गिरिपार की बेटी नेहा बनी नर्सिंग ऑफिसर ddnewsportal.com
गिरिपार की बेटी नेहा बनी नर्सिंग ऑफिसर
एम्स के NORCET टेस्ट मे पूरे देश मे हासिल किया 689वां रैंक, गांव कोड़गा सहित क्षेत्र मे खुशी की लहर।
पांवटा साहिब उपमंडल के गिरिपार क्षेत्र की एक उम्र बेटी ने क्षेत्र का नाम रोशन किया है। अब क्षेत्र के कोड़गा पंचायत की नेहा कपूर ने एम्स नर्सिंग ऑफिसर काॅमन एलिजिबल टेस्ट 2021 पास किया है। नेहा की पूरे देश में 689 रैंक है जो अपने आप मे उनकी काबिलियत बताती है। नेहा कपूर पुत्री सुरेंद्र सिंह/ रघुवीर सिंह कपूर अधिवक्ता एवं सरिता ठाकुर गांव कोड़गा, तहसील कमरऊ की रहने वाली है। नेहा कपूर की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही
स्कूल से हुई। उसके बाद गोरखुवाला में स्थित एक निजी स्कूल में दसवीं की परीक्षा पास की। जमा दो की परीक्षा मेडिकल साइंस से राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पांवटा साहिब से उतीर्ण की। उसके बाद नेहा कपूर ने बीएससी नर्सिंग मुरारीलाल मेमोरियल नर्सिंग कॉलेज ओच्छघाट सोलन से की तथा मेरिट में बीएससी नर्सिंग की डिग्री हासिल की। उसके डाद नेहा ने गत 20 नवंबर 2021 को नर्सिंग ऑफिसर पद हेतु एम्स यूनिवर्सिटी की परीक्षा दी और बीते कल यानि 15 दिसंबर को आए परीक्षा परिणाम में नेहा कपूर ने पूरे देश में 689वां रैंक हासिल किया है, जो गिरिपार क्षेत्र की शान को बढ़ा गया है। नेहा कपूर के परिवार में छोटा भाई भारतीय सेना में
पंजाब में तैनात है। मां सरिता ठाकुर राजकीय अस्पताल राजपुर में नर्स के तौर पर अपनी सेवाएं जनता को दे रही है। पिता अधिवक्ता रघुवीर कपूर के साथ-साथ छोटा भाई सुरेंद्र कपूर सरकारी ठेकेदार है। नेहा ने अपने स्कूली कार्यकाल में खेलकूद स्पर्धा में भी नाम कमाया है। नेहा बचपन से ही पढ़ाई मे होनहार रही। जिला सिरमौर प्राथमिक निदेशक द्वारा आठवीं परीक्षा में नेहा को अंग्रेजी और गणित में 100 में से 100 अंक लेने पर प्रशस्ति प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया है। नेहा असहाय लोगों की हिमायती है। वह अपनी इस
उपलब्धि के लिए अपने गांव कुलदेवी मां ठारी और कुलदेव परशुराम भगवान के आशीर्वाद को कभी नहीं भूलती। उनकी इस उपलब्धि पर क्षेत्र मे खुशी की लहर है और लोग नेहा व उसके परिजनों को बधाईयाँ दे रहे हैं। देश दिनेश न्यूज़ पोर्टल भी इस होनहार बेटी को सफलता पर शुभकामनाएं प्रेषित करता है।
ये होते हैं एक नर्सिंग ऑफिसर के काम-
एक नर्सिंग ऑफिसर क्या काम करता है यह जानना भी जरूरी है। नर्सिंग ऑफिसर अस्पताल में मरीजों की बीमारी के डायग्नोस से लेकर चाहे वह लैब में हैं या किसी मशीन को ऑपरेट कर रहे हैं से लेकर डॉक्टर की ओर से दिए गए प्रिस्क्रिप्शन को मरीज तक पहुंचाने और उसके अनुसार समय से दवा और चेकअप करने का काम करते हैं। इसमें तापमान नापने जैसे छोटे काम से लेकर डॉक्टर के आने तक किसी भी आपात स्थिति को संभालने तक की जिम्मेदारी नर्सिंग ऑफिसर की होती है।