भाषा अध्यापक और शास्त्री को अब टीजीटी का दर्जा ddnewsportal.com

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फोटो साभार गूगल

भाषा अध्यापक और शास्त्री को अब टीजीटी का दर्जा 

हिमाचल सरकार ने जारी की अधिसूचना, हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने जताया आभार

भाषा अध्यापक और शास्त्री अब टीजीटी के नाम से जाने जायेंगे। हिमाचल प्रदेश सरकार ने इन्हे टीजीटी हिंदी और टीजीटी सँस्कृत का दर्जा दे दिया है। इस बाबत अधिसूचना भी जारो कर दी गई है। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने हिमाचल सरकार का भाषा अध्यापक और शास्त्री  को टीजीटी हिंदी और टीजीटी

सँस्कृत का दर्जा देने के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, शिक्षामंत्री गोविंद ठाकुर, प्रधान शिक्षा सचिव देवेश कुमार का आभार व्यक्त किया है। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के हिमाचल इकाई के प्रधान पवन कुमार, महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर, संगठन मंत्री विनोद सूद, सी एंड वी उपाध्यक्ष तीर्था नन्द, सभी जिलों के अध्यक्ष, महामंत्री, प्रदेश व जिला कार्यकारिणी के सदस्यों ने

सरकार का आभार व्यक्त किया है। प्रान्त महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर ने कहा कि पिछले 25 वर्षों से शिक्षक यह मांग कर रहे थे। परन्तु जय राम सरकार ने इसे पूरा कर 15 हजार से ज्यादा अध्यापकों को फायदा पहुंचाने काम किया है। पिछले वर्ष आठ अगस्त को मुख्यमंत्री द्वारा मंडी के कन्सा चौक में टीजीटी बनाने की घोषणा की थी। बाद में शैक्षिक महासंघ के आग्रह को बजट में शामिल किया था। डॉ मामराज पुंडीर ने कहा कि कर्मचारियों के हितैषी मुख्यमंत्री कौन हैं इसका उदाहरण सभी के सामने है।