बड़ी खबर- हिमाचल आने के लिए ये तीन शर्तें अनिवार्य...ddnewsportal.com
हिमाचल आने के लिए ये तीन शर्तें अनिवार्य
कोरोना रोकने को सरकार ने लगाई कड़ी बंदिशें, कल से 22 अगस्त तक स्कूलों मे विद्यार्थियों को छुट्टी, ट्रांसपोर्ट 50% केपेस्टी के साथ.....
हिमाचल प्रदेश सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर की रोकथाम के लिए बाहरी राज्यों से एंट्री पर बंदिशें कड़ी कर दी है। अब यदि कोई हिमाचल प्रदेश आना चाहेगा तो उसे तीन शर्तें पूरी करनी पड़ेगी। मंगलवार देर शाम तक चली हिमाचल कैबिनेट की बैठक मे निर्णय हुआ कि बाहरी राज्यों से आने वाले हर व्यक्ति के लिए कोरोना की आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट, कोविड वैक्सीन की दोनों डोज का प्रमाणपत्र या फिर 24 घंटे की रैपिड एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट होना अनिवार्य होगा। पहले श्रद्धालुओं के लिए ही कोविड निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य की गई थी। लेकिन अब सभी के लिए
इसे लागू किया गया है। वहीं, हिमाचल और बाहरी राज्यों के लिए अब 50 फीसदी सीटिंग क्षमता के साथ ही बसें चलेंगी। अंतरराज्यीय बसों में भी कोरोना निगेटिव रिपोर्ट व वैक्सीन प्रमाणपत्र की शर्त लागू होगी। यात्रियों के पास इन तीनों में से कोई एक रिपोर्ट होने की स्थिति में ही काउंटर पर टिकट बनाई जाएगी। बाहरी राज्यों पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड आदि की बसों का सीमा पर निरीक्षण किया जाएगा। पुलिस इनमें आने वाली सवारियों की रिपोर्ट जांचेगी। साथ ही हिमाचल प्रदेश में दो अगस्त से 10वीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए खोले गए स्कूलों को दोबारा बंद कर दिया गया है। बैठक में स्कूलों को विद्यार्थियों के लिए 11 से 22 अगस्त तक बंद रखने का फैसला लिया गया। हालाँकि शिक्षकों का स्कूलों में आना अनिवार्य रहेगा। शिक्षक स्कूलों से विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाएंगे। वहीं, 16 अगस्त से कॉलेजों में नया शैक्षणिक सत्र शुरू करने को लेकर दो-तीन दिन में फैसला लिया जाएगा। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए सरकार ने नौ दिन बाद ही स्कूलों को बंद करने का फैसला ले लिया है। कैबिनेट ने पांचवीं और आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को स्कूलों में शिक्षकों से परामर्श लेने के लिए पूर्व में की गई व्यवस्था पर भी रोक लगा दी है। इन कक्षाओं के विद्यार्थी भी अब स्कूलों में नहीं आ सकेंगे। जबकि आईटीआई व कोचिंग सेंटर फिलहाल खुले रहेंगे। हालाँकि कैबिनेट मे भीड़ पर कोई निर्णय नही हुआ जिस पर बाते उठने लगी है कि भीड़ पर बंदिशें इसलिए नही लगाई गई है क्योंकि सरकार को चुनाव के लिए राजनैतिक रैलियाँ करनी है।