Himachal News: अब बुखार उतारना भी पड़ेगा मंहगा ddnewsportal.com
Himachal News: अब बुखार उतारना भी पड़ेगा मंहगा
नये वित्त वर्ष से बढेंगे कईं जरूरी दवाओं के दाम, आम आदमी की जेब होगी और ढीली...
गरीब आदमी को अब बीमार भी सोंच समझकर होना पड़ेगा। क्योंकि बीमारी पर अब खर्चे की दुगुनी मार पड़ेगी। मंहगाई ने आम आदमी का जीना दुश्वार कर दिया है। अब जरूरी दवाओं के दाम भी बढ़ गया हैं।
आम आदमी को महंगाई का एक और झटका लगने वाला है। पहली अप्रैल से जरूरी दवाओं के दाम बढ़ने वाले हैं। आम आदमी को इन दवाओं को खरीदने के लिए अपनी जेब अब और ढीली करनी होगी। स्थिति यह हो गई है कि 1 अप्रैल से बुखार उतारना भी महंगा हो जाएगा। जिन दवाइयों की कीमतें बढ़ेंगी, उनमें पैरासिटामोल भी शामिल है, जिसका सामान्य बुखार व दर्द में इस्तेमाल होता है।
जानकारी है कि पैरासिटामोल सहित करीब 900 दवाओं के दामों में करीब 12 फीसदी की बढ़ौतरी होगी। गैर-जरूरी सूची से बाहर की दवाओं की कीमतों में 10 फीसदी की बढ़ौतरी करने की छूट दी गई है। 1 अप्रैल से जिन दवाओं के दाम बढ़ रहे हैं, उनमें पेन किलर, एंटी इन्फैक्शन, दिल की बीमारियों के साथ-साथ एंटीबायोटिक्स दवाएं शामिल हैं। सरकार ने दवा कंपनियों को एनुअल होलसेल प्राइज इंडैक्स (डब्ल्यूपीआई) में बदलाव के अनुरूप दवा की कीमतें बढ़ाने की अनुमति दे दी है।
बता दें कि एनपीपीए हर साल 1 अप्रैल से पिछले वर्ष के एनुअल होलसेल प्राइज इंडैक्स के मुताबिक अधिसूचित दवाओं की कीमत को संशोधित या बढ़ाने की अनुमति देता है। कीमत को संशोधित करने और बढ़ाने को लेकर अधिसूचित ड्रग प्राइस कंट्रोल ऑर्डर 2013 के क्लॉज-16 में नियम बना हुआ है। इसी नियम के तहत एनपीपीए हर साल दवाओं की कीमतों में संशोधन करता है। नई कीमतें देश में पहली अप्रैल से लागू होंगी।