधी उत्कृष्ट छात्रवृत्ति योजना, कल्पना चावला छात्रवृत्ति योजना, अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के लिए डाॅ. अम्बेदकर मेधावी छात्रवृत्ति योजना, अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियोंं के लिए डाॅ. अम्बेदकर मेधावी छात्रवृत्ति योजना, स्वामी

विवेकानंद उत्कृष्ट छात्रवृत्ति योजना की राशि बढ़ाकर अब 18000 रुपए प्रति वर्ष की गई है। इसी तरह राष्ट्रीय भारतीय सैन्य महाविद्यालय छात्रवृत्ति को 20000 से 24000 रुपए, सैनिक स्कूल सुजानपुर टीहरा छात्रवृत्ति को सभी विद्यार्थियों के लिए 18000 रुपए प्रति वर्ष, विभिन्न युद्धों एवं अभियानों के दौरान शहीद, दिव्यांग सशस्त्र बल कर्मियों के बच्चों को वित्तीय सहायता की राशि 18000 रुपए की गई है। इसके अलावा सरकार ने आईआरडीपी, बीपीएल छात्रवृत्ति योजना का नाम मुख्यमंत्री विद्यार्थी कल्याण योजना किया है। इसके तहत मिलने वाली राशि को भी 1500 रुपए से बढ़ाकर 6000 रुपए प्रति वर्ष किया है।

शाम पांच बजे तक का कोविड मीडिया बुलेटिन-

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग हिमाचल प्रदेश बुलेटिन-