शिलाई: टिम्बी में बच्चों को दी ये अहम जानकारी... ddnewsportal.com

शिलाई: टिम्बी में बच्चों को दी ये अहम जानकारी...  ddnewsportal.com

शिलाई: टिम्बी में बच्चों को दी ये अहम जानकारी...

जिला बाल सरंक्षण इकाई जिला सिरमौर द्वारा टिम्बी स्कूल में एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन।

जिला बाल सरंक्षण इकाई जिला सिरमौर द्वारा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टिम्बी में एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में विद्यालय के सभी विद्यार्थियों को गुड टच, बैड टच पर चाईल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन द्वारा निर्मित एनीमेशन फिल्म कोमल प्रदर्शित कर की गई। 

उसके पश्चात संरक्षण अधिकारी सोहन पुण्डीर ने बच्चों को उनके अधिकारों बारे विस्तृत जानकारी प्रदान की व इसके अंतर्गत उन्होंने निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा अधिनियम-2009, किशोर न्याय अधिनियम (JJ Act)-2015, पोक्सो एक्ट  के बारे में जानकारी दी व जिला बाल संरक्षण इकाई की कार्य प्रणाली के बारे में बच्चो को पूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बच्चो को सभी बाल अधिकारों बारे जागरूक किया व बाल विवाह निषेध अधिनियम, पोक्सो एक्ट -2012 आदि पर प्रकाश डाला। उन्होंने बच्चों को पूर्व गर्भाधान और प्रसव पूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन का प्रतिषेध) अधिनियम, 1994 की जानकारी भी प्रदान की। सोहन पुण्डीर ने सरकार द्वारा बच्चों के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की व लिंग भेद व कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियों बारे बच्चों को जागरूक किया। जिला बाल संरक्षण इकाई के सामाजिक कार्यकर्ता कुलदीप कुमार ने जिला बाल संरक्षण इकाई के द्वारा चलाई जा रही योजनाएं

फोस्टर केयर, आफ्टर केयर, दत्तक ग्रहण प्रक्रिया (Adoption), बाल श्रम अधिनियम-2016 के बारे में बच्चो को जानकारी दी और बच्चो से वादा लिया की सभी बच्चे अपने क्षेत्र में बाल विवाह ओर बाल श्रम न करेंगे न ही होने देंगे। साथ ही कुलदीप कुमार ने चाइल्ड लाइन 1098 की विस्तृत जानकारी प्रदान करते हुए बच्चों से आग्रह किया कि असुरक्षित परिस्थितियों में टोल फ्री नंबर 1098 पर कभी भी संपर्क किया जा सकता है। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्रधानाचार्या मीना सुन्दल ने एक दिवसीय जागरूकता शिविर आयोजित करने के लिए जिला बाल संरक्षण इकाई सिरमौर का धन्यवाद किया व आग्रह किया की भविष्य में भी समय-समय पर इस तरह के शिविर आयोजित किए जाए ताकि बच्चों को उनके अधिकारों व बच्चों के लिए बनाए कानूनों और सरकार द्वारा बच्चों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी मिल सके। इस जागरूकता शिविर में विद्यालय की  सभी छात्राओं व अध्यापकों सहित कुल 350 प्रतिभागियों ने भाग लिया।