हाॅट सीट विश्लेषण- ये जीत कुछ खास है....ddnewsportal.com

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हाॅट सीट विश्लेषण- ये जीत कुछ खास है....

25 वर्ष के राजनैतिक अनुभव पर भारी पड़े नौसिखिया निर्दलीय प्रत्याशी, हर वर्ग का मिला सहयोग

बात पांवटा शहर के हाॅट वार्ड नंबर-8 की करते हैं। क्योंकि इस सीट पर जो जीत हुई है वो कुछ खास है। खास इसलिए क्योंकि इस सीट पर 25 वर्ष के राजनैतिक अनुभव पर एक निर्दलीय प्रत्याशी भारी पड़ा है। यही नही यह वह सीट है जिस सीट पर पूरे शहर की तो निगाहें थी ही साथ ही प्रदेश की राजधानी तक इसके परिणाम की गूंज रही। यहां जीत का अंतर मात्र 7 वोट रहा जो अपने आप बताता है कि मुकाबला कितना कड़ा रहा। जैसा कि विदित है कि इस सीट पर मुकाबला नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन और 25 वर्ष से वार्ड पर राज करने वाले भाजपा के कद्दावर नेता संजय सिंघल और पार्षद पद से राजनैतिक पर्दापर्ण करने वाले एक होम्योपैथी चिकित्सक डाॅ रोहताश नांगिया के बीच था। शुरूआत मे सभी डाॅ नांगिया को हल्के मे ले रहे थे और इसे एकतरफा मुकाबला मान रहे थे। लेकिन जिस तरह से डाॅ रोहताश नांगिया ने अपना विजन जनता के बीच रखा और घर घर जाकर लोगों से मिले तो वह मुकाबले मे आते दिख गये। हर वर्ग उनके समर्थन मे आया। राजनैतिक जानकार बतातें हैं कि संजय सिंघल ने पिछले 25 वर्ष मे वार्ड मे कईं काम विकास के किये हैं लेकिन लंबे समय तक सत्ता मे रहने पर कईं दफा एंटी इंकम्बेंसी का शिकार होना पड़ता है। और इस सीट पर भी शायद यही उनकी हार का कारण रहा। उधर, डाॅ नांगिया पर कुछ विरोधी आरोप लगाते गये कि कोरोना की दवाई बांटना एक चुनावी स्टंट था और वह तो नामांकन भी नही भरेंगे, लेकिन शांत स्वभाव के डाॅ नांगिया ने इन सबका जवाब वार्ड मे अपना विकास का विजन बताकर प्रचार से दिया। यही कारण है कि उक्त आरोप संजय सिंघल को नुकसान और डाॅ रोहताश नांगिया को लाभ दे गये। जिसका परिणाम सभी देख चुके हैं। अब जबकि भाजपा को भी अपनी नगर परिषद बनाने को एक सदस्य की जरूरत है तो संभावना यह जताई जा रही है कि वह निर्दलीय जीत कर आए डाॅ रोहताश नांगिया को अपनी तरफ ले सकते हैं। वहीं कांग्रेस भी निर्दलीयों को एकत्रित कर नगर

छोटी सरकार बनाने की कौशिश मे लगी हुई है। क्योंकि डाॅ रोहताश नांगिया को इस जीत मे हर वर्ग और दल का सहयोग मिला है इसलिए जानकार बताते हैं कि उन्हे बिना किसी दल की सदस्यता के नगर के विकास के लिए काम करना चाहिए, इसी मे उनका रूतबा बरकरार रहेगा। हालांकि जीत के बाद ही डाॅ रोहताश नांगिया ने कह दिया था कि वह किसी भी राजनैतिक दल के दबाव मे नहीं आयेंगे। उनका लक्ष्य अपने वार्ड और शहर का विकास करवाना है।