आखिर जनता के मन मे चल क्या रहा है...ddnewsportal.com

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आखिर जनता के मन मे चल क्या रहा है....

शिलाई विधानसभा क्षेत्र मे जिला परिषद चुनाव में अपने-अपने गृह क्षेत्र मे नकारे गये विधायक-पूर्व विधायक

बड़ा मशहूर गाना है कि गैरों पे करम अपनों पे सितम ऐ जाने वफा ये जुल्म न कर। लेकिन शिलाई विधानसभा क्षेत्र के जिला परिषद के चुनाव मे इस गाने के बोल उलट साबित हुए है। इस चुनाव मे क्षेत्र के विधायक और पूर्व विधायक को अपनो से सितम और गैरों से करम मिले है। यानि कि दोनो

नेताओं को अपने अपने गृह क्षेत्र मे नकार दिया गया है। जानकारी के मुताबिक जिला परिषद की शिलाई विधानसभा क्षेत्र मे चार सीटें आती हैं। जिसमे कांडो भटनौल, ग्वाली, शिल्ला और कमरऊ वार्ड शामिल है। इसमे दो सीटें नेड़ा पार और दो नेड़ा आर मे आती है। नेड़ा पार से पूर्व विधायक बलदेव तोमर का गृह क्षेत्र है। लेकिन इस क्षेत्र मे विधायक हर्षवर्धन चौहान के दोनों उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। वहीं नेड़ा आर मे मस्तभोज मे विधायक हर्षवर्धन चौहान का गृह क्षेत्र है लेकिन यहां पर शिल्ला और कमरऊ वार्ड से भाजपा समर्थित प्रत्याशी जीते हैं। ऐसे मे देखा जाए तो अपने-अपने गृह क्षेत्र से दोनों नेताओं के उम्मीदवारों को जनता ने नकार दिया है। जो हर किसी की समझ से परे हैं। राजनैतिक जानकार बतातें हैं कि बीते तीन वर्ष मे शिलाई के पूर्व विधायक व खाद्य एवं आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर का विकास को लेकर पूरा ध्यान शिलाई और रोनहाट क्षेत्र मे रहा। लेकिन फिर भी

जिला परिषद मे वह शिलाई और रोनहाट क्षेत्र की दोनो सीटें हार गये। यही कारण है कि गत दिनों कांडो गांव मे आभार सभा के दौरान बलदेव तोमर यह कहने से नही चूके कि शिलाई की तो वह दोनों सीटें हार गये, कफोटा क्षेत्र ने मान सम्मान दिया है जिसे वह हमेशा याद रखेंगे। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि कफोटा क्षेत्र की आईपीएच मंडल की मांग को भी भाजपा सरकार के दरकिनार करने के बावजूद कफोटा क्षेत्र के लोगों ने भाजपा का मान बनाए रखा है। जिसका आने वाले समय मे क्षेत्र को लाभ मिल सकता हैं। वहीं, इस चुनाव मे कांग्रेस के गढ़ शिल्ला को भी भाजपा ने ध्वस्त किया है। जो कांग्रेस के लिए भी चिंतन का विषय है। लेकिन सबसे बड़ा विषय ये है कि क्षेत्र के दो बड़े दलों के नेताओं को उनके ही गृह क्षेत्र मे जनता ने जो आईना दिखाया है उससे ये अंदाजा लगाना मुश्किल हो रहा है कि जनता मे मन मे आखिर चल क्या रहा है।