साहसी बस चालक सतपाल को मुख्यमंत्री से सम्मान- ddnewsportal.com

साहसी बस चालक सतपाल को मुख्यमंत्री से सम्मान- ddnewsportal.com

साहसी बस चालक सतपाल को मुख्यमंत्री से सम्मान 

75वें स्वतंत्रता दिवस पर मण्डी के सैरी मंच पर किया सम्मानित, हवा में लटकी बस फिर भी मौत के जबड़े से वापिस लाए थे दो दर्जन सवारियां।

जिला सिरमौर के शिलाई क्षेत्र मे एक बड़ा बस हादसा टालने मे अहम भूमिका निभाने वाले निजी बस चालक सतपाल को राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह मे सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सतपाल को यह सम्मान अपने हाथों से सौंपा और चालक के साहस और

सूझबूझ की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि ऐसे क्षण मे सोंचने समझने की शक्ति खत्म हो जाती है लःकिन बस चालक ने जिस तरह अपनी जान की परवाह न करते हुए अंत तक ब्रेक नही छोड़ी और सभी सवारियों को सुरक्षित उतार बड़ा हादसा टाल दिया वह वाकई काबिले-तारीफ है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा निजी बस के चालक सतपाल को यह सम्मान देने पर द सिरमौर निजी बस ऑपरेटर सोसाइटी ने भी सीएम का

आभार प्रकट किया है। सोसायटी अध्यक्ष मामराज शर्मा मामू ने कहा कि सोसाईटी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार प्रकट करते हैं जिन्होंने हमारे निजी बस ऑपरेटर के चालक को सम्मानित किया। साथ ही उन्होंने हिमाचल प्रदेश व जिला सिरमौर के चालकों से आग्रह किया है कि वह

भी सतपाल की तरह बस को सुरक्षित चलाएं ताकि हमारी बसों में जो लोग बैठते हैं वह सुरक्षित अपने घर पहुंच जाए। साथ ही सोसाइटी ने डीसी सिरमौर, एसडीएम पांवटा साहिब, एआरटीओ सोना चौहान व पत्रकार बंधुओं का भी धन्यवाद किया है। गोर हो कि गत 6 अगस्त को शिलाई क्षेत्र मे उस समय एक बड़ा बस हादसा होने से टल गया जब यहां पर बोहराड़ के पास एक निजि बस बाल बाल खाई मे गिरने से बच गई। चालक ने यदि दिलैरी न

दिखाई होती तो बस मे सवार करीब दो दर्जन सवारियां बस सहित करीब 300 मीटर गहरी खाई मे गिर जाती। पांवटा साहिब-गताधार निजी बस पांवटा साहिब से शिलाई की तरफ जा रही थी। कफोटा से करीब 10 किलोमीटर दूर बस जैसे ही बोहराड़ के पास उतराई मे पंहुची तो बस की स्टेयरिंग राॅड टूट गई जिससे बस सड़क से खाई की तरफ करीब 80 फीसदी हवा मे उतर गई। बस मे सवार लोगों का कहना है कि चालक ने सूझबूझ और

साहस दिखाते हुए कस कर ब्रेक लगा दी और जब तक आखिरी सवारी बस से नही उतरी तब तक अपनी जान जोखिम मे जालकर ब्रेक पर खड़ा हो गया। जब सभी सवारियां उतर गई तो उन्होंने बस के टायर के नीचे ओट लगाकर और बस को पीछे से स्पाॅट के सहारे रोककर चालक को भी बाहर निकाल लिया। जिसके बाद से चालक को सम्मानित करने की मांग उठने लगी थी। अब चालक सतपाल को राज्य स्तरीय सम्मान मिला है जिससे जिला मे भी खुशी का आलम है।