खास खबर- चुनाव परिणाम आते ही गिले शिकवे खत्म-भाईचारा शुरू ddnewsportal.com
खास खबर- चुनाव परिणाम आते ही गिले शिकवे खत्म-भाईचारा शुरू
शिवा पंचायत वासियों ने पेश की परिपकवता की बेहतरीन मिसाल, जीएम उद्योग ज्ञान सिंह चौहान ने गोद ली गृह पंचायत
अक्सर चुनावों मे माहौल तनावपूर्ण रहता है। और चुनाव परिणाम आने के बाद तो नारेबाजी और पराजित दल पर छींटाकसी आम बात है जो आपसी भाईचारे और सौहार्द खराब करता है। लेकिन पांवटा साहिब विकास खंड की आंजभोज क्षेत्र की शिवा पंचायत मे इसके उलट ऐसा सुखद नजारा देखने को मिला जिसने अन्य पंचायतों के लिए भी भाईचारे की एक मिसाल कायम कर दी है। देर शाम चुनाव परिणाम घोषित होते ही विजयी उम्मीदवार सहित सभी लोगों ने सबसे पहले दूसरे व तीसरे नंबर पर रहे उम्मीदवारों के घर जाकर उन्हें गले लगाया तथा सांत्वना दी। परिणाम घोषित होने के बाद सभी ने संयुंक्त रूप से धाम का आयोजन किया। सभी प्रकार के गिले शिकवे समाप्त कर पंचायत के विकास के लिए मिलजुल कर काम करने का संकल्प किया। गौरतलब है कि पंचायत वासियों ने पंचायत के तीन गांव शिवा, सुनोग व रुदाना को बारी बारी से प्रधान पद की बारी तय कर रखी है। इस बार शिवा गांव की बारी थी। परन्तु शिवा गाँव से ही 3 उम्मीदवार चुनाव लड़ने की जिद पर अड़ गए जबकि बीडीसी मेंबर के लिए तीन पंचायतों यानि बनौर, शिवा व भरली आगरों ने सर्व समति से चयन कर लिया था। ख़ास बात यह रही कि चुनाव के दौरान किसी भी उम्मीदवार ने एक भी बकरा कुर्बान नहीं किया, केवल घर घर जाकर वोट मांगे। यह भी परिपकवता की निशानी है, यद्यपि पंचायतवासी, उम्मीदवारों के इस फैसले से कुछ परेशान थे। इस चुनाव मे बबीता देवी प्रधान चुनी गई है। लेकिन पंचायत के लोगों की सूझबूझ और भाईचारे की सभी प्रंशसा कर रहे हैं। इसी पंचायत के गांव रूदाना से संबंध
रखने वाले उद्योग विभाग के महाप्रबंधक सिरमौर ज्ञान सिंह चौहान भी जनता की इस समझदारी और परिपक्वता के कायल हुए है। उन्होंने कहा कि वह पंचायत वासियों की इस पहल का स्वागत करते हैं। साथ ही अपनी इस गृह पंचायत के समग्र विकास हेतु इसे गोद लेने की भी घोषणा करता हूँ ताकि विभिन्न विभागों की कल्याणकारी योजनाओं को जमीनी स्तर पर उतारने में अपना कुछ योगदान कर सकूँ। इसके लिए जल्द एक माइक्रो प्लान तैयार किया जायेगा। पंचायत के विकास में स्थानीय उद्योगों को भी प्रेरित किया जायेगा।