यहाँ होगी खास परेड....... 14 अगस्त 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

यहाँ होगी खास परेड.......  14 अगस्त 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

यहाँ होगी खास परेड.......

14 अगस्त 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा

चारे का बजट डकारा, पाकिस्तानी गुबारे, 6 और शव, पहाड़ दरकने का लगेगा पता, पंच परमेश्वर सम्मैलन, बंजार को 84 करोड़ की सौगात, नये पावर प्रोजेक्ट पर प्रतिबंध, किन्नौर मे प्रशासन लापरवाह, कल देखें पांवटा की खास परेड और....... कोविड/सूचना एवं जनसंपर्क विभाग बुलेटिन।


(आज की तस्वीर)


स्थानीय (सिरमौर)

1- पांवटा साहिब मे हटके होगी इस बार की परेड, आप भी जरूर देखें।

आजादी के 75वें स्वतंत्रता दिवस के जश्न को जन-जन तक पहुंचाने के लिए एसडीएम पांवटा विवेक महाजन की पहल पर इस वर्ष पहली बार क्षेत्र के गणमान्य और क्षेत्र का गौरव बढ़ाने वाले लोगों को प्रदेश पुलिस की टुकड़ी के साथ साथ परेड में पथ संचलन का हिस्सा बनाया गया। यह पहला मौका है जब भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब-शिलाई क्षेत्र की टुकड़ी नगर पालिका मैदान में 15 अगस्त की परेड में पथ संचलन करेगी। अभी तक इस

तरह की कार्यवाही राजपथ की गणतंत्र दिवस परेड में ही देखने को मिलती है। ज्ञात रहे कि सैनिकों का जीवन हमेशा से ही चुनौतीपूर्ण रहा है देश की संप्रभुता व सीमाओं की रक्षा के लिए सैनिकों ने देश के लिए हमेशा ही अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। भारतीय सेना की शौर्य गाधा को याद करते हुए एसडीएम विवेक महाजन ने भूतपूर्व सैनिक संगठन के पदाधिकारियों से संपर्क साधते हुए 15 अगस्त की परेड में पथ संचलन करने का प्रस्ताव रखा। जिसे संगठन के पदाधिकारियों ने शीघ्रता से स्वीकार करते हुए कहा कि ऐसा करना केवल हमारा ही गौरव नहीं अपितु यह पथ संचलन पूरे क्षेत्र के सभी नागरिकों को गौरवान्वित करेगा। भूतपूर्व सैनिक क्षेत्र के गौरव, सम्मान, सेवा और सहायता के लिए हमेशा ही स्थानीय शासन और प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े है। संगठन के सचिव नरेंद्र ठुंडू ने कहा कि परेड पथ संचलन में चलने वाले रियल हीरो व जाबांज तीनों सेनाओं के रणबांकुरो ने देश के विभिन्न ऑपरेशन व युद्धों के साथ-साथ भिन्न-भिन्न स्थानों और सीमाओं पर देश की रक्षा व सेवा की कड़ियों में भिन्न-भिन्न पदों और भिन्न-भिन्न है। यह अपने आप में एक अद्भुत व  करने वाला क्षण होगा। पांवटा साहिब मे 75वें स्वतंत्रता दिवस पथ संचलन में प्रदेश पुलिस, भूतपूर्व सैनिक, तिब्बती छात्रों का बैंड, मिनी पांवटा और सर्व धर्म समभाव जैसी टुकड़ियों की झलक देखने को मिलेगी। यह अपने आप में पहला मौका है जब पांवटा साहिब में इस तरह का पथ संचलन आयोजित किया जा रहा है।

2- स्वयंसेवी सात दिनों तक करेंगें विभिन्न एक्टीविटी।

पांवटा साहिब के राजकीय महाविद्यालय भरली (आँज-भोज) में राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय शिविर का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ जगदीश चौहान द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इसके बाद एन. एस. एस स्वयं सेवियों द्वारा सरस्वती वंदना गाई गयी। एन.एस. एस. स्वयसेवी ऋषिका ने मुख्यातिथि तथा उनके सहयोगियों का स्वागत किया। इस समारोह

में आशु और अंजना ने एकल गान प्रस्तुत किया। बाद में प्राचार्य  ने अपने अनुभव को सांझा किया। उन्होंने बताया कि किस तरह से राष्ट्रीय सेवा योजना में रहकर समाज सेवा के माध्यम से छात्रों के वयक्तित्व का विकास होता है। एन. एस. एस. कार्यक्रम अधिकारी प्रो. कांता चौहान ने राष्ट्रीय सेवा योजना के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी तथा सात दिवसीय कार्य प्रणाली की रूपरेखा से अवगत करवाया। स्वयंसेवी मोनिका द्वारा इस समारोह में उपस्थित सब लोगो का धन्यवाद किया गया। अंत मे राष्ट्रीयगान के साथ इस कार्यक्रम को विराम दिया गया। मंच संचालन प्रो. सुशील कुमार द्वारा किया गया। इस शिविर कोविड नियमों की अनुपालना की जाएगी। इस राष्ट्रीय सेवा  योजना के उद्धघाटन समारोह में प्राचार्य डॉ जगदीश चौहान, प्रो. टी.एस. चौहान, प्रोग्राम ऑफिसर  प्रो. कांता चौहान, प्रो. सुशील व अंजना देवी विशेष रूप से उपस्थित रही।

3- दो सडका नाहन में चलाया सफाई अभियान।

हिमाचल प्रदेश पर्यटन विभाग के जिला पर्यटन विकास कार्यालय नाहन द्वारा जिला प्रशासन, नेहरू युवा केन्द्र, सिरमौर होटल एसोसिएशन, नगर परिषद नाहन के सहयोग से स्वच्छ हिमाचल अभियान 2021 के अंतर्गत दो सडका नाहन में सफाई एवं स्वच्छता का कार्य किया। इस अभियान में नेहरू युवा केन्द्र नाहन के स्वयंसेवी, नाहन एवं काला अम्ब के होटल तथा रेस्टोरेंट व्यवसायी तथा जिला पर्यटन विकास कार्यालय के कर्मचारियों ने श्रमदान

किया। इस दौरान पार्षद संध्या अग्रवाल, नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा अधिकारी अनिल डोगरा, सिरमौर होटल एसोसिएशन से धिराज चौहान, मनीष अग्रवाल, राजकुमार, अश्वनी सैनी, दिनेश शर्मा आदि ने भाग लिया। सहायक पर्यटन विकास अधिकारी राजीव मिश्रा ने बताया कि दो सडका नाहन शहर का मुख्य द्वार है और इस स्थान से समस्त जिला एवं आस-पास के प्रदेशों के लिए पर्यटक एवं जन साधारण अपनी यात्रा करता है। अतः इस स्थान पर स्वच्छता अभियान चलाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि इससे नाहन एवं सिरमौर में आने वाले आगंतुकों को एक सुंदर व सुखद प्रथम दृश्य प्रस्तुत हो सके। साथ ही हर एक आगंतुक को स्वच्छता के प्रति जागरूक भी किया जाए। आने वाले समय में भी सब के सहयोग से यह स्वछता अभियान जारी रखा जाएगा और अधिक से अधिक हितकारकों को इससे जोड़ने का प्रयत्न किया जाएगा जिससे सिरमौर एवं नाहन शहर स्वछता में अनुकरणीय एव अग्रिम रहे। स्वच्छ सिरमौर, सुंदर सिरमौर हर नागरिक के जीवन का भाव बने। उन्होंने इस अवसर पर जिला प्रशासन, नेहरू युवा केन्द्र, सिरमौर होटल एसोसिएशन, नगर परिषद नाहन एवं समस्त स्वयंसेवीयों का इस कार्य में जुड़ने के लिए आभार व्यक्त किया।

4- यहाँ 25 टीमें दिखाएगी वाॅलीबाल मे अपना जलवा।

पांवटा साहिब की ग्राम पंचायत सालवाला में नवयुवक मण्डल ग्रीन एंड क्लीन सालवाला के सोजन्य से वाॅलीबाल चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 25 टीमों में हिस्सा ले रहे हैं। इसमें पहला मैच जामना और

कालाअंब के बीच हुइ। इस मैच में चीफ़ गेस्ट करण भण्डारी रहे। जिन्होंने नवयुवक मंडल को प्रोत्साहन के तौर पर 5100 की राशि दी। क्लब के प्रधान देविंदर कपूर और सचिव अजय धीमान ने करण भण्डारी का धन्यवाद किया। इस मौके पर मण्डल के सदस्य सुमित शर्मा, प्रदीप शर्मा, राहुल कपूर, रविंद्र राजू, और साथ में मज़दूर नेता प्रदीप चौहान, मुंशी कपूर, नीतू चौधरी, श्यामलाल, प्रशांत, दिनेश, महेन्द्र शर्मा, रजत व सुनील आदि मौजूद रहे।

5- बिना प्रोत्साहन राशि कार्य नहीं करेगी आशा कार्यकर्ता।

आशा कार्यकर्ता यूनियन पांवटा साहिब ने प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन भेजकर कहा है कि वह बिना प्रोत्साहन राशि के कार्य नहीं करेगी। साथ ही यदि जल्द मानदेय ना बढ़ाया गया तो आशा वर्कर एकजुट होकर संघर्ष के रास्ते पर चलेगी। शनिवार को इंटक के जिलाध्यक्ष सुभाष शर्मा की

अगुवाई में आशा वर्कर्स ने एक रोष रैली भी निकाली जिसके बाद एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा गया  इस ज्ञापन में मांग की गई है कि अतिरिक्त कार्य की भी प्रोत्साहन राशि दी जाए, प्राइवेट डिलीवरी की भी प्रोत्साहन राशि दी जाए, आशाओं की स्थाई पॉलिसी बनाई जाए। आशा वर्कर्स को कम से कम 18000 रूपये मानदेय दिया जाए। आशा वर्कर्स को जनवरी 2021 से जुलाई 2021 का कोविड-19 इंसेंटिव प्रदान किया जाए। सरकार द्वारा घोषित किया गया 750 रूपये मानदेय, जो तीन बार घोषणा करने के बाद भी नहीं दिया गया है, वह भी प्रदान किया जाए। कोविड-19 वैक्सीन का अलग से इंसेंटिव दिया जाए तथा गर्भवती महिला चेकअप का भी उन्हें डेड सो रुपए इंसेंटिव प्रदान किया जाए। इंटक जिलाध्यक्ष सुभाष शर्मा ने भी सरकार से आशा वर्कर्स की जायज मांगों को पूरा करने की मांग की। 


(हिमाचल)

1- पहाड़ दरकने की घटनाओं की तह तक पंहुचेगी टीम।

हिमाचल में लगातार पहाड़ दरकने रहे हैं। राज्य मे पहाडों के खिसकने की एक माह मे ही चार से पांच घटनाएँ सामने आ चुकी है। पहाडों के दरकने की घटनाओं के बाद राज्य सरकार भी अलर्ट हो गई है। किन्नौर, चंबा और सिरमौर में पहाड़ दरकने के बाद शुक्रवार को अचानक पीर पंजाल की पहाड़ी से एक हिस्सा ढह कर चंद्रभागा नदी में जा गिरा। इस तरह की प्राकृतिक आपदाओं के पीछे के कारणों की तह तक जाने के लिए केंद्रीय जल आयोग

के वैज्ञानिक लाहौल पहुंच रहे हैं। जबकि, डीआरडीओ के डिफेंस जियोइंफॉर्मेटिक्स रिसर्च इस्टैब्लिशमेंट (डीजीआरई) के वैज्ञानिकों की टीम पहाड़ दरकने के कारणों को जानने के लिए लाहौल पहुंच गई है। ये वैज्ञानिक जियोइंफोर्मेटिक्स उपकरणों की मदद से इलाके की टोपोग्राफी और अन्य भू-गर्वीय पहलुओं पर रिसर्च करेंगे। इस अध्ययन की मदद से भविष्य में आने वाली प्राकृतिक विपदा को पहले की जान सकेंगे। विशेषज्ञ वैज्ञानिकों की टीम लाहौल के अलावा किन्नौर, मंडी और चंबा में भी इस तरह के अध्ययन करेगी। प्रदेश के मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने कहा कि वैज्ञानिक चंद्रभागा नदी के तट से लगते कई किलोमीटर तक फैली पीरपंजाल रेंज के साथ ग्रेटर हिमालय के पहाड़ों पर भी अध्ययन करेंगे। वैज्ञानिक भू-गर्वीय हलचल की जानकारी हासिल करेंगे। वहीं, केंद्रीय जल आयोग के वैज्ञानिक चंद्रभागा नदी के बहाव से पहाड़ों की तलहटी पर पड़ने वाले प्रभाव के साथ नदी में पिछले कई सालों के पानी के स्तर का तुलनात्मक अध्ययन करेंगे।  

2- मंडी मे राज्य स्तरीय समारोह से पहले पाकिस्तानी गुब्बारे।

हिमाचल प्रदेश में राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस मंडी में है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ध्वजारोहरण करने वाले हैं। लेकिन स्वतंत्रता दिवस से एक दिन पहले ही मंडी के चुरड़ क्षेत्र में पाकिस्तानी गुब्बारे मिले हैं। मंडी के चुरड़ क्षेत्र में पाकिस्तानी गुब्बारे मिलने के बाद खुफिया तंत्र और पुलिस सकते में आ गई है। चिंता की बात यह है कि ये गुब्बारे ऐसी जगह पर मिले हैं जहां से मात्र

25 किलोमीटर दूर राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया जाने वाला है। बताया जा रहा है कि जहां पर गुब्बारे मिले हैं वह जगह मंडी से महज 25 किलोमीटर दूर है और मंडी के सेरी मंच पर सीएम जयराम ठाकुर कल स्वतंत्रता दिवस पर यहां तिरंगा फहराएंगे। यहां बता दें कि स्वतंत्रता दिवस पर सीएम जयराम को तिरंगा फहराने से रोकने के लिए खालिस्तान समर्थक एवं सिख फॉर जस्टिस संगठन (एसएफजे) के नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू ने धमकी भी दी है। पन्नू ने सीएम जयराम ठाकुर सहित प्रदेश के कई बड़े नेताओं को 15 अगस्त के दिन तिरंगा ना फहराने की धमकी दी थी। ऐसे समय में पाकिस्तानी गुब्बारे का मिलना पुलिस और प्रशासन के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री सुंदरनगर के विधायक राकेश जमवाल का कहना है कि डीएसपी सुंदरनगर को मौके स्थल पर स्थिति का जायजा लेने के लिए भेजा गया है और जल्द ही इस बात का पता लगाया जा रहा है कि यह गुब्बारे कहां से यहां पर पहुंचे हैं। इस बात को मध्य नजर रखते हुए हर पहलू की गहनता से जांच की जा रही है। डीएसपी सुंदरनगर दिनेश कुमार ने बताया कि चुरड पंचायत के भंगलेड़ा गांव में पाकिस्तान जिंदाबाद, आई लव पाकिस्तान और पाकिस्तान झंडे प्रिंटिड गुबारों का गुच्छा मिला है। मौका करते हुए गुबारों को कब्जे में लेकर जांच आरम्भ कर दी है।

3- सरकार पंचायती राज संस्थाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए प्रतिबद्धः मुख्यमंत्री

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज मण्डी जिले के सिराज विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत बालीचौकी में पंच परमेश्वर सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए कहा कि पंचायती राज संस्थाएं लोकतंत्र की सबसे महत्वपूर्ण बुनियादी संस्थाएं हैं जिनको सुदृढ़ करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायती राज संस्थानों के निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम उस समय तैयार किया गया था जब वह प्रदेश के पंचायती राज मंत्री थे। इसका मुख्य उद्देश्य इन निर्वाचित सदस्यों को उनके

कत्र्तव्यों, अधिकारों और अधिनियमों के बारे में शिक्षित करना है ताकि वे अधिक प्रतिबद्धता के साथ अपना कार्य करने में सक्षम बन सकें। उन्हांेंने कहा कि इस बार प्रदेश के पंचायती राज संस्थानों और स्थानीय शहरी निकायों में लगभग 60 प्रतिशत महिलाएं निर्वाचित होकर आई हैं, जो महिला सशक्तिकरण की दिशा मंे एक बड़ा कदम है। उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे पूरी निष्ठा और समर्पण की भावना से कार्य करें ताकि उनके क्षेत्र के लोग हमेशा उनके काम को याद रखें। जय राम ठाकुर ने क्षेत्र के महिला मण्डलों को विभिन्न गतिविधियों के आयोजन के लिए 11-11 हजार रुपये प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने प्रदेश की जनता का आह्वान किया कि भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर अपने घरों पर तिरंगा फहराकर हर घर तिरंगा अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित बनाएं। उन्होंने कहा कि बालीचौकी मेें एसडीएम कार्यलय खुलने से न केवल लोगों को सुविधा मिलेगी, बल्कि क्षेत्र का विकास भी होगा। उन्होंने कहा कि यह सब सिराज विधानसभा क्षेत्र के लोगों के निरंतर और बिना शर्त विश्वास का परिणाम है, जो उन्होंने पिछले लगभग 25 वर्षों से उन्हें दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है कि विकास की गति को बढ़ाया जाए ताकि कोविड-19 महामारी के कारण नष्ट हुए समय की भरपाई की जा सके। उन्होंने कहा कि इस महामारी के दौरान उन्होंने वर्चुकल माध्यम से स्वयं लगभग 42 विधानसभा क्षेत्रों में 4200 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन किए हैं। उन्होंने कहा कि जिले से सम्बन्धित कांगे्रस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का आरोप है कि वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल के दौरान केवल सिराज क्षेत्र का ही विकास हुआ है। उन्होंने कांग्रेस नेता को याद दिलाया कि द्रंग विधानसभा क्षेत्र के अपने हाल ही के दौरे के दौरान उन्होंने लगभग 200 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किए थे। जय राम ठाकुर ने इस अवसर पर पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों को शैक्षणिक साहित्य सामग्री भी वितरित की।

4- मुख्यमंत्री ने बंजार क्षेत्र में किए 84 करोड़ रुपये के लोकार्पण और शिलान्यास।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज जिला कुल्लू के बंजार विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत बंजार में लगभग 84 करोड़ रुपये लागत की 14 विकासात्मक परियोजनाओं की आधारशिलाएं रखीं व लोकार्पण किए। जय राम ठाकुर ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत 7.85 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित दियोरी सुनांद सड़क, नाबार्ड के अन्तर्गत 8.23 करोड़ रुपये लागत की ग्रहूण से दलवार सड़क, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के

अन्तर्गत 11.61 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित भुईन दियार शोंधाधार सड़क, नाबार्ड के अन्तर्गत 3.45 करोड़ रुपये के व्यय से सपागनी से कंडा सड़क के सुधारीकरण, मेटलिंग और टारिंग तहसील भुन्तर के मंझाली गांव के अन्तर्गत हवाई शियाह की आंशिक रूप से कवर की गई बस्तियों के लिए 2.22 करोड़ रुपये की लागत की उठाऊ जलापूर्ति योजना और तहसील भुन्तर के जनगणना गांव हाट जलापूर्ति  योजना के लिए 94 लाख रुपये की लागत के अतिरिक्त स्रोत का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने 56.12 करोड़ रुपये की लागत की विकासात्मक परियोजनाओं की आधारशिलाएं रखीं जिनमें तहसील बंजार में 18.32 करोड़ रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना सारची बांदल, अरखली फगवाड़ा, जलापूर्ति योजना सिराज, जलापूर्ति योजना थाटीबीर तरगली और मंगोलई के सुधारीकरण, तहसील भुन्तर में 7.45 करोड़ रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना नीनू जेसठा, जलापूर्ति योजना नरोल धारा का सुधारीकरण कार्य, तहसील भुन्तर में 1.80 करोड़ रुपये की लागत से बजौरा उठाऊ सिंचाई योजना कलहेली के सीएडी कार्य,

89 लाख रुपये के व्यय से तहसील भुन्तर की उठाऊ सिंचाई योजना थरास के सीएडी कार्य, 7.33 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली बंजार बाइपास सड़क, 5.82 करोड़ रुपये की लागत से ओट से लारजी तक ओट से बंजार तक परित्यक्त सड़क के रख-रखाव कार्य, नई राहे नई मंजिलें योजना के अन्तर्गत 6.65 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले पांच मंजिला केफेटेरिया भवन और 7.84 करोड़ रुपये की लागत सैंज में राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के अतिरिक्त भवन की आधारशिला शामिल हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि बंजार क्षेत्र में सड़कों और पुलों के निर्माण एवं रख-रखाव पर 108 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई है। इस निर्वाचन क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत 26 परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया गया है जिस पर 100 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा रही है। उन्होंने कहा कि बंजार में 50 बिस्तरों की क्षमता वाले अस्पताल के निर्माण पर 16 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के लोगों ने वर्तमान राज्य सरकार को अपना पूर्ण सहयोग व समर्थन दिया है। भाजपा ने न केवल चारों लोकसभा सीटों पर रिकाॅर्ड बहुमत से विजय हासिल की बल्कि उप-चुनावों में भी दोनों विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की। पंचायती राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय निकायों चुनावों में भी भाजपा समर्थित उम्मीदवारों ने 75 प्रतिशत सीटों पर विजय हासिल की। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान राज्य सरकार ने देश के बाहरी राज्यों में फंसे लगभग 2.50 लाख हिमाचलियों की सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित की। गोवा में फंसे हजारों हिमाचलियों कोे घर पहुंचाने के लिए पांच ट्रेनों का प्रबंध किया गया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने इस संकट के समय में कुछ भी नहीं किया और इस संवेदनशील मुद्दे पर भी राजनीति करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कांग्रेस नेताओं को स्मरण करवाया कि जब देश में यह महामारी फैलना शुरू हुई थी उस समय में राज्य में केवल 50 वेटिंलेटर थे जबकि आज राज्य के पास 800 वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के गंभीर रोगों से ग्रस्त मरीजों के परिवारों को तीन हजार रुपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए सहारा योजना, लगभग 3.17 लाख घरों को निःशुल्क गैस कनैक्शन प्रदान करने के लिए गृहिणी सुविधा योजना, पात्र परिवारों को 5 लाख रुपये का सुरक्षा बीमा योजना प्रदान करने के लिए हिमकेयर योजना शुरू की है। वृद्धों, विधवाओं, निराश्रितों और दिव्यांगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि हिमकेयर योजना के अन्तर्गत 1.70 लाख परिवारों को लाभान्वित किया गया है। उन्होंने कहा कि शगुन योजना के अन्तर्गत बीपीएल परिवारों की बेटियों को विवाह के समय 31 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बंजार के हेलीपेड के कार्य में तेजी लाई जाएगी जिससे क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने प्राथमिक विद्यालय बिहार और सुझेरी को माध्यमिक पाठशाला और उच्च विद्यालय सरी को वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करने, वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गुसेणी में विज्ञान कक्षाएं आरम्भ करने, जामचा में आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी, श्रीकोट में स्वास्थ्य उपकेन्द्र, देवठ में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गड़सा को सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र में स्तरोन्नत करने, बंजार में पशु औषधालय को पशु अस्पताल बनाने, सैंज में खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय को क्रियाशील बनाने, बंजार के टैक्सी स्टेन्ड के लिए 25 लाख रुपये देने, जिला वन अधिकारी वन्य जीव कार्यालय को शमशी से लारजी स्थानांतरित करने, उप-तहसील सैंज को तहसील में स्तरोन्नत करने, बंजार बस स्टैंड-गाड़ागुशैणी-चारटी-मगरागलू-झंजैहली को प्रमुख जिला सड़क में स्तरोन्नत करने, जलशक्ति उप-मंडल को शमशी से बजौरा स्थानांतरित और जलशक्ति मंडल को शमशी से लारजी स्थानांतरित करने की घोषणाएं कीं।

5- किन्नौर हादसा अपडेट- 6 शव और, अब तक कुल 23 की मौत।

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में पहाड़ टूटने के हादसे के बाद जारी खोज एवं बचाव अभियान के दौरान शवों के मिलने का सिलसिला जारी रहा। चौथे दिन छह ओर शव बरामद हुए हैं, जिससे मृतकों की संख्या 23 हो गई है। अभी राहत एवं बचाव कार्य जारी है। इससे पहले, तीसरे दिन शुक्रवार को

तीन शव निकाले गए थे। हादसे का शिकार हुई एचआरटीसी बस के कुछ यात्री अब भी लापता हैं। घटनास्थल पर पत्थरों के गिरने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को दोपहर बाद 4:38 बजे हाईवे से गुजर रही एचआरटीसी की बस पर पत्थर गिरने से महिला और युवक यात्री घायल हो गए थे। घायलों को भावानगर स्वास्थ्य केंद्र में उपचार देने के बाद घर भेज दिया गया है। सर्च ऑपरेशन में शामिल खोजी कुत्ता भी पत्थर गिरने से घायल हुआ है। हाईवे को फिलहाल आवाजाही के लिए बंद कर दिया है।

6- किन्नौर मे नये पावर प्रोजेक्ट पर लगना चाहिए प्रतिबंध- निगम

हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष निगम भंडारी ने किन्नौर मे नये पावर प्रोजेक्ट पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उन्होंने जिले के निगुलसरी में हुए दर्दनाक हादसे पर दुख जताया और कहा कि अब किन्नौर में किसी भी नए बिजली प्रोजेक्ट पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। उन्होंने अपने साथियों के साथ हादसे में जान गंवा चुके लोगों के परिजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त की

और उन्हें विश्वास दिलाया कि इस मुश्किल समय में हिमाचल युवा कांग्रेस परिवार उनके साथ है। भंडारी ने सुंगरा, काफनू, सापनी और काचे गांव में शोकाकुल परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने सरकार से मांग की कि मृतकों और घायलों के परिवारों को तुरंत राहत राशि दी जाए। मुआवजे में किसी भी प्रकार की देरी न करें, क्योंकि अभी तक किन्नौर में पहले आई प्राकृतिक आपदा के दौरान बागवानों को जिस मुआवजे का वादा किया गया था, वह अभी तक नहीं मिला है। हिमाचल सरकार हाइड्रो प्रोजेक्ट पॉलिसी में जरूरी बदलाव लाए। किन्नौर की धरती पर नदी के बहाव को रोकना, पहाड़ों के बीच सुरंग खोदना और लगातार ब्लास्टिंग से पहाड़ों को काटना जैसे कई काम किए गए। किन्नौर वासी हर पल खतरा महसूस कर रहे हैं।

7- बिहार मे बाद अब हिमाचल मे चारा डकार गये।

बिहार का चारा घोटाला विश्व भर मे सुर्खियों का कारण बना। लेकिन अब कुछ सालों बाद हिमाचल प्रदेश मे भी चारा डकार लिया गया। यह खुलासा कैग रिपोर्ट मे हुआ है। जानकारी के मुताबिक बिहार की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश में भी सरकारी अफसर पशुओं के चारे का बजट डकार गए। इसके अलावा विभिन्न सरकारी विभागों में 2.12 करोड़ रुपये का गबन किया गया जबकि 116 करोड़ रुपये का गैर जरूरी भुगतान भी कर दिया गया। हिमाचल विधानसभा मानसून सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की ओर से सदन के पटल पर रखी 2018-19 की भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। इस रिपोर्ट के अनुसार पशुपालन विभाग में 99.71 लाख रुपये जबकि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) में 1.13 करोड़ का गबन हुआ है। वहीं, स्कूल वर्दी के कपडे़ के परीक्षण में भी 1.62 करोड़ रुपये खर्च कर लैब को अनुचित

लाभ पहुंचाया गया है। सरकारी प्राप्तियों और लाभार्थी अंश को न तो रोकड़ बही में रेखांकित किया गया और न ही सरकारी खाते में जमा करवाया। इससे 99.71 लाख रुपये का गबन हुआ। शिक्षा विभाग की निगरानी की कमी से स्टाफ क्वार्टर यानी कर्मचारी आवास गृह में नागरिक सुविधाओं को नामंजूरी दी गई, जिससे यह 49 महीने से अधिक वक्त तब बंद रहा। इससे 2.27 करोड़ रुपये का अनावश्यक व्यय हुआ है। आपदा के लिए रखी 14.69 करोड़ की राशि का भी दुरुपयोग किया गया है। 

8- जहां बस गिरी वहीं फैंक दिया मलबा- राठौर

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस सुप्रीम कुलदीप राठौर ने कहा कि किन्नौर जिले के निगुलसरी में जहां बस गिरी थी, वहीं हाईवे पर गिरा मलबा फेंक दिया गया। इससे नीचे मलबे में दबे लोगों के बचने की संभावना कम हो गई। प्रेस वार्ता के दौरान राठौर ने कहा कि इस भयावह हादसे के दौरान प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। उन्होंने आरोप लगाया कि दोपहर 12 बजे दुर्घटना

हुई, लेकिन रामपुर प्रशासन और एनएच प्राधिकरण की ओर से शाम पांच बजे तक कोई मशीनरी न पहुंचाना दुर्भाग्यपूर्ण है। कहीं न कहीं प्रशासन से बड़ी चूक हुई है। उन्होंने कहा कि वह इस दुर्घटना पर राजनीति नहीं करना चाहते हैं, लेकिन यदि समय पर मशीनरी पहुंच गई होती तो कुछ और लोगों की जान बच सकती थी। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ की टीम, आईटीबीपी, आपदा प्रबंधन दल, भारतीय सेना और अन्य बचाव दल दिन-रात एक कर मलबे में दबे लोगों को निकालने में जुटे हैं। सरकार ने घायलों को पांच हजार और मृतकों के परिजनों को 20 हजार रुपये की राहत राशि दी है। यह बहुत कम है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि प्रभावित परिवारों को पूरी तरह से मदद की जाए। हादसे में जान गंवाने वालों में अगर किसी परिवार में कोई सदस्य कमाने वाला न हो तो उनके परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए। आने वाले समय में वैज्ञानिक तरीके से सड़कों का निर्माण किया जाए।

शाम सात बजे तक का कोविड मीडिया बुलेटिन-

सूचना एवं जन संपर्क विभाग हिमाचल प्रदेश बुलेटिन-