Himachal Breaking: नशा करने वाले 34 युवा HIV पॉजिटिव, पढ़ें कैसे शिकार हो रहे युवा... ddnewsportal.com
Himachal Breaking: नशा करने वाले 34 युवा HIV पॉजिटिव, पढ़ें कैसे शिकार हो रहे युवा...
देश की तरह हिमाचल प्रदेश मे भी कैमिकल नशे ने पांव पसार दिये हैं। युवा इसकी जकड़ में आ रहे हैं। बड़ी बात ये है कि नशा करने के साथ साथ युवा बड़ी बीमारियों का शिकार भी हो रहे हैं जिससे शायद वो अनभिज्ञ हैं। हमीरपुर के बाद अब राज्य के सबसे बड़े जिला कांगड़ा के सीमांत शहर नूरपुर से बड़ी खबर आई है। यहां एक साथ 34 युवाओं की रिपोर्ट एचआईवी पॉजिटिव पाई गई है, यह सभी नशे के आदी है।
दरअसल, कांगड़ा जिले में पुलिस की नशे के खिलाफ चल रही मुहिम के दौरान नशा करने वालों की मेडिकल जांच में कई बीमारियों के खुलासे हुए हैं। नूरपुर क्षेत्र के 34 युवा एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं। जांच में सामने आया है कि पीड़ितों में ज्यादातर ने एक ही सिरिंज से नशा किया है। पीड़ितों में 25 से 30 वर्ष की आयु वर्ग के युवा हैं। नूरपुर में नशे के बढ़ते काले कारोबार ने युवाओं को नशेड़ी बनाने के साथ-साथ एचआईवी पॉजिटिव बना दिया है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की जांच में सामने आया है कि नूरपुर क्षेत्र में सामने आए इन मामलों में अधिकतर युवा एक ही सिरिंज से नशा कर रहे थे। इससे एक व्यक्ति में पाया जाने वाला एचआईवी का वायरस समूह में सिरिंज के माध्यम से नशा करने वाले अन्य युवाओं के शरीर में पहुंचा है।
हैरानी इस बात की है कि एचआईवी पॉजिटिव मामले उन युवाओं में पाए गए हैं। जिनकी नशे की हालत में पकड़े जाने पर स्वास्थ्य जांच की गई। आशंका है कि क्षेत्र में ऐसे कई और भी युवा होंगे, जो जांच न होने के कारण एचआईवी संक्रमण लेकर घूम रहे होंगे।
जानकारों की माने तो प्रदेश के सीमांत नगरों नुरपूर के साथ साथ-साथ बीबीएन और कालाअंब व पाँवटा साहिब में भी नशा माफिया सक्रिय है। यहां भी चिट्टे आदि के मामाले षामने आते रहते हैं। ऐसे में इस संभावना से भी इन्कार नही किया जा सकता कि यहां भी एक ही सिरिंज से ग्रुप में नशा नसों में लिया जाता होगा। इसलिए इन इलाक़ों में भी पकड़े जाने वाले नशेड़ियों की स्वास्थ्य जांच होनी जरूरी है।
जानिए HIV के लक्षण-
कुछ लक्षण यहां बताए जा रहे हैं जिनमे एक माह में शरीर के वजन में 10 प्रतिशत से अधिक की कमी आना। एक माह में कई बार बुखार चढ़ना। गंभीर क्षयरोग का होना। सांस लेने में परेशानी होना। 8 से 10 वर्ष में बीमारियों के लक्षण प्रकट हो जाते हैं जो एचआईवी की स्थिति बनाते हैं।
उधर, इस बारे में जिला स्वास्थ्य अधिकारी, कांगड़ा, डॉ. आरके सूद ने बताया कि नूरपुर क्षेत्र में जांच के दौरान हैरान करने वाले मामले सामने आए हैं। क्षेत्र के 34 युवा एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं। इन युवाओं की आयु 25 से 30 है। जांच में पता चला है कि युवा समूह में बैठकर एक ही सिरिंज के साथ नशा करते थे। युवाओं में कई अन्य बीमारियां भी पाई गई हैं। जो एक ही सिरिंज का बार-बार इस्तेमाल होने के चलते एक से दूसरे में प्रवेश हुई हैं।