युवाओं को नशे की तरफ धकेलने के निर्णय ले रही सरकार- प्रदीप ddnewsportal.com
इससे अच्छा राशन सस्ता करते तो गरीबों का होता भला
शराब के दाम घटाने पर मजदूर नेता प्रदीप चौहान ने आड़े हाथों ली सरकार, कहा; युवाओं को नशे की तरफ धकेलने का है निर्णय।
हिमाचल प्रदेश सरकार की नई आबकारी नीति के तहत 16 फीसदी देशी शराब सस्ती करने के सरकार के निर्णय को पांवटा साहिब के मजदूर कांग्रेस नेता प्रदीप चौहान ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। पांवटा साहिब में जारी प्रेस बयान में प्रदीप चौहान ने कहा कि एक ओर जनता महंगाई से त्रस्त है घरेलू उत्पाद महंगे है, रोजमर्रा की चीजो के दाम आसमान छू रहे हैं वहीं दूसरी ओर प्रदेश सरकार शराब पर ध्यान केंद्रित करते हुए दाम कम कर युवाओं को नशे की ओर धकेल रही है। इससे तो अच्छा होता कि राशन के दाम कम किये जाते ताकि गरीब व जरूरतमंद भूखा न मरता, लेकिन सरकार के ऐसे निर्णय नशाखोरी को बढ़ावा दे रही है।
प्रदीप चौहान ने कहा कि सरकार को सरसों के तेल, रिफाइंड आदि के दाम कम करने चाहिए थे जबकि सरकार ऐसा न करते हुए शराब सस्ती कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार युवाओं के भविष्य को अंधकार की
ओर धकेल रही है। शराब के दाम कम होने से शराब की बिक्री बढ़ेगी जिससे घरेलू हिंसा, समाज मे दुर्घटनाओं में इजाफा होगा जबकि राशन व सरसो का तेल, रिफाइंड, घी आदि के दाम करने से जनता को राहत मिलती। लेकिन ऐसा लगता है कि सरकार आम जनता को राहत ही नही देना चाहती बल्कि उन्हें मंहगाई तले पीसना चाहती है। सरकार को अपने इस फैसले पर पुनः ध्यान देना चाहिए एवं शराबबंदी की ओर कदम बढ़ाने चाहिए जिससे समाज मे सुधार की रूप रेखा तय हो सके। वरना आने वाला समय बड़ा खराब होगा।