Paonta Sahib: भटरोग में क्रशर संचालक करवा रहा अवैध खनन  ddnewsportal.com

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Paonta Sahib: भटरोग में क्रशर संचालक करवा रहा अवैध खनन 

मजदूर नेता प्रदीप चौहान ने वन और खनन विभाग से उठाई कार्रवाई की मांग, क्रशर संचालक पर सरकारी जमीन से मटेरियल उठवाने का लगाया आरोप

वन मंडल पाँवटा साहिब के अंतर्गत भटरोग में  संचालित एक क्रशर सरकारी व वन विभाग की जमीन से अवैध खनन कर रहा है। यह आरोप मजदूर नेता प्रदीप चौहान ने क्रशर संचालक पर लगाये है। तथा संबंधित विभागों से क्रशर संचालक पर भी कार्रवाई की मांग की है। जारी प्रेस बयान में प्रदीप चौहान ने कहा कि उनका वन विभाग और माइनिंग विभाग से निवेदन है कि वह शिरगुल माइन एंड ऑनर्स क्रशर भटरोग में जो नुकसान वन विभाग जमीन और सरकारी जमीन को खोदकर किया गया है, उसका जुर्माना क्रेशर पर लगाया जाए ताकि आगे से भी क्रेशर वाले सरकारी जमीन से मटेरियल ना उठाएं। उन्होंने कहा कि जो चोरी करता है वह तो चोर होता ही है म, पर सबसे बड़ा चोर वह है जो चोरी का माल खरीदता है। जब सरकारी जमीन का वन विभाग की जमीन का माल क्रेशर वाले नहीं लेंगे तो कोई सरकारी जमीन से भी माल नहीं उठाएगा। और जो नुकसान क्रेशर वालों ने अपने फायदे के लिए किया है, उसका जुर्माना उन पर लगाया जाए। उन्होंने वन विभाग और माइनिंग विभाग से यह भी निवेदन किया है कि एक साथ जगह का मुआयना करें और देखें कि सरकारी जमीन से कितना माल क्रेशर पर डाला गया है। यदि आप लोग यह कार्रवाई करते हो तो इससे सरकार को भी राजस्व का फायदा होगा। काफी टाइम से सरकारी जमीन से माल उठाया जा

रहा है पर नाम मात्र के चालान ट्रैक्टरों के काटे जाते है। पर जो माल ले रहा है उस पर भी कार्रवाई करें। तब जाकर यह काम रुकेगा। उन्होंने ठिर स्पष्ट किया कि वह काम बंद करने के पक्ष में कभी नहीं है। रोजगार बंद करने का उनका कोई मक़सद नही है। वह तो सिर्फ इतना चाहते हैं कि जो नियम है उसके तहत काम करें, ना कि सरकारी संपदा को नुकसान पहुंचा कर। क्योंकि सरकारी संपदा को नुकसान पहुंचा कर सिर्फ और सिर्फ क्रेशर मालिक का फायदा हो रहा है। यदि इस पर जल्द से जल्द कोई कार्रवाई नहीं हुई। तो जिसने सरकारी संपदा को नुकसान पहुंचाया है, इस बारे वन विभाग माइनिंग विभाग के बड़े अधिकारियों को लिख कर दिया जाएगा कि आपके नीचे जो अधिकारी है और जिनको आपने जमीन देखरेख का जिम्मा दिया है वह कुछ नहीं कर रहे। वह सिर्फ ट्रैक्टर वालों का चालान कर रहे हैं। परंतु जो आवैध खनन करवाने की असली जड़ है उसका कुछ नहीं कर रहे हैं।