भारत बंद के लिए पांवटा मे भी बनी रणनीति ddnewsportal.com

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भारत बंद के लिए पांवटा मे भी बनी रणनीति 

संयुक्त किसान मोर्चा ने बैठक कर 27 सितम्बर को होने वाले कार्यक्रम के लिए सौंपी जिम्मेवारी, मांगे न मानने पर केंद्र व प्रदेश सरकार को भुगतने होंगे नतीजे।

आने वाले 27 सितंबर को पूरे भारत में किसान बंद का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में पांवटा साहिब में भी बंद का आह्वान किया गया है जिसके लिए आज संयुक्त किसान मोर्चा की एक महत्वपूर्ण बैठक बद्रीपुर पांवटा साहिब में हुई। जिसकी अध्यक्षता संयुक्त किसान मोर्चा के नवनियुक्त संयोजक प्रीतम सिंह सैनी तथा सह अध्यक्षता सह संयोजक रघुबीर सिंह, शुकरदीन, भूपिंदर सिंह बैंस तथा रणजीत सिंह फौजी ने की। बैठक में भारतीय किसान युनियन के हिमाचल प्रदेश अध्यक्ष अनेंदर सिंह नॉटी, गुरजीत सिंह नंबरदार, चरणजीत सिंह जैलदार, जसविंदर सिंह बिलिंग, चतर सिंह चौधरी, जगदीश चौधरी, चरणजीत सिंह गिल, गुरनाम सिंह बंगा, हरीश चौधरी, विनय गोयल, सतवीर सिंह सत्तू, इंद्रजीत अज्जू, जितेंद्र राजा, परमिंदर बंगा, जितेंद्र लाडी, बलराज कश्यप, गुरनाम गामा, गुरमीत सिंह, प्रीत मोहन सिंह, निशान सिंह लवली, अरशद अली सहित दर्जनों किसान तथा आंदोलन समर्थक शामिल रहे। बैठक में सभी को क्षेत्रवार जिम्मेदारियां सौंपी गई। भाकियु हिमाचल प्रदेश अध्यक्ष अनिन्द्र सिंह नौटी और संयोजक प्रीतम सिंह सैनी ने बताया कि 27 सितंबर को सुबह 10:00 बजे विश्रामगृह पांवटा

साहिब से एकत्रित होकर एक किसान मार्च निकाला जाएगा जो प्रदेश तथा केंद्र सरकार के लिए एक चेतावनी होगा कि अब किसान आंदोलन पूरे देश के सभी राज्यों तथा कोने-कोने तक पहुंच चुका है और अगर जल्दी ही किसानों की मांगें नहीं मानी गई तो इसके गंभीर नतीजे केंद्र सरकार तथा भारतीय जनता पार्टी को भुगतने होंगे। इस किसान आंदोलन में पांवटा साहिब पूरे हिमाचल प्रदेश में आंदोलन की धुरी बना हुआ है। हिमाचल प्रदेश सरकार भी किसानों के प्रति गंभीर नहीं है तथा इस दिन हिमाचल प्रदेश सरकार को भी एक मांग पत्र जारी किया जाएगा। जिस पर निर्णय न लेने की स्थिति में हिमाचल प्रदेश में भी सरकार का जगह-जगह विरोध होगा।