Paonta Sahib: यमुना शरद महोत्सव के खर्चे में प्रशासन को करनी चाहिए कटौती: डाॅ रोहताश ddnewsportal.com
Paonta Sahib: यमुना शरद महोत्सव के खर्चे में प्रशासन को करनी चाहिए कटौती
पार्षद डाॅ रोहताश नांगिया का सुझाव, बची राशि आ सकती है जरूरतमंद लोगों की मदद के काम
पाँवटा साहिब में आयोजित होने वाले यमुना शरद महोत्सव में प्रशासन को खर्चे में कटौती करनी चाहिए। ऐसे में जहाँ कम खर्चे में अच्छा आयोजन किया जा सकता है वहां फ़ालतू खर्च को रोककर बची राशि फौरी राहत या जरूरतमंद लोगों की मदद के काम आ सकती है। यह बात वार्ड नंबर आठ के पार्षद डाॅ रोहताश नांगिया ने एक प्रेस ब्यान जारी कर कही।
उन्होंने कहा कि यमुना शरद महोत्सव हमारे पाँवटा साहिब का एक ऐतिहासिक आयोजन है और यह भव्य तरिके से होना चाहिए। लेकिन हम यदि चाहें तो इस आयोजन को बेहतरीन भी बना सकते है और कम खर्च भी कर सकते हैं।
उन्होंने ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खु कईं चीजों में कटौती कर रहे है। ऐसे में सभी का दायित्व है कि अगले महीने होने वाले शरद महोत्सव में भी कुछ कटौती कर पैसे को बचा कर एक तरह से प्रदेश की आर्थिक मदद की जाए। बचा पैसा प्रशासन के पास आपदा या फौरी राहत या अन्य मदद के लिए काम आ सकता है।
इस दौरान उन्होंने बताया कि पाँवटा साहिब में होने वाले शरद महोत्सव में हर साल कई लाखों रुपये का खर्चा होता है। जिसमें सबसे ज्यादा खर्चा सांस्कृतिक संध्या में होता है। जहाँ बाहर से आये कलाकारों को लाखो रुपये दे कर लाया जाता है। उन्होंने कहा कि इस बार शरद महोत्सव में होने वाली सांस्कृतिक संध्या तीन दिन की बजाए दो दि करनी चाहिये, जिसमे सिर्फ कम बजट में अच्छे कलाकरों को बुलाना चाहिए व इस दौरान हिमाचली कलाकार व लोकल कलकारों को बुलाना चाहिए ताकि पैसे कम खर्च हो। उन्होंने कहा कि शरद महोत्सव के दौरान खेल कूद प्रतियोगिता को भी सूक्ष्म करना चाहिये। इसके इलावा टेंट का भी खर्चा कम कर इस शरद महोत्सव को अच्छा कर हमे मिसाल कायम करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी इन व्यवस्था को करने में माहिर होते हैं और यहां के युवा अधिकारी पहले भी ऐसे चैलेंज पार कर चुके हैं। उम्मीद है यह आयोजन कम खर्चे में बहुत अच्छे ढंग से होगा।
उन्होंने कहा कि आज आम जन हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा है। जैसे प्रदेश के मुख्यमंत्री खर्चो में कटौती कर रहे है वैसे ही इस बार अगले महीने आ रहे यमुना शरद महोत्सव में आपस में चर्चा करके खर्चे में कटौती कर शरद महोत्सव को मनाया जाना चाहिए।