हिमाचल: मतगणना केन्द्रों पर सुरक्षा के रहेंगे पुख्ता इंतजाम- गर्ग ddnewsportal.com

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हिमाचल: मतगणना केन्द्रों पर सुरक्षा के रहेंगे पुख्ता इंतजाम- गर्ग 

चुनाव ड्यूटी के सर्विस वोटरों ने अब तक 79 फीसदी मतदान, 47 हजार कर्मचारियों के पंहुचे वोट, बढ़ेगा आंकड़ा

पांच वीवीपैट का ईवीएम के साथ होगा मिलान,  विजयी जुलूस पर ये निर्देश...

हिमाचल प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव की मतगणना के लिए अब सिर्फ तीन दिन शेष बचे हैं। उम्मीदवारों को इस बार लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। जैसे जैसे मतगणना की तिथि नजदीक आती जा रही है निश्चित तौर पर प्रतयाशियों की धड़कने भी तेज होने लगी है। 8 दिसम्बर को वोटो की गिनतो होगी। जिसके लिए चुनाव आयोग द्वारा प्रदेश में स्थापित किए गए 59 मतगणना केंद्र पर सुरक्षा के पुख़्ता इंतज़ाम किये गये हैं। 
राज्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने बताया कि कड़े सुरक्षा घेरे में 8 दिसंबर को मतगणना करवाई जाएगी। इस दौरान मतगणना ड्यूटी में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के अलावा कोई भी मोबाइल फोन और अन्य गैजेट्स साथ नहीं ले जा पाएगा। इसके लिए मतगणना केंद्र के बाहर तैनात सुरक्षा अधिकारियों और कर्मचारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं। मतगणना केंद्र के बाहर विजयी जुलूस निकालने पर भी रोक रहेगी। चुनाव आयोग के तैनात किए प्रत्येक मतदान केंद्र में पांच वीवीपैट का चयन खुद चुनाव पर्यवेक्षक करेंगे। इसके बाद चुनाव अधिकारियों की

मौजूदगी में इन वीवीपैट से निकली पर्चियों की जांच भी मतगणना के दौरान की जाएगी। चुनाव आयोग ने यह व्यवस्था इसलिए की है, ताकि नतीजे आने के बाद कोई प्रत्याशी या पार्टी ईवीएम से छेड़छाड़ की शिकायत न कर सके। इन वीवीपैट से निकली पर्चियों की यह जांच की जाएगी कि कहीं एक ही राजनीतिक दल के प्रत्याशियों के नाम की पर्चियां ईवीएम का बटन दबाने से तो नहीं निकलीं। इन वीवीपैड की पर्चियों की जांच रिपोर्ट संबंधित पर्यवेक्षक चुनाव आयोग के पास तत्काल भेजेंगे।  दूसरी ओर, मतगणना अधिकारियों और कर्मचारियों को मतगणना से ठीक एक दिन पहले यानी 7 दिसंबर को दूसरे चरण का प्रशिक्षण दिया जाएगा। अगर किसी अधिकारी और कर्मचारी को मतगणना से संबंधित प्रक्रिया में कोई संदेह रहता है तो इसे भी दूर किया जाएगा। 
वहीं यदि कर्मचारियों के वोटों की बात की जाए तो चुनाव ड्यूटी के सर्विस वोटरों ने अब तक 79 फीसदी मतदान किया है, जो अभी बढ़ेगा। विधानसभा चुनाव में ड्यूटी पर तैनात 59,000 कर्मचारियों को मत पत्र जारी किए गए थे। इनमें से 47,000 सर्विस वोटरों ने मतदान किया है। प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी मनीष गर्ग ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में 58,000 सर्विस वोटरों को मतपत्र जारी किए गए थे।  इनमें 45,000 ने वोट डाला था। इस बार सर्विस वोटरों को 9.3 फीसदी अधिक मतपत्र जारी किए गए हैं। बता दें कि इस बार सर्विस वोटरों को 60,000 मतपत्र जारी हुए थे। इनमें 1,000 कर्मचारियों ने फार्म-12 भरकर वापस नहीं दिया है। ऐसे में 59,000 सर्विस वोटर ही मतदान के लिए पात्र हैं। गर्ग के अनुसार सेना के सर्विस वोटरों कुल 67,500 मतपत्र दिए गए थे। इनमें 20,000 वोटर चुनाव अधिकारियों को पास पहुंच चुके हैं।