Paonta Sahib: छठे वेतन आयोग का पैंशनर्स को नही मिल रहा कोई खास लाभ ddnewsportal.com
Paonta Sahib: छठे वेतन आयोग का पैंशनर्स को नही मिल रहा कोई खास लाभ
बैठक के दौरान उठाई समस्याएं, डीए पर भी संतुष्ट नही सदस्य और...
पैंशनर्स वैलफेयर एसोसिएशन पांवटा साहिब की बैठक सुन्दर लाल मेहता की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक की जानकारी देते हुए महासचिव डॉ टी पी सिंह ने बताया कि बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। सर्वप्रथम दो दिन पूर्व उड़ीसा में हुई भीषण रेल दुर्घटना में जीवन गंवाने वाले लोगों की आत्मा की शान्ति हेतु 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई व दुर्घटना में घायल व्यक्तियों के स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना की गई।
सरकार ने 3% मंहगाई भत्ते की घोषणा हिमाचल दिवस पर 15-4-2023 को की तथा अप्रैल की पैंशन में लगाने की अधिसूचना 27 -4-23 को की तथा यह किस्त मई माह की पैंशन में लग पाई। 11% देय में 3% जारी करना पैंशनर्स के साथ अन्याय है।
छठे वेतन आयोग को जो फरवरी 2022 में अधिसूचित किया था उसे 2016 के उपरांत सेवानिवृत्ति वाले पैंशनर्स को कुछ भी नही मिला है तथा 2016 के पूर्व सेवानिवृत्ति वाले पैंशनर्स को केवल 20% वह भी सीमित राशी तक ही जारी किया गया है तथा शेष देय राशी का इन्तजार किया जा रहा है।
2016 के पूर्व सेवानिवृत्ति वाले पैंशनर्स को 8-9-2022 की अधिसूचना अनुसार थोड़ा फायदा होना था उस के केस महिलेखाकार कार्यालय में लम्बित हैं जिसमें सरकार कुछ नहीं कर रही है इससे पैंशनर्स में काफी निराशा है।
पिछली सरकार ने अक्तूबर 2022 से आयु भत्ता संशोधित पैंशन पर दिया था जो की मूल पैंशन पर पंजाब पद्धति पर दिये जाने की मुख्य मांग थी तथा आशा थी कि नयी सरकार इस विषय पर सकारात्मक कार्यवाही करेगी परन्तु सरकार किसी भी मांग को पूर्ण नहीं कर रही है।
चिकित्सा भत्ता पंजाब पद्धति पर 1000 रूपये प्रति माह करने व चिकित्सा बिलों की समयबद्ध अदायगी की ओर भी सरकार उदासीन प्रतीत हो रही है। सरकार बार बार यही कह रही है कि पिछली सरकार ने देय राशी नहीं दी जो अभी तक इस सरकार ने भी नहीं दी है फिर क्या व्यवस्था परिवर्तन हुआ है। अभी तक सरकार की कार्य प्रणाली पैंशनर्स के हित में प्रतीत नहीं हो रही है। अब 30-5-23 को पंजाब सरकार ने अपने कर्मचारियों एवं पैंशनर्स को आंखों के लैंस व हिप रिप्लेसमेंट की दरों में वृद्धि की है तथा पैंशनर्स को इस आयु में इसकी अधिक आवश्यकता होती है, उसकी दर लैंस हाइड्रोफिलिक, हाइड्रोफिलिक व मल्टीफोकल की दर 8000/- से बढाकर क्रमश 10000/-, 15000/- व 25000/- प्रति लैंस की है।
इसी प्रकार हिप रिप्लेसमेंट की दर 90000/- प्रति हिप की है। जिसकी प्रति पी जी आई आदि को प्रेषित की है। सरकार को पुरानी दरों को मंहगाई को ध्यान में रखते हुए तुरंत संशोधन करना चाहिए। प्रदेश कार्यकारिणी को अपने स्तर पर इस विषय में प्रयास करने का अनुरोध किया गया।
बैठक में सुन्दर लाल मेहता, टी पी सिंह, शान्ति स्वरूप गुप्ता, एन एस सैनी, पी सी शर्मा, एम आई खान, एम एस भटनागर, बी एस नेगी, वी पी चौधरी, जी सी शर्मा, लखबीर सिंह, बलबीर सिंह, जितेंद्र दत्त, सतपाल, एन डी सरीन, सुशील कुमार प्रीतो देवी आदि मौजूद रहे।