शिलाई: अनावश्यक संस्थान नही बल्कि मूलभूत ढांचे को बनायेंगे सुदृढ़: हर्षवर्धन चौहान ddnewsportal.com
शिलाई: अनावश्यक संस्थान नही बल्कि मूलभूत ढांचे को बनायेंगे सुदृढ़: हर्षवर्धन चौहान
हिमाचल प्रदेश सरकार के उद्योग, श्रम एवं रोजगार तथा संसदीय मामले मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने अपने सिरमौर प्रवास कार्यक्रम के दौरान शिलाई विधानसभा क्षेत्र में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला झखाण्डों में 43 लाख की लागत से निर्मित होने वाले अतिरिक्त भवन की आधारशिला रखी। इससे पूर्व उन्होंने रा.व.मा.पा. बांदली ढाडस के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
हर्षवर्धन चौहान ने अपने सम्बोधन में स्कूलों को शिक्षा का मन्दिर बताते हुए कहा कि यहां विद्यार्थियों का पूर्ण व्यक्तित्व निखर कर आता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पहली कक्षा से इंग्लिश भाषा लगाने का निर्णय लिया है जिससे विद्यार्थियों का इंग्लिश भाषा से बेहतर समन्वय स्थापित हो सकेगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को शिक्षा के लिए एक दिन की मेहनत नहीं बल्कि कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि यदि उन्हें जीवन में आगे बढ़ना है तो अपने आप को नशे की बुराई से दूर रखना होगा। उन्होंने कहा कि नशे के सेवन से न केवल शारीरिक व मानसिक बल्कि व्यक्तित्व का भी पतन होता है। उन्होंने कहा कि जीवन में नैतिक मूल्य का होना बहुत जरूरी है और इसके लिए विद्यार्थियों को अपने गुरुओं का तथा बड़े बुजुर्गों का आदर सत्कार करने की भावना को अपने आप में जागृत करने की जरूरत है। उन्होंने अध्यापकों तथा अभिभावकों से भी बच्चों में अच्छे गुणों का संचार करने की अपील की। हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि भाजपा सरकार ने अंतिम कुछ माह में बिना बजट प्रावधान के अनावश्यक ही बहुत से संस्थान प्रदेश में खोले जिनके लिए न किसी प्रकार का भवन निर्माण किया गया और न ही स्टाफ़ की व्यवस्था की गई परंतु आज प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू सरकार के कार्यकाल में इन सब पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है कि जहाँ ज़रूरी है वहीं अतिरिक्त संस्थान खोले जाएं, अन्यथा मौजूदा मूलभूत ढांचे को सुदृढ़ बनाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। जिन संस्थानों में स्टाफ़ या भवनों की कमी है सर्वप्रथम उन्हें सुदृढ़ किया जाए ताकि क्षेत्र वासियों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े। उद्योग मंत्री ने कहा कि एक समय था जब उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए बच्चों को नाहन कॉलेज जाना पड़ता था परंतु आज हर विधानसभा क्षेत्र में कॉलेज है। उन्होंने कहा कि शिलाई विधानसभा क्षेत्र में रोनहाट तथा कफोटा में बच्चों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए कॉलेज मौजूद है।
उन्होंने कहा कि आज हर गाँव में सड़क, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध है बच्चों को घर-द्वार पर बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए गाँव-गाँव में वरिष्ठ माध्यमिक या हाई स्कूल मौजूद है। उद्योग मंत्री ने कहा कि अध्यापक गाँव के स्कूलों को छोड़कर शहरों में या शहरों के आस पास जा रहे हैं जिस कारण गाँव के स्कूलों में अध्यापकों की कमी हुई है, इसके अतिरिक्त पिछली सरकार ने अध्यापकों की भर्ती भी नहीं की। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार है जिनका मुख्य उद्देश्य प्रदेश को हर क्षेत्र में आगे ले जाना है। उन्होंने कहा कि इसी दिशा में प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार देने के उद्देश्य से ठोस कदम उठा रही हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न सरकारी विभागों में 20 हजार से अधिक पदों पर भर्ती की जा रही है।
शिक्षा विभाग में 5291, पुलिस विभाग में 1226, जल शक्ति विभाग में 10 हजार पद, वन मित्र योजना के तहत 2061 वन मित्रों की भर्ती, स्वास्थ्य विभाग में 1450 पद, पटवारी के 874 पद तथा लोक निर्माण विभाग में कनिष्ठ अभियंता (सिविल) के 90 तथा वर्क इंस्पेक्टर के 25 पद भरे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जल्द अध्यापकों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में की जा रही भर्ती के माध्यम से दूरदराज़ के स्कूलों में अध्यापकों के रिक्त पड़े अध्यापकों के पदों को भरा जाएगा। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बांदली ढाडस के कमरों के ऊपर छत डालने तथा अगले साल से स्कूल में वाणिज्य संकाय की कक्षा बिठाने की घोषणा की। उद्योग मंत्री ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बांदली ढाढस के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह के दौरान वर्ष भर में विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार भी वितरित किए। इस अवसर पर एसडीएम शिलाई मयंक शर्मा, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग विजय अग्रवाल, अधिशाषी अभियंता विद्युत बोर्ड मुकेश सिंह, प्रताप सिंह पूर्व जिला परिषद सदस्य, रंजीत नेगी, प्रधान सरिता शर्मा, सुनीता देवी, उमा देवी तथा हीरा सिंह शर्मा, सीता राम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी कांग्रेस पदाधिकारी तथा पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।