कफोटा की इतनी चिंता है तो कोई नई घोषणा करवा देते साहेब- ddnewsportal.com

कफोटा की इतनी चिंता है तो कोई नई घोषणा करवा देते साहेब- ddnewsportal.com

कफोटा की इतनी चिंता है तो कोई नई घोषणा करवा देते साहेब 

आईटीआई भवन शिलान्यास पर गरमाई सियासत, कांग्रेस बोली; 17 जून 2016 को पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह रख चुके है आधारशिला, काम पूरा करवाकर उद्घाटन करवाती भाजपा सरकार तो मानते।

सोशल मीडिया पर एक पोस्टर ने शिलाई क्षेत्र की सियासत को गर्मा दिया है। इस पोस्टर मे आगामी 20 जून को कफोटा मे आईटीआई भवन का खाद्य एवं आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर द्वारा शिलान्यास करने की बात कही गई है। खुद बलदेव तोमर ने भी भाजपा के इस पेज को शैयर किया है। पोस्टर देख शिलाई कांग्रेस मे तिलमिलाहट तय थी तो ऐसा ही हुआ। कांग्रेसी

भी सोशल मीडिया पर बयान देने लगे कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा जिस आईटीआई भवन का पांच वर्ष पूर्व शिलान्यास किया गया है उसका दौबारा से शिलान्यास कैसे किया जा सकता है। भाजपा को कफोटा की इतनी ही चिंता है तो पांच साल मे इस भवन का निर्माण पूरा क्यों नही करवाया या पांच साल मे कोई एक बड़ी घोषणा तो कफोटा के लिए कर देते। दूसरा, एक प्रोटोकॉल होता है कि जिस योजना का शिलान्यास कोई मुख्यमंत्री करता है उसका शिलान्यास या उद्घाटन भी मुख्यमंत्री द्वारा ही किया जाता है चाहे वो किसी भी दल का हो। तो जनता द्वारा नकारे गये एक पूर्व विधायक को क्या हक है कि वह पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा किये गये भवन के शिलान्यास का

दुबारा से शिलान्यास करने का कार्यक्रम बनाएं। कांग्रेस के सोशल मीडिया प्रभारी शिमला संसदीय क्षेत्र सुनील चौहान ने भी बयान जारी कर दिया कि बलदेव तोमर शिलाई के लोगों गुमराह करना छोड़ दे। जिस आई टी आई भवन कफोटा का शिलान्यास 17 जून 2016 को हिमाचल पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा शिलाई के विधायक ठाकुर हर्षवर्धन चौहान की उपस्थिति में किया जा चुका है। फिर इसका शिलान्यास दुबारा कियों? क्या आप दुबारा शिलान्यास कर वाही वाही लूटना चाहते है। जनता सब जानती है जब 17 जून 2016 को शिलान्यास हो चुका है तो आपको तो इसके लिए बजट का प्रावधान कर आई टी आई भवन तैयार करना चाहिए था। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इस भवन के लिए बजट का भी प्रावधान किया था,

परन्तु आज बीजेपी सरकार के लगभग 4 साल पूरे हो गए है। जय राम सरकार व शिलाई के बीजेपी नेता बलदेब तोमर ने इस आईटीआई की कोई सुध नही ली। कोई नई घोषणा कफोटा के लिए नही की। आज जब चुनाव के लिए 1 साल के करीब बचा है और लोगों का आक्रोश दिख रहा है तो बीजेपी नेता को इस आईटीआई की याद आई। जबकि दूसरी और ठाकुर हर्षवर्धन चौहान द्वारा शिलाई में 2016 में जून से लेकर अक्तूबर तक पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह द्वारा अनगिनत कामो के उद्धघाटन और कई कामो के शिलान्यास करवाये। बीजेपी सरकार व बीजेपी नेता को चाहिए था कि उन कामो को आगे बढ़ा कर जनता को समर्पित करे, बल्कि हो उल्टा रहा है। जिस कामो के शिलान्यास हो चुके है बलदेव तोमर उन कामो का शिलान्यास कर जनता को गुमराह कर रहे है। कांग्रेस ने चैताया है कि यदि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और विधायक हर्ष वर्धन चौहान की शिलान्यास की तख्ती हटाकर अपनी तख्ती लगाई तो हम काँग्रेस सरकार आते ही तख्ती हटा देंगे। जब आज तक बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल द्वारा किये शिलान्यास को कांग्रेस ने दौबारा नही किया तो बलदेव तोमर क्यों ये प्रथा चला रहै है।