Hindenburg की रिपोर्ट से ब्रिटिश अरबपति को एक दिन में सैंकड़ो मिलियन डॉलर का नुकसान ddnewsportal.com
Hindenburg के निशाने पर अदाणी के बाद अब ये ब्रिटिश अरबपति
रिपोर्ट आने के बाद सिर्फ एक दिन में ही डूबी 526 मिलियन डॉलर दौलत, ट्विटर के भी है को-फाउंडर, ये है आरोप...
आपको याद होगा कि कुछ माह पूर्व ही भारत के बड़े व्यवसायी गौतम अदानी पर बड़ा खुलासा करने वाली विदेशी कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट ने हिंदुस्तान के बिजनेस में बड़ी हलचल मचा दी थी। अब इसी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने ब्रिटिश अरबपति बिजनेसमैन के एक दिन में सैंकड़ो मिलियन डॉलर डूबा दिये हैं।
दरअसल, हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने गुरुवार को एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें उसने Block Inc पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट
(Hindenburg Research Report) में ब्लॉक पर आरोप लगाया है कि कंपनी ने निवेशकों को गुमराह किया है। हिंडनबर्ग का कहना है कि जैक डॉर्सी की पेमेंट कंपनी ब्लॉक ने कोविड के दौरान फर्जीवाड़ा करके सरकारी योजनाओं का फायदा उठाने वालों की मदद की। हिंडनबर्ग की ताजा रिपोर्ट के बाद 'ब्लॉक' (Block Inc.) के को-फाउंडर जैक डॉर्सी (Jack Dorsey) की दौलत में भारी गिरावट आई है। इस रिपोर्ट के आने के बाद सिर्फ एक दिन में ही जैक डॉर्सी (Jack Dorsey) की दौलत 526 मिलियन डॉलर साफ हो गई। पिछले साल मई से लेकर अबतक ये एक दिन में डॉर्सी के लिए सबसे बड़ा नुकसान है। ब्लूमबर्ग बिलेनेयर इंडेक्स (Bloomberg Billionaires Index.) के मुताबिक, उनकी संपत्ति में 11 % की गिरावट के बाद अब कुल नेटवर्थ 4.4 बिलियन डॉलर रह गई है।
हिंडनबर्ग ने गुरुवार को एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें उसने Block Inc पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यहां हम आपको डिटेल में बताने जा रहे हैं कि आखिर किस हिंडनबर्ग ने किस तरह अरबपति कारोबारी जैक डॉर्सी को अपने निशाने पर लिया है।
हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोप-
● कंपनी के कैश ऐप ने कई लोगों को एक ही अकाउंट में सरकार की तरफ से मिलने वाली सहायता लेने दी।
● ब्लॉक ने यूजर्स मेट्रिक्स को बढ़ा दिया, यानी यूजर्स की संख्या को काफी बढ़ा चढ़ाकर बताया था।
● ब्लॉक ने साफ तौर पर ये जानकारी छिपाई है कि उसके कैश ऐप पर कितने सही यूजर्स हैं।
● कंपनी ने एक्टिव यूजर्स का मेट्रिक्स भी फर्जी अकाउंट्स से भर दिया।
●महामारी के दौरान कैश ऐप को भारी संख्या में लोगों ने इस्तेमाल किया।
● कंपनी ने कुछ जरूरी बैंकिंग रेगुलेशन को नजरअंदाज कर अपना मुनाफा बढ़ाया।
ब्लॉक के शेयर 22% तक टूटे-
हांलाकि, कंपनी ने हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों से इनकार किया और कहा कि वह शॉर्ट-सेलर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के रास्ते तलाश रही है। इस रिपोर्ट के चलते ब्लॉक का शेयर (Block Share) 15% नीचे बंद हुआ, हालांकि, इंट्रा डे में ये शेयर 22% तक टूटा था।
डॉर्सी की संपत्ति का बड़ा हिस्सा 'ब्लॉक' में-
डॉर्सी, जो कि ट्विटर के भी को-फाउंडर हैं, उनकी संपत्ति (Jack Dorsey Net Worth) का ज्यादातर हिस्सा ब्लॉक में लगा हुआ है। ब्लूमबर्ग वेल्थ इंडेक्स का अनुमान है कि फर्म में उनकी हिस्सेदारी 3 बिलियन डॉलर है, जबकि ट्विटर में उनका हिस्सा सिर्फ 388 मिलियन डॉलर का ही है।
हिंडनबर्ग रिसर्च के निशाने पर अरबपति बिजनेसमैन-
हालांकि ये पहली बार नहीं है कि नैथन एंडरसन (Nathan Anderson) की हिंडनबर्ग ने अपने शिकार के रूप में अरबपतियों (Billionaires) को चुना है और उनकी दौलत पर सीधा निशाना साधा है। इस साल की शुरुआत में भारत के गौतम अदाणी (Gautam Adani) और उनके बिजनेस साम्राज्य पर भी हमले किए, जिससे उनकी कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई और उनकी संपत्ति में कई करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ।
अदाणी, जो एक समय दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति थे, अब 60.1 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ ब्लूमबर्ग के इंडेक्स में 21वें नंबर पर हैं। हिंडनबर्ग ने सितंबर 2020 में इलेक्ट्रिक कार
निर्माता निकोला कॉर्प (Nikola Corp) को भी निशाना बनाया था। इसके बाद निकोला के स्टॉक में गिरावट आई और एक जांच के कारण अक्टूबर में इसके संस्थापक ट्रेवर मिल्टन के खिलाफ धोखाधड़ी की सजा हुई।