रेड अलर्ट के बीच हिमाचल मे तबाही की बारिश- ddnewsportal.com
रेड अलर्ट के बीच हिमाचल मे तबाही की बारिश
14 लापता, लाहौल-स्पीति मे फटा बादल, कुल्लू मे बच्चे सहित बही मां, कईं एनएच बंद, प्रशासन जुटा राहत व बचाव खड्ड में।
हिमाचल प्रदेश मे फिर तबाही की बारिश हुई है। हालांकि मौसम विभाग ने पहले ही भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया था बावजूद इसके प्रदेश के विभिन्न हिस्सों मे 14 लोग लापता हो गये हैं। जानकारी के मुताबिक रेड अलर्ट के बीच हिमाचल प्रदेश में मंगलवार रात से जारी भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। प्रदेश भर में 14 लोग लापता हो गए हैं। लाहौल स्पीति के तोजिंग नाले में आई बाढ़ से 10 लोग लापता हो गए हैं। वहीं, कुल्लू जिला में 25 वर्षीय महिला अपने चार वर्षीय बच्चे के साथ पार्वती नदी में बह गई है। इसके अलावा कुल्लू में दिल्ली की एक पर्यटक महिला और एक स्थानीय व्यक्ति भी लापता है। किन्नौर में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ
है। शिमला-कालका नेशनल हाइवे जगह-जगह भूस्खलन से बंद हो गया है। इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। हमीरपुर की पटेरा पंचायत के पास सड़क पर बस पलट गई हालांकि सभी यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं। मंगलवार रात से बुधवार सुबह आठ बजे तक प्रदेश में सर्वाधिक बारिश धर्मशाला में 101 मिलीमीटर रिकॉर्ड हुई। राजधानी शिमला में भी कई जगह भूस्खलन होने से गाड़ियां दब गई हैं। प्रदेश भर में सैकड़ों सड़क मार्गों पर वाहनों की आवाजाही ठप पड़ गई है।
राज्य के किन्नौर जिले में बादल फट गया है, जिससे लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिले के सांगला तहसील के रक्षम गांव के नजदीक सुबह नाले में बादल फटा है। जिसके कारण सेब के बगीचे नुकसान होने की सूचना है। सांगला वैली में बटसेरी के बाद एक बार फिर रक्षम में बादल फटने से लोग परेशानी में पहुंच गए हैं। बादल फटने की सूचना पूर्व प्रधान रक्षम टीकम नेगी ने दी है। वहीं, मंडी-कुल्लू का संपर्क पूरी तरह से कट गया है। औट और कटौला मार्ग भारी बारिश के कारण जगह-जगह पर बाधित हुआ है। लाहौल के लिए रवाना हुई एनडीआरएफ की टीम के व्हीकल्स भी फंस गए हैं। सिरमौर जिला मे भी बारिश ने अपना रौद्र रूप दिखाया। भारी बारिश के कारण रेणुका जी जटौन डैम के दरवाजे खोले गये
जिससे गिरि, बाता और यमुना नदी मे जलस्तर काफी बढ़ गया है। बद्रीपुर-गुम्मा एनएच भी कच्ची ढांग के पास करीब एक घंटा बंद रहा जिसे बाद मे आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। बुधवार सुबह करीब 6:15 बजे मणिकर्ण घाटी की ब्रह्म गंगा नदी में भारी बारिश के चलते बाढ़ आ गई। जिसमें एक महिला और उसका बच्चा बह गया है। ब्रह्मगंगा नदी में सुबह के समय में आई बाढ़ से अफरा-तफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागे। चंबा जिले में भी मूसलाधार बारिश ने कहर बरपा कर दिया है। भरमौर पठानकोट एनएच पर चमडोली के पास देर रात मलबे की जद में
आकर बहे युवक का सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस, अग्निशमन और ग्रामीण युवक की तलाश में जुटे हुए हैं। बहरहाल, पूरे प्रदेश मे रात की भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हालातों पर सरकार की नजर है। प्रशासन राहत व बचाव कार्य मे जुटा हुआ है।