पहले हां और अब आश्वासन से पलटे- ddnewsportal.com
पहले हां और अब आश्वासन से पलटे
विद्युत आउटसोर्स कर्मियों का आरोप, अब पाॅलिसी बनाने से मुकर रहे ऊर्जा मंत्री
विद्युत आउटसोर्स कर्मचारियों का कहना है कि उन्हे गत दिनों ऊर्जा मंत्री ने आश्वासन दिया था कि उन्हे बाहर नही किया जाएगा और उनके लिए पाॅलिसी बनाई जाएगी। लेकिन वह अब अपने आश्वासन से मुकर गये हैं। जारी प्रेस बयान में कर्मियों ने कहा है कि ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने विद्युत आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए पॉलिसी बनाने से सख्त मना कर दिया है।
उन्होंने कहा है कि आउटसोर्स कर्मचारियों को ना तो बोर्ड के अंदर लिया जाएगा और ना ही उनके लिए कोई स्थाई नीति नहीं बनाई जाएगी। कर्मचारी सोमवार सुबह ऊर्जा मंत्री से उनके पांवटा स्थित निवास पर मिले थे। बोर्ड प्रबंधक ने भी मेंटेनेंस गैंग को बाहर करने के 15 मार्च को दौबारा से आर्डर जारी कर दिए हैं। इसी सिलसिले में विद्युत बोर्ड आउटसोर्स कर्मचारी ऊर्जा मंत्री से आज सुबह मिले। जिसमें ऊर्जा मंत्री ने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारियों को कोई स्थाई नीति नहीं बनाई जाएंगी और आपको बाहर किया जाएगा। युनियन के जिला प्रधान ने कहा कि इससे पहले ऊर्जा मंत्री ने बोर्ड प्रबंधक से बात की थी कि आउटसोर्स कर्मचारियों और मेंटेनेंस गैंग के कर्मचारियों को बाहर नहीं किया जाएगा परंतु बोर्ड प्रबंधक भी ऊर्जा मंत्री की
नहीं सुनते। खुद ऊर्जा मंत्री के ऊपर प्रभाव डाल रहे हैं कि आउटसोर्स कर्मचारियों को बाहर किया जाए। इसके उपरांत जिला सिरमौर इकाई अध्यक्ष अंकुर शर्मा और विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों ने कहा कि अगर ऊर्जा मंत्री और बोर्ड प्रबंधक यह निर्णय लेती है कि आउटसोर्स कर्मचारियों को बाहर किया जाएगा तो कर्मचारी इसका कड़ा विरोध करेंगे और धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे। इसमें मेंटेनेंस गैंग ही नहीं बल्कि पूरे विद्युत बोर्ड में जितने भी कर्मचारी हैं सभी धरने प्रदर्शन पर उतरेंगे। जिससे कि बोर्ड और सरकार को पता चलेगा कि आउटसोर्स कर्मचारियों के धरना प्रदर्शन से और उन्हें बाहर करने से बोर्ड को कितना नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारियों से निवेदन है कि एंप्लाइज यूनियन की 30 मार्च को शिमला में मीटिंग है जिसमें सभी आउटसोर्स कर्मचारी ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल हों।