Himachal News: फॉलोअप- आंगनबाड़ी केंद्र नही हटाया जाएगा ddnewsportal.com

Himachal News: फॉलोअप- आंगनबाड़ी केंद्र नही हटाया जाएगा ddnewsportal.com
फाइल फोटो।

फॉलोअप: आंगनबाड़ी केंद्र नही हटाया जाएगा

मामले में उपायुक्त ने CDPO को यथास्थिति बनाए रखने के दिए निर्देश, पंचायत से मांगी आपत्तियां 

पिछले कल एक मामला हिमाचल प्रदेश के मीडिया में सुर्खियों में रहा कि ग्रामीण आंगनबाड़ी केंद्र के पास से शराब के ठेके को हटाने की मांग कर रहे थे लेकिन आदेश आंगनबाड़ी केंद्र को शिफ्ट करने के जारी हुए। मामले ने तूल पकड़ लिया और विपक्ष को भी बड़ा मुद्दा मिल गया। मामला बिलासपुर जिले का है। 
लेकिन अब राहत की बात ये है कि जिले के विकास खंड झंडूता की बड़गांव पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्र को नहीं हटाया जाएगा। मामला उजागर होने के बाद उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने हस्ताक्षेप करते हुए बाल विकास परियोजना अधिकारी झंडूता को यथास्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पंचायत से शराब ठेका खुलने के बारे में आपत्तियां मांगी गई हैं। 
दरअसल, बड़गांव पंचायत में आंगनबाड़ी केंद्र से करीब 20 मीटर दूर साल 2019 से शराब ठेका चल रहा है। बीते गुरूवार को ठेके को हटाने की जगह आंगनबाड़ी केंद्र को ही दूसरी जगह शिफ्ट करने के निर्देश जारी कर दिए गए। प्रिंट और डिजिटल मीडिया में यह मामला शुक्रवार को खूब सुर्खियों में रहा। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया। 


ठेके का विरोध लंबे समय चल रहा है। 23 मई को पंचायत ने भी आबकारी एवं कराधान विभाग को इस बारे में अवगत करवाया था। यदि विभाग कार्रवाई करता है तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। 1 जून को आंगनबाड़ी केंद्र में आ रहे बच्चों के अभिभावकों और आंगनबाड़ी केंद्र के लाभार्थियों की बैठक हुई। इसमें भी शराब के ठेके को हटाने के लिए प्रस्ताव डाला गया। बाल विकास परियोजना अधिकारी झंडूता की ओर से 3 मई को पत्र संख्या 1-13/2006-07 के तहत आबकारी एवं कराधान विभाग घुमारवीं को ठेका हटाने के लिए कहा था।
उधर, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि बिलासपुर में आंगनबाड़ी केंद्र के बगल में शराब का ठेका खोल दिया। बच्चों के माता-पिता ने इसका विरोध किया तो सरकार ने कहा, ठेका बंद नहीं हो सकता, आप आंगनबाड़ी कहीं और ले जाइए। सरकार को सोचना होगा कि वह समाज को कहां ले जा रही है। जयराम ने गाड़ागुशैनी में जनसभा में कहा कि सरकार कह रही है कि विकास के लिए पैसे नहीं हैं। लेकिन हर दिन हिमाचल की जनता पर बोझ डाले जा रही है। छह-छह सीपीएस बना दिए हैं। अपने चार-चार मित्रों को कैबिनेट रैंक दे दिया। अब एयरक्राफ्ट भी ले रहे हैं। हिमाचल में एयरक्राफ्ट की क्या जरूरत है।