National Games 2023: सिरमौरी बाला पुष्पा राणा की कप्तानी में हिमाचल महिला कबड्डी टीम को गोल्ड ddnewsportal.com

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National Games 2023: सिरमौरी बाला पुष्पा राणा की कप्तानी में हिमाचल महिला कबड्डी टीम को गोल्ड, पढ़ें उपलब्धियां...

सिरमौर की बेटी पुष्पा राणा के कप्तानी में हिमाचल महिला कबड्डी टीम ने गोवा नेशनल गेम्स 2923 में गोल्ड मेडल जीत हिमाचल का नाम रोशन किया है। फाइनल में हिमाचल की महिला कबड्डी टीम ने हरियाणा को पराजित कर ट्रॉफी अपने नाम की। हाल ही में पुष्पा राणा एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम का भी हिस्सा थी  पुष्पा राणा के कप्तानी में हिमाचल में गोल्ड मेडल जीतने पर पूरे सिऔर गिरिपार क्षेत्र में खुशी की लहर है। शिलाई क्षेत्र की दो बेटियां पुष्पा राणा और साक्षी शर्मा ने न केवल अपने मां-बाप का नाम रोशन किया है बल्कि अपने गुरुओं और अपने सगे सम्बंधियों का भी नाम रोशन किया है।


पुष्पा राणा की बात करे तो उनका जन्म मिलाह (टेक) में जयपाल राणा और माता चंपा राणा के घर हुआ। पिता जयपाल राणा जेबीटी अध्यापक और माता चंपा राणा ग्रहणी है। बचपन से ही पुष्पा राणा का खेलों के प्रति बहुत लगाव रहा। पुष्पा राणा की प्रारंभिक शिक्षा शिलाई के पब्लिक स्कूल से हुई, लेकिन बाद में पुष्पा राणा का दाखिला राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शिलाई में करवाया गया। जहां पर ग्यार सिंह नेगी (प्रवक्ता अंग्रेजी) जो कि शिलाई में क्रीड़ाश्री का कार्य भार देख रहे थे, उनके पास पुष्पा राणा की कबड्डी को निखारने के लिए भेजा गया। ग्यार सिंह नेगी ने बताया कि पुष्पा राणा बहुत ही होनहार खिलाड़ी है और प्रथम ही वर्ष खेलते हुए राज्य में पहली बार टीम को विजेता बना दिया। उसके बाद पुष्पा राणा झारखंड देवगढ़ में अंडर-16 नेशनल खेलने गई। उस नेशनल खेलने के बाद पुष्पा राणा चयन साई स्पोर्ट्स सेंटर धर्मशाला में हो गया। तब से लगातार पुष्पा राणा हर बार बेहतर परफॉर्म कर रही है।
पुष्पा राणा के नाम पर अभी तक दो अंतर्राष्ट्रीय गोल्ड मेडल है। 12 राष्ट्रीय स्तर के गोल्ड मेडल है, 6 सिल्वर मेडल, तीन ब्रॉस मेडल और अभी हाल ही में यह एक गोल्ड मेडल और हासिल कर लिया है। शिलाई की समस्त जनता उनके माता-पिता उनके गुरुओं को पुष्पा राणा पर गर्व है। 


साथ ही साक्षी शर्मा जो की टीम में लेफ्ट कॉर्नर के तौर पर खेल रही थी, शिलाई के धकोली गांव से संबंध रखती है। साक्षी शर्मा भी शुरुआती दौर पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक की पाठशाला शिलाई में ग्यार सिंह नेगी के पास प्रशिक्षण लेती रही। साक्षी शर्मा शुरुआती दौर पर बेहतरीन रेडर के तौर पर खेलती थी। बाद में साक्षी शर्मा का चयन स्टेट हॉस्टल बिलासपुर के लिए हो गया। जहां उसे डिफेंडर के तौर पर तैयार किया जा रहा है। साक्षी शर्मा के स्कूली कोच ग्यार सिंह नेगी ने बताया है कि साक्षी शर्मा एक बेहतरीन ऑलराउंडर के तौर पर खेल सकती है, यदि उसे रेड करने का भी मौका दिया जाए। लेकिन फिलहाल उसे डिफेंडर के तौर पर टीम में खिलाया जा रहा है। साक्षी की टीम के द्वारा इस मर्तबा नेशनल गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने पर उनके पिता राजेश शर्मा तथा माता बहुत खुश है। भले ही पिछले मर्तबा साक्षी शर्मा का नाम भारतीय महिला कबड्डी टीम से कट जाने पर कुछ मायूस थे। साक्षी शर्मा भारत की नई उभरती हुई खिलाड़ी है और आने वाले प्रतियोगिताओं में निःसंदेह यह भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करेगी। पूरी शिलाई क्षेत्र में दोनों बेटी के बेहतरीन प्रदर्शन पर खुशी की लहर है। समस्त क्षेत्र वासियों ने इन दोनों बेटियों को शुभकामनाएं और शुभ आशीष दिया है।