HP Police Advisory News: माॅनसून में सेब सीजन के दौरान भारी वाहन चालकों के लिए यातायात पुलिस की खास हिदायत ddnewsportal.com

HP Police Advisory News: माॅनसून में सेब सीजन के दौरान भारी वाहन चालकों के लिए यातायात पुलिस की खास हिदायत, पढ़ें क्या बोले डीआईजी गुरदेव चंद शर्मा...
पुलिस उप महानिरीक्षक, यातायात, पर्यटक एवं रेलवे कार्यालय, शिमला की ओर से बरसात के मौसम में सेब सीजन के दौरान भारी वाहन व पर्यटक वाहन चालकों के लिए खास हिदायत जारी की गई है। डीआईजी यातायात पुलिस गुरदेव चंद शर्मा ने कहा कि विशेषता सेब सीजन के दौरान हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में भारी वाहन एवं पर्यटक वाहन चालकों के लिए एहतियाती उपाय अपनाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि जैसा कि आप जानते हैं कि हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में सेब का सीजन शुरू हो रहा है। इस दौरान सेब की ढुलाई में मुख्य रूप से ट्रक, ट्रेलर एवं जीप जैसे भारी वाहन शामिल होते हैं। राज्य के बाहर से भी कई वाहन ढुलाई के लिए आते हैं। इस संदर्भ में सभी भारी वाहन एवं पर्यटक वाहन चालकों को हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में वाहन चलाते समय एहतियाती उपाय करने की सलाह दी जाती है। सभी सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है, तथा सभी के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए आपका सहयोग आवश्यक है।
1. वाहन रखरखाव:
- यात्रा पर निकलने से पहले सुनिश्चित करें कि आपका वाहन अच्छी स्थिति में है।
- ब्रेक, टायर, लाइट और इंजन के प्रदर्शन की नियमित जाँच करें।
- खड़ी और घुमावदार सड़कों पर यांत्रिक विफलताओं से बचने के लिए यात्रा से पहले निरीक्षण करें।
2. मौसम की स्थिति:
- मौसम के पूर्वानुमान की निगरानी करें और भारी वर्षा, कोहरे या बर्फबारी के दौरान गाड़ी चलाने से बचें।
- अचानक मौसम में बदलाव के लिए तैयार रहें और अपनी ड्राइविंग को उसी के अनुसार समायोजित करें।
3. गति सीमा और नियंत्रण:
- पोस्ट की गई गति सीमा का पालन करें और तीखे मोड़ और खड़ी ढलानों पर गति कम करें।
- अचानक रुकने के लिए आगे वाले वाहन से सुरक्षित दूरी बनाए रखें।
4. रोशनी का उपयोग:
- कोहरे या कम दृश्यता की स्थिति में लो-बीम हेडलाइट का उपयोग करें।
- सुनिश्चित करें कि सभी लाइट ठीक से काम कर रही हैं और साफ हैं।
5. लोड प्रबंधन:
- अपने वाहन को ओवरलोड न करें। सुनिश्चित करें कि भार समान रूप से वितरित हो और सुरक्षित रूप से बंधा हो।
- भार को स्थानांतरित करने से सावधान रहें, जो वाहन की स्थिरता को प्रभावित कर सकता है, खासकर तीखे मोड़ पर।
6. ओवरटेकिंग और लेन अनुशासन:
- मोड़ और खड़ी ढलानों पर ओवरटेकिंग से बचें।
- लेन अनुशासन बनाए रखें और अपनी लेन में रहें, खासकर संकरी सड़कों पर।
7. ब्रेकिंग तकनीक:
- ब्रेक के ज़्यादा गरम होने और विफल होने से बचने के लिए ढलान पर इंजन ब्रेकिंग का उपयोग करें।
- अचानक ब्रेक लगाने से बचें; इसके बजाय, नियंत्रण बनाए रखने के लिए धीरे-धीरे धीमा करें।
8. आराम और थकान:
- थकान से बचने के लिए नियमित रूप से ब्रेक लें। नींद में गाड़ी चलाना एक महत्वपूर्ण जोखिम कारक है।
- सुनिश्चित करें कि आप अपनी यात्रा शुरू करने से पहले अच्छी तरह से आराम कर लें।
9. आपातकालीन तैयारी:
- प्राथमिक चिकित्सा, टॉर्च और बुनियादी उपकरणों जैसी आवश्यक चीज़ों के साथ एक आपातकालीन किट रखें।
- आपातकालीन सेवाओं और सड़क के किनारे सहायता के संपर्क नंबर आसानी से उपलब्ध रखें।
10. पर्यटक वाहन सावधानियाँ:
- सुनिश्चित करें कि यात्री सीट बेल्ट पहने हुए हैं।
- यात्रियों को सीट पर बैठे रहने और अनावश्यक रूप से हिलने-डुलने से बचने के लिए स्पष्ट निर्देश दें।
इन दिशा-निर्देशों का पालन करने से दुर्घटनाओं को कम करने और सभी के लिए सुरक्षित और सुखद यात्रा अनुभव सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। आइए हम हिमाचल प्रदेश की सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए मिलकर काम करें।
उधर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ट्रेफिक टूरिस्ट एवं रेलवे शिमला नरवीर सिंह राठौर ने भी सेब सीजन के मध्य नजर वाहन चालकों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट एवं ट्विटर के माध्यम से जागरूक किया। जैसे ही हिमाचल प्रदेश में सेब का मौसम शुरू होता है, भारी वाहनों के चालकों के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतना महत्वपूर्ण हो जाता है। पहाड़ी इलाकों में ड्राइविंग का अनुभव होना जरूरी है। वाहन अच्छी कंडीशन में और सड़कों पर भार क्षमता सीमा का पालन करता हो।