शिलाई: हादसा- चट्टानें गिरने से वैन का बना कचूमर- ddnewsportal.com
शिलाई: हादसा- चट्टानें गिरने से वैन का बना कचूमर
किस्मत ने बचाए दो सवार, गंगटोली में एक सप्ताह में दूसरी घटना, जानलेवा सड़क पर सफर कर रहे क्षेत्र के लोग
एनएच निर्माण कर रही कंपनी की लापरवाही, मंत्री और सरकार गहरी निद्रा में
शिलाई विधानसभा क्षेत्र के लोग किस तरह का जानलेवा जीवन जी रहे हैं इसका फिर एक बड़ा उदाहरण रविवार को उस समय सामने आया जब एनएच निर्माण कर रही कंपनी के द्वारा अवैज्ञानिक तरीके से की जा रही कटिंग के चलते पहाड़ी से चट्टाने गिरी और सड़क पर वैन का कचूमर बन गया। किस्मत अच्छी रही कि वैन में सवार दो लोग समय रहते वेन से उतरकर भाग गये जिससे उनकी जान बच गई। एक सप्ताह पूर्व इसी एरिया में क्षेत्र के एक युवक की उपर से पत्थर गिरने पर मौत हो गई लेकिन न तो प्रशासन जाग रहा है, न सरकार और न ही सरकार के स्थानीय नुमाईंदे। परिणामस्वरूप रौजाना क्षेत्र के लोग खतरनाक सफर कर अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं।
सरकार और स्थानीय विधायक एवं मंत्री को शायद जनता की दिक्कतें नजर नही आ रही, वरना इस तरह जनता को भेड़ बकरियों की तरह मरने को न छोड़ते।
जानकारी के मुताबिक NH-707 बद्रीपुर गुम्मा का निर्माण कार्य पिछले करीब दो वर्ष से चल रहा है। लेकिन कार्य करने वाली कंपनियाँ नियमों को ताक पर रखकर बेतरतीब ढंग से काम कर रही है। कटिंग के दौरान उपर की तरफ सुरक्षा के कोई इंतजाम नही है जिससे रौजाना पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं। बीते सप्ताह माशू गांव के युवक की पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण चपेट मे आने से मौत हो गई थी, लेकिन प्रशासन उसके बाद भी नही जागा। अब भी पहाड़ी की तरफ से चट्टाने खिसकने का दौर जारी है लेकिन न तो सुरक्षा के कोई पुख्ता बंदोबस्त किए गये है और न ही सड़क बंद कर वैकलपिक मार्ग की व्यवस्था की गई है। जिससे जनता की जान हमेशा आफत में बनी रहती है। रविवार को उक्त डेंजर प्वाइंट से जैसे ही एक मारूति वेन निकल रही थी तो
अचानक उपर से पत्थर गिरे। वैन में दो लोग सवार थे, पत्थर गिरते देख दोनो वैन से उतरे और आगे की तरफ भाग गये। मात्र 10 सैकेंड के भीतर वैन का चट्टानों तले दबने से कचूमर बन गया था। दोनो व्यक्तियों की किस्मत अच्छी रही कि वो बच गये। लेकिन रोज ऐसी अच्छी किस्मत नही रहती। आम आदमी पार्टी शिलाई के प्रत्याशी रहे नाथू राम चौहान ने कहा कि वह लंबे समय से जनता के लिए लड़ रहे हैं। कंपनियों की दादागीरी के चलते बेतरतीब काम होने से यह हादसे हो रहे हैं लेकिन प्रशासन, मंत्री और सरकार सुध नही ले रही है। उन्होंने तंज भी कसा कि जिन विधायक महोदय को भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान एनएच निर्माण कार्य में हजारों कमियां नजर आती थी, वो अब इस तरह से चुप है जैसे सारी कमियाँ दूर हो गई हो। यह सोंचने वाला विषय है। आखिरकार सवाल क्षेत्र की जनता की जान का है। चुप रहना सही नही।