हाटी जनजातीय पर गुमराह करने वाली ताकतों के मंसूबे होंगे फेल ddnewsportal.com
हाटी जनजातीय पर गुमराह करने वाली ताकतों के मंसूबे होंगे फेल
गिरिपार के तीन लाख लोगों को शीघ्र मिलेगा जनजातीय अधिकार, हाटी रिसर्च विंग की संगोष्ठी में बोले केंद्रीय अध्यक्ष डाॅ अमीचंद।
हाटी जनजातीय दर्जा देने की मांग को लेकर बाहरी ताकतों द्वारा लोगों को गुमराह करने के मंसूबे सेल होंगे और तीन लाख हाटी को जनजातीय अधिकार मिल कर रहेगा। यह बात केंद्रीय केंद्रीय हाटी समिति के अध्यक्ष डॉ अमित चंद कमल ने हाटी रिसर्च विंग की ओर से शिमला में आयोजित संगोष्ठी में कही। उन्होंने कहा कि हाटी समुदाय के तीन लाख लोगों की शीघ्र ही लंबे समय से चल रही जनजातीय अधिकार की मांग अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। अब इसको कोई भी ताकत नहीं रोक सकती। देश के गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व्यक्तिगत तौर पर इस मुद्दे की पैरवी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें सभी लोगों का फायदा होगा और क्षेत्र का फिर से उत्थान होगा। भारत सरकार के कैबिनेट में मामला जाने वाला है और शीघ्र ही लोगो को उनका हक मिलेगा। वहीं, सिरमौर हाटी विकास मंच के अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा ने कहा कि कुछ लोग हाटी मुद्दे पर दुष्प्रचार फैला रहे है। जबकि ऐसी ताकतों के मंसूबे कभी भी सफल नहीं होंगे। पहले भी हमने ऐसी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दिया है और आगे भी इस प्रकार की ताकते तीन लाख लोगों का कुछ नहीं बिगाड़ सकती। लोगों को शीघ्र ही उनका हक मिलेगा। इसमें किसी भी जाति पंथ धर्म का कोई भी नुकसान नहीं होगा। रिसर्च विंग के मुख्य सलाहकार आत्मा राम भिल्टा ने कहा कि
जनजातीय घोषित होने से शिक्षा और विकास अधिक होगा। ट्राईबल सब प्लान में केंद्र सरकार से क्षेत्र के लिए बहुत अधिक बजट आएगा और लोगों को रोजगार के अधिक साधन उपलब्ध होंगे। अभी हिमाचल में जिला सिरमौर विकास, शिक्षा औथ रोजगार के मामले में अंतिम पायदान पर है। जनजाति घोषित होने से यहां पर काफी उन्नति होगी। इसके लिए सभी लोगों को आगे आना चाहिए। इस संगोष्ठी में रिसर्च विंग के सयोंजक काकू राम, नितिन, साक्षी तोमर, यशपाल शर्मा ने कहा कि अब केंद्र सरकार को शीघ्र ही इस विषय पर नोटिफिकेशन जारी कर देनी कर देनी चाहिए। अब तमाम संवैधानिक रिपोर्ट्स गिरिपार के लोगों के पक्ष में है। इसमें किसी भी प्रकार की केंद्र सरकार को देरी नहीं करनी चाहिए इस मौके पर सपना सूर्या, प्रियंका ठाकुर, पंकज ठाकुर, कपिल सिंगटा, वीरेंद्र शर्मा, यशपाल, उमेश राणा, राकेश तोमर, राहुल ठून्डू, वीरेंद्र पुंडीर ,कपिल कपूर ,अंजना शर्मा अज्जू तोमर, बाबूराम, योगेंद्र सिंह, सुरजीत, रविंदर, दिशांत चौहान आदि ने अपने विचार रखे।