जब अपने हो जाए बेवफा तो दिल टूटे....- ddnewsportal.com

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जब अपने हो जाए बेवफा तो दिल टूटे...... 

आरोप; कर्मचारी चयन आयोग परीक्षा स्वरूप में बदलाव कर देने जा रहा बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों को नौकरी।

मंत्री बोले; भर्ती व पदोन्नति नियमों मे नही हुआ कोई बदलाव, अब भी 90 फीसदी हिमाचलियों की भर्ती।

हिमाचल प्रदेश मे सरकार अपनों को बेगाना करने  की तैयारी कर रही है। राज्य के बेरोजगार इंजीनियर्स की माने तो कर्मचारी चयन आयोग 85 % बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों को नौकरी देने जा रही है। पांवटा साहिब मे जारी प्रेस बयान में इंजीनियरिंग कर चुके नीरज कुमार, गगन चौधरी, विवेक चौधरी, अजय, विकास, कमल किशोर व कुलदीप कुमार ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश सरकार व राज्य चयन आयोग द्वारा भर्ती व पदोन्नति नियमों की अनदेखी करने तथा परीक्षा के स्वरूप में बदलाव कर और ग श्रेणी में बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों को रोजगार देने की तैयारी कर रही है। जिसके चलते प्रदेश के बेरोजगार इंजीनियरों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। भर्ती  पदोन्नति नियमों की अनदेखी व परीक्षा स्वरूप बदल कर प्रदेश में इंजीनियरिंग कर चुके हजारों बेरोजगार छात्रों का भविष्य दांव पर लगा है और रोजगार की बाट जोह रहा युवा दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। प्रदेश में प्रदेश सरकार द्वारा भर्ती एवं पदोन्नति के नियमों की अनदेखी कर, परीक्षा का स्वरूप हिमाचली छात्रों के अनुकूल ना होना, राज्य विद्युत बोर्ड में

90 में से 70 पदों पर बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों को भर्ती करने की तैयारी करना पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं के साथ सरासर धोखा करना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार व राज्य चयन आयोग ने प्रदेश के युवाओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जबकि ग वर्ग के पदों पर अपने ही राज्य के युवाओं का अधिकार होता है लेकिन इस निर्णय से सामान्य वर्ग के 85% पदों पर बाहरी राज्य के अभ्यर्थियों का चयन होना लगभग तय है। इससे पहले राज्य सचिवालय व लोक निर्माण विभाग में बाहरी राज्यों के अभ्यार्थियों को भर्ती किया गया अब राज्य विद्युत बोर्ड में 90 में से 70 पदों पर बाहरी राज्यों के विद्यार्थियों को भर्ती करना करने की तैयारी की जा रही है। जोकि प्रदेश के पढ़े लिखे युवाओं के साथ धोखा है। जिससे प्रदेश का युवा खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है और दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। इनका कहना है कि यदि इन भर्तियों को नही रोका गया तो हिमाचल के शिक्षित बेरोजगार सड़क पर उतरने को मजबूर हो जायेंगे। 

उधर इस बारे ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि भर्ती व पदोन्नति नियमों मे कोई बदलाव नही किया गया है। जो नियम पहले की कांग्रेस की सरकार के समय से हैं उन्ही नियमों के तहत भर्तियां हो रही है। हाल ही मे जेई की जो भर्तियां हुई है उसमे 90 फीसदी हिमाचल के चयनित हुए हैं।