Paonta Sahib: 2004 में जम्मू-कश्मीर में दुश्मनों से लोहा लेते शहीद हुए प्रीतम चंद को किया याद ddnewsportal.com

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Paonta Sahib: 2004 में जम्मू-कश्मीर में दुश्मनों से लोहा लेते शहीद हुए प्रीतम चंद को किया याद

अमर शहीद प्रीतम चंद के पैतृक गांव कोलर स्थित शहीदी स्थल पर प्रातः 9 बजे भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब-शिलाई क्षेत्र व परिवार तथा गांव के सदस्यों ने अमर शहीद को श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीद प्रीतम चंद 128वीं बटालियन, सीआरपीएफ के अंतर्गत 1986 भर्ती हुए।

2004 में प्रीतम चंद जम्मू-कश्मीर के बड़गाम (श्रीनगर) में तैनात थे। 19 मार्च 2004 को सिपाही प्रीतम चंद जम्मू-कश्मीर में दुश्मनों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। वर्तमान में शहीद प्रीतम चंद के परिवार में उनकी माता शांति देवी, धर्मपत्नी कोशल्या देवी व उनके बेटे सुरेन्द्र व तनुज है। परिवार, गांव व क्षेत्र के सभी लोगों को सिपाही प्रीतम चंद के सर्वोच्च बलिदान पर गर्व है।
इस मौके पर पत्नी कोशल्या देवी व सगंठन के वरिष्ठ सदस्य निरंजन सिंह व शहीद के बटालियन से पधारे सब-इंस्पेक्टर एवं पंचायत प्रतिनिधि ने स्मारक स्थल पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया।

उसके उपरांत उपस्थिति लोगों ने राष्ट्रगान गाया। तदोपरांत उपस्थित सभी लोगों ने शहीद प्रीतम चंद के स्मृति स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर  उपस्थित लोगों ने भारत माता की जय व शहीद प्रीतम चंद अमर रहे के नारे लगाए और भूतपूर्व सैनिक सगंठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र के पदाधिकारियों ने उपस्थित सभी नौजवानों से नशे से दुर तथा राष्ट्र

के प्रति समर्पित होकर काम करने की अपील की तथा देश के लिए हमेशा मर मिटने के लिए तैयार रहने की बात की। 
इस मौके पर शहीद प्रीतम चंद की धर्म पत्नी कौशल्या देवी, शहीद प्रीतम चंद की बटालियन के वरिष्ठ इंस्पैक्टर, ग्राम पंचायत प्रतिनिधि, भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्र के पदाधिकारी व स्थानीय ग्रामवासी तथा अन्य गणमान्य सदस्य मौजूद रहे।