ये लक्षण हैं खतरनाक....... 27 अक्तूबर 2021- पांवटा साहिब से आज का खबरनामा ddnewsportal.com
ये लक्षण हैं खतरनाक.......
27 अक्तूबर 2021- पांवटा साहिब से आज का खबरनामा
अब प्रचार डोर-टू-डोर, ओपिनियन पोल नही, किसान भाजपा के खिलाफ, अमर प्रेम ऐसा, प्रदेश की फ्रेंच बीन, स्कूलों की आनाकानी, मल्टी टास्क वर्कर्स, मलाणा जला, पूर्व सैनिकों की दिक्कतें और....... कोविड/सूचना एवं जन संपर्क विभाग बुलेटिन।
(आज की तस्वीर) USA मे दीपावली सेलिब्रेशन
स्थानीय (सिरमौर)
1- महिलाओं पर पुरुष की अभद्र टिप्पणी है छेड़खानी: डाॅ वीना
पांवटा साहिब के गुरु गोबिंद सिंह जी राजकीय महाविधालय के महिला विकास सेल द्वारा Protection from Eve- teasing पर एक विचार गोष्टी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारभ कॉलेज की प्राचार्य डॉ वीना राठौर द्वारा किया। प्रो भारती ने बतौर स्त्रोत्र वक्ता शिकरत की कार्यक्रम की संयोजक डॉ वीना राठौर व लीगल एडवाइजर (NALSA) संजीव कुमार व अन्य अतिथियों का स्वागत किया। डॉ वीना राठौर ने कहा किसी भी महिला
के लिए किसी पुरुष के द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी व इव टीजिंग छेड़खानी है। उन्होंने कहा कि लड़कियों को अक्सर इस तरह की समस्या का सामान करना पड़ता है। हालांकि लड़कियां अब सशक्त हो चुकी है। हर जगह लड़कियों की संख्या लड़कों से कही अधिक है। लेकिन यह समस्या नई नहीं है, यह बहुत समय से चली आ रही है। उन्होंने यह भी बताया कि कॉलेज में Internal Cells भी है, सुझाव पेटिका भी है और छात्राओं द्वारा इनका प्रयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी छात्रा इस तरह की समस्या का सामना कर रही है तो वह सीधे प्राचार्या से भी इस संबन्ध शिकायत कर सकती है और आश्वासन दिया कि कॉलेज प्रशासन छात्राओं के साथ खड़ा है। संजीव कुमार ने भी इस संदर्भ में अपने विचार साँझा किए। प्रो भारती ने भी अपने विचार रखे। मंच का संचालन डॉ विनीता पाल ने किया व् धन्यवाद प्रस्ताव प्रो सीमा त्यागी ने किया। इस मौके पर Women Development Cell संयोजिका डॉ रीतू पंत, सदस्य प्रो सीमा त्यागी, प्रो चीनू बंसल व डॉ विनीता पाल व् समस्त स्टॉफ के सदस्य मौजूद रहे।
2- पांवटा साहिब में कल इन 15 स्थानों पर होगा कॉविड -19 टीकाकरण।
खण्ड चिकित्सा अधिकारी राजपूर ड़ॉ. अजय देओल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उपमंडल पांवटा साहिब में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के लिए 28 अक्तूबर को 15 स्थानों पर कॉविड -19 टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 28 अक्तूबर को राजपुरा स्वास्थ्य खण्ड के सिविल अस्पताल पांवटा साहिब, ज्ञान चंद धर्मशाला, ई.एस.आई. मालवा कोटन, डेंटल कॉलेज पांवटा साहिब, मोबाइल टीम पांवटा साहिब, चैम्बर ऑफ कॉमर्स, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाखना, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सतौन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजपुरा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भरोग बनेडी,
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रामपुर भारापुर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कमरऊ, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोलर, उप स्वास्थ्य केंद्र गोज्जर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कफोटा इन सभी स्थानों पर कॉविड -19 से बचाव के लिए वैक्सीन लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी क्षेत्रवासी तथा बाहर से आए प्रवासी इन केन्द्रों पर जाकर टीका लगवा सकते हैं। ड़ॉ. अजय देओल ने बताया कि टीका लगवाने के लिए आधार कार्ड या अन्य कोई भी फोटोयुक्त पहचान पत्र अपने साथ ज़रुर लाएं। उन्होंने क्षेत्रवासियों तथा प्रवासी लोगों से टीकाकरण का लाभ उठाने की अपील भी की।
3- ये लक्षण दिखें तो जल्द करवायें जांच: डाॅ सहगल
सिरमौर जिला के मुख्यालय नाहन में स्वास्थ्य विभाग की बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य जिला को जल्द से जल्द टीबी मुक्त करना था। लिहाजा बैठक में स्वास्थ्य विभाग ने इस दिशा में विस्तार से चर्चा की। बैठक की अध्यक्षता जिला के सीएमओ डा. संजीव सहगल ने की। इस बैठक मे चर्चा हुई कि कैसे टीबी से ग्रसित लोगों की जांच जल्द हो और उनका ईलाज
शुरुआती दौर में कर टीबी को जड़ से खत्म किया जा सके। बैठक में लैब टैक्नीशियन, सैंपलिंग से जुड़े कर्मियों समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने भाग लिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर डा. संजीव सहगल ने बताया कि इस बैठक में जिला सिरमौर को टीबी मुक्त कैसे किया जाए, इस विषय पर विशेष चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि टीबी के लक्षणों को शुरुआती चरण में पहचान कर संबंधित व्यक्ति का इलाज कर उन्हें स्वस्थ जीवन उपलब्ध करवाने के लिए बैठक में उचित दिशा निर्देश जारी किए गए। उन्होंने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से लगातार खांसी की शिकायत हो तो जांच जरूर करवायें। उन्होंने बताया कि बैठक में सैंपलिंग से जुड़े स्वास्थ्य कर्मी, लैब टैक्नीशियन समेत स्वास्थ्य कर्मियों ने भाग लिया, ताकि टीबी के लक्षणों को पहले चरण में पहचान कर रोगी का ईलाज किया जा सके।
4- वित्तीय असमर्थता है तो मिलेगी निशुल्क मदद: संजीव
पांवटा साहिब के राजकीय महाविद्यालय की रोवर रेंजर इकाई इकाई ने एक वैधानिक जागरूकता विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ वीना राठौर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुई। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संजीव कुमार (वैधानिक सलाहकार) ने राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के बारे में छात्रों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनकी इकाई उन लोगों को वैधानिक सलाह प्रदान करती है जो अमूमन वित्तीय कारणवश न्यायिक सहायता लेने में असमर्थ है। उन्होंने छात्रों
को लोक अदालत एवं महिला अधिकारों के विषय मे जानकारी प्रदान की। साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को नशा मुक्ति तथा इससे संबंधित वैधानिक जानकारी को भी साझा किया। अंत में उन्होंने विद्यार्थियों को नशा मुक्ति शपथ भी दिलाई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ विनय राठौर ने सभी विद्यार्थियों से अनुरोध किया कि वे महाविद्यालय में चल रही इन मुहिम तथा संबंधित जानकारी अपने परिवार, मित्रगण, समाज तथा जरूरतमंदों में साझा करें और सभी को लाभान्वित भी करें। कार्यक्रम में रोवर रेंजर तथा महाविद्यालय के अन्य विद्यार्थियों ने भी भाग लिया। कार्यक्रम में मंच संचालन रोवर प्रभारी प्रो. कल्याण राणा ने मंच संचालन किया तथा रेंजर प्रभारी डॉ पुष्पा यादव ने मुख्य अतिथि, मुख्य वक्ता तथा सभी सम्मिलित विद्यार्थियों को धन्यवाद प्रस्तुत किया। राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
5- शहीद स्मारक देश के लिए बलिदान दे चुके जवानों की शौर्य गाथा का प्रतीक: निदेशक
ब्रिगेडियर मदन शील शर्मा (रि०), निदेशक सैनिक कल्याण बोर्ड हमीरपुर (हि० प्र०) ने पांवटा के सैनिक रेस्ट हाउस के प्रांगण में अमृत महोत्सव जनसंवाद कार्यक्रम के तहत जिला सिरमौर के भूतपूर्व सैनिकों और वीरनारियों की समस्याओं को सुना। सर्वप्रथम निदेशक सैनिक कल्याण बोर्ड हिमाचल प्रदेश ने गुरुद्वारे में जाकर माथा टेका उसके बाद पांवटा में बन रहे संयुक्त शहीद स्मारक का निरीक्षण किया। इस कार्य के लिए निदेशक ने भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा व शिलाई क्षेत्र की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि संगठन ने बहुत सराहनीय कार्य किया है। हमें कभी भी अपने शहीद जवानों और उनकी वीरनारियों को नहीं भूलना चाहिए। यह शहीद स्मारक हमेशा ही आने वाली पीढ़ियों के लिए देश के लिए बलिदान दे चुके जवानों की
शौर्य गाथा का प्रतीक होगा। सैनिक कल्याण बोर्ड और भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब और शिलाई क्षेत्र के माध्यम से जिला सिरमौर के अंतर्गत पांवटा साहिब में पूरे देश में चल रहे आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत जनसंवाद का आयोजन हुआ। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश सैनिक कल्याण बोर्ड के निदेशक ब्रिगेडियर एमएस शर्मा ने शिरकत की। इस कार्यक्रम में दूरदराज के इलाकों से सैकड़ों भूतपूर्व सैनिक व वीरनारियां एकत्रित हुई और सभी ने अपनी समस्याओं को उजागर किया। निदेशक ने सभी भूतपूर्व सेनिकों की समस्याओं को बड़े ध्यान पूर्वक सुना और सभी को आश्वस्त किया कि शासन और प्रशासन के साथ मिलकर भूतपूर्व सैनिकों और वीर नारियों से संबंधित सभी समस्याओं का गंभीरता के साथ निदान किया जाएगा। चाहे वे रोजगार का विषय हो या पेंशन तथा अन्य सुविधाओं की समस्या हो। सैनिक कल्याण बोर्ड अपने कर्तव्य का पालन बड़ी गंभीरता और शालीनता के साथ निर्वहन करेगा। इस जनसंवाद का मुख्य उद्देश्य सभी भूतपूर्व सैनिकों को और रोजगार से जोड़ना था।
भूतपूर्व सैनिक संगठन के संरक्षक एसपी खेड़ा और अध्यक्ष विरेंद्र चौहान ने
पावटा पहुंचने पर निदेशक का गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया। उसके बाद उपाध्यक्ष दर्शन सिंह एवं सचिव नरेंद्र सिंह ठुंडू ने संगठन का स्मृति चिन्ह भेंट किया। उसके उपरांत ब्रिगेडियर मदन शील शर्मा (रि०), निदेशक सैनिक कल्याण बोर्ड हिमाचल प्रदेश और मेजर दीपक भवन (रि०), उपनिदेशक जिला सैनिक कल्याण बोर्ड सिरमौर ने उपस्थित वीरनारियों को शॉल भेंट कर उनका अभिनंदन किया। गोर रहे कि हिमाचल प्रदेश के सभी भूतपूर्व सैनिकों और वीरनारियों को रोजगार से संबंधित किसी भी समस्या के निवारण हेतु हमीरपुर जाना होता है। लेकिन वर्तमान में सैनिक कल्याण बोर्ड के निदेशक सिरमौर के दौरे पर उनकी समस्याओं का निदान यहीं कर रहे है। उन्होंने रोजगार से सभी जानकारियों को उपस्थित भूतपूर्व सैनिकों के समक्ष रखा और उपलब्ध तथा खाली पड़े पदों से अवगत कराया की भूतपूर्व सैनिक अपनी योग्यता को बढ़ाएं और खाली पड़े पदों पर नौकरी पाएं।
(हिमाचल)
1- थम गया चुनावी शोर-अब प्रचार डोर-टू-डोर।
हिमाचल प्रदेश में लोकसभा की एक और विधानसभा की तीन सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव के बीच प्रचार आज शाम छह बजे बंद हो गया है। इसी के साथ ही संबंधित विधानसभा व लोकसभा क्षेत्र में मौजूद गैर मतदाता स्टार प्रचारकों और राजनीतिक हस्तियों का बाहर जाना शुरू हो गया है। प्रचार के अंतिम दिन सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस से लेकर निर्दलीय प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी। खास बात यह रही कि मुख्य राजनीतिक दलों के अलावा फतेहपुर सीट से निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. राजन सुशांत और जुब्बल-कोटखाई से निर्दलीय प्रत्याशी चेतन बरागटा ने
भी बड़ी जनसभाएं कर शक्ति प्रदर्शन किया। दोनों ही नेता पूर्व भाजपाई हैं और दोनों ही विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा दो धड़ों में बंटी हुई है। प्रचार थमने के बाद अब मतदान के दिन से पहले तक सभी प्रत्याशी अपने चार समर्थकों के साथ बिना किसी शोर-शराबे के डोर टू डोर संपर्क करेंगे। उधर, साइलेंट प्रचार के 72 घंटों के दौरान मतदाताओं को किसी भी तरह के प्रलोभन या भय के जरिये प्रभावित करने की कोशिशों पर अंकुश लगाने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी पालरासू ने सभी चुनाव वाले जिलों के उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और रिटर्निंग अधिकारियों के अलावा ऑब्जर्वरों को विशेष निगरानी करने और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
उधर, चुनाव प्रचार संपन्न होने के साथ ही वीरवार से दूरदराज के इलाकों में पोलिंग पार्टियां रवाना होना शुरू हो जाएंगी। नजदीकी क्षेत्र वाली पार्टियां एक दिन पहले पहुंचकर चुनावी तैयारियां मुकम्मल कर लेंगी। चुनाव विभाग ने 80 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों, दिव्यांगों और कोविड पॉजिटिव मतदाताओं से घर घर जाकर मतपत्र लेने की कवायद भी शुरू हो चुकी है। इस कवायद के दौरान सभी जगह मतदान की पूरी प्रक्रिया को वीडियोग्राफी के जरिये रिकॉर्ड किया जा रहा है।
2- मतदान के दिन ओपिनियन पोल पर रहेगी रोक- पालरासू
हिमाचल प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सी. पालरासु ने बताया कि उप-निर्वाचन-2021 के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों की अनुपालना में 30 अक्तूबर, 2021 को निर्धारित मतदान दिवस पर एक निश्चित अवधि में किसी भी प्रकार के ओपिनियन पोल या अन्य किसी भी प्रकार के मत सर्वेक्षण के प्रकाशन अथवा प्रसारण पर रोक रहेगी। उन्होंने बताया कि मंडी संसदीय निर्वाचन क्षेत्र तथा फतेहपुर, अर्की और जुब्बल-कोटखाई विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के उप-निर्वाचन-2021 में किसी भी प्रिंट
या इलेक्ट्राॅनिक मीडिया में किसी भी मत सर्वेक्षण का परिणाम या अन्य किसी भी निर्गम मत सर्वेक्षण (एग्जिट पोल) सहित निर्वाचन से संबंधित किसी भी सामग्री का प्रदर्शन करने पर 30 अक्तूबर, 2021 (शनिवार) को प्रातः 6ः00 से सायं 7ः30 बजे तक की अवधि के लिए रोक रहेगी। उन्होंने बताया कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126क में यह निर्दिष्ट किया गया है कि कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रकार का निर्गम मत सर्वेक्षण नहीं करेगा और किसी निर्गम मत सर्वेक्षण के परिणाम का ऐसी अवधि के दौरान, जो निर्वाचन आयोग द्वारा इस सम्बन्ध में अधिसूचित की जाए, प्रिंट या इलेक्ट्राॅनिक मीडिया के माध्यम से प्रकाशन या प्रचार या किसी भी प्रकार की अन्य रीति में प्रसार नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि ऐसा कोई व्यक्ति जो इस धारा के उपबंधों का उल्लंघन करेगा, वह 2 वर्ष तक के कारावास या जुर्माने से या दोनों से दंडनीय होगा। चुनाव आयोग की ओर से जारी अधिसूचना में यह भी स्पष्ट किया गया है कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 126(1)(ख) के अधीन उपर्युक्त उप-निर्वाचन में संबंधित मतदान क्षेत्रों में मतदान की समाप्ति के लिए नियत समय पर समाप्त होने वाले 48 घंटों के दौरान किसी भी इलेक्टाॅनिक मीडिया में किसी भी ओपिनियन पोल या किसी अन्य मतदान सर्वेक्षण के परिणामों सहित किसी भी प्रकार के निर्वाचन संबंधी मामले के प्रदर्शन पर प्रतिबंध होगा।
3- भाजपा की सरकार के खिलाफ वोट डालेंगे किसान: नौटी
भारतीय किसान युनियन के प्रदेश अध्यक्ष एवं संयुक्त किसान मोर्चा के प्रदेश संयोजक अनिन्द्र सिंह नौटी ने कहा कि आगामी 30 अक्तूबर को हो रहे उपचुनाव मे किसान भाजपा सरकार के खिलाफ वोट डालेंगे। दरअसल, तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर किसान पिछले एक साल से दिल्ली में डटे हुए हैं। किसानों की मांगे न मानने पर किसानों ने देश भर में भाजपा की सरकारों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने
30 अक्तूबर को प्रदेश में होने वाले मतदान में भाजपा की सरकार को वोट ना देकर आंदोलन में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि देने का निर्णय लिया है। शिमला में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के प्रदेश सयोंजक अनिन्दर सिंह नॉटी ने कहा कि भाजपा की सरकार किसानों को कुचलने का काम कर रही है। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में भाजपा के मंत्री के बेटे द्वारा किसानों पर गाड़ी चढ़ाकर आंदोलन को कुचलने का काम किया। किसानों ने देश भर में भाजपा को सत्ता से उखाड़ने का काम शुरू कर दिया है। यूपी में भी किसानों की यह मुहिम रंग लाई है। प्रदेश में 30 अक्तूबर को भाजपा के विरोध में मत का प्रयोग किया जायेगा। इसके लिए लोगों को भी जागरूक किया गया है। इस प्रकार यह किसान आंदोलन में शहीद हुए लोगों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा उपचुनाव में चारों सीटों पर हार का मुंह देखेगी।
4- अमर प्रेम- साथ जीयेंगे साथ मरेंगे की कसम निभा गया बुजुर्ग दंपत्ति।
शादी के सात फेरे लेते समय साथ जीयेंगे साथ मरेंगे की कसमें लेकर उम्र गुजार चुके दंपत्ति ने मरते हुए भी कसम निभा डाली। मरते दम तक साथ न छोड़ने का एक अनूठा मामला ऊना जिला के अंब मे देखने को मिला। 95 और 85 साल की बुजुर्ग दंपती ने सात फेरे लेते वक्त जो कसमें ली थी, उन्हें बखूभी निभाया। हम लड़े झगड़ेंगे पर कभी अलग नहीं होंगे, हजार गिले होंगे, लाख शिकवें होंगे और कई शिकायतें होंगी लेंकिन कभी साथ नहीं छोड़ेंगे।
साथ जिएंगे और साथ मरेंगे... इन सब कसमों वादों को 95 साल के घमंडी राम और 85 साल की चिंती देवी ने पूरा किया। एक दूसरे के लिए बने इस जोड़े ने मंगलवार सुबह एक साथ दुनिया को अलविदा कहा। गांव सपौरी के रहने वाले अनंत के इस प्रेमी जोड़े की अर्थी एक साथ उठी, दोनों को एक साथ शमशान ले जाया गया और दोनों को एक साथ एक ही चिता पर जलाया गया। अतिंम सफर पर निकले इस जोड़े ने एक साथ दुनिया अलविदा कहकर अमर प्रेम को एक बार फिर अनंत के लिए जीवित कर दिया। ग्रामीणों की मानें तो मंगलवार सुबह चार बजे पहले घमंडी राम की तबियत खराब हुई और उन्होंने दम तोड़ दिया और इसके तुरंत बाद उनकी पत्नी चिंती देवी पति के जाने के बाद सदमें में भगवान को प्यारी हो गई। शायद कुदरत ने दोनों को एक साथ रखना था इसलिए पत्नी ने पति को आगे जाने दिया और फिर तुरंत खुद भी उनके पीछे पीछे निकल गई। गांव वाले कहते हैं ये पति-पत्नी आपस में इतना प्रेम करते थे, कि एक पल भी अलग नहीं रहते थे, बेहद गरीब होने के बावजूद उन्हें किसी से कोई भी गिला शिकवा नहीं था, उनकी एक बेटी ही है जो उनकी देखभाल करती थी। अपने माता पिता को एक की साथ संसार को छोड़ते हुए दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। शमशान घाट पर दोनों की चिता एक साथ बनाई गई और एक ही चिता पर दोनों को मुखाग्नि उनके दामाद ने दी। दोनों को एक साथ इस संसार से विदा होते देख हर कोई हैरान है, कि यहां पति-पत्नी में लड़ाई-झगड़े होते हैं लेकिन इन दम्पत्ति एक दूसरे के साथ मरते दम तक नहीं छोड़ा। ऐसा अमर प्रेम सदियों बाद देखने को मिलता है।
5- हिमाचल की फ्रेंच बीन को राष्ट्रीय स्तर पर मिली मान्यता।
डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी, विश्वविद्यालय नौणी के वनस्पति विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों की टीम द्वारा वर्ष 1991 में विकसित फ्रेंच बीन लक्ष्मी (पी -37) को हाल ही में राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। इस किस्म को स्वर्गीय प्रोफेसर एके सिंह के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की एक टीम ने तैयार किया था। इस किस्म को तीन दशक पहले विकसित किया गया था लेकिन इसकी खेती काफी हद तक केवल हिमाचल तक ही सीमित रही तब से विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग के कई वैज्ञानिकों ने इसके रखरखाव, गुणवत्ता और प्रसार पर काम किया। सब्जी फसलों पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना के तहत विश्वविद्यालय की टीम जिसमें डॉ. एके जोशी, डॉ. रमेश कुमार भारद्वाज, डॉ.
संदीप कंसल, डॉ. कुलदीप ठाकुर और डॉ डीके मेहता शामिल थे, उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर इसके परीक्षण और किसानों के बीच इस किस्म की लोकप्रियता बढ़ाने की दिशा में काम किया। अभी हाल ही में सब्जी फसलों पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना की 39वीं समूह बैठक वर्चुअल रूप से आयोजित हुई जिसमें लक्ष्मी बीन प्रजाति की राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया। सब्जी विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एके जोशी ने किस्म के फायदे बताते हुए बताया कि यह किस्म बुवाई के 60-70 दिनों में फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है। इसमें बिना तार वाली, सीधी, हरी फली होती है जिसकी लंबाई लगभग 15 सैंटीमीटर होती है। उन्होंने कहा कि उपज क्षमता लगभग 160-170 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। डॉ. जोशी ने बताया कि रिलीज होने के 30 साल बाद भी फ्रेंच बीन की अन्य पोल-प्रकार की प्रजाति से लक्ष्मी प्रजाति ने विभिन्न कृषि-जलवायु क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन किया। उन्होंने रिले-फसल प्रणाली में इस किस्म के उपयोग की वकालत की जिसको मध्य-पहाड़ियों के किसानों द्वारा टमाटर की पंक्तियों के बीच रिले फसल के रूप में इस्तेमाल की जाती है। इस तरह उत्पादकता बढ़ाई जा सकती है और किसान एक ही भूमि से एक सीजन में अपनी आय को 35,000 रुपए तक बढ़ा सकते हैं। टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. परविंदर कौशल ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर इस किस्म की गुणवत्ता का माना जाना इसके प्रजनक को श्रद्धांजलि है। राष्ट्रीय स्तर पर किस्म को मिली सिफारिश को डॉ. कौशल ने किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में एक कदम के रूप में देखा।
6- हिमाचल के कुछ निजी स्कूल कोरोना सैंपल देने मे कर रहे आनाकानी।
हिमाचल प्रदेश के कई निजी स्कूल विद्यार्थियों के कोरोना सैंपल लेने से मना कर रहे हैं। प्रबंधक इसको लेकर उपनिदेशक पर दबाव बनाकर स्कूलों में टीमें न भेजने की बात कह रहे हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि स्कूल बंद न हो, इसके चलते निजी स्कूल प्रबंधन सैंपल लेने में आनाकानी कर रहे हैं। सरकार ने स्पष्ट किया है कि अगर मामले बढ़ते हैं तो स्कूल बंद किए जा सकते हैं। ऐसे में प्रबंधन सैंपल लेने में आनाकानी कर रहे हैं। कोरोना के चलते सरकार ने स्कूल बंद किए थे। इस दौरान छात्रों की ऑनलाइन कक्षाएं लग रही थीं। अभिभावकों से विद्यार्थियों की ट्यूशन फीस ही ली जा रही थी। जबकि अन्य चार्जिज लेने को शिक्षा विभाग ने साफ इनकार किया है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि अगर मामले बढ़ते हैं तो स्कूलों को बंद किया जा सकता है। ऐसे में प्रबंधन सैंपल लेने में आनाकानी कर रहे हैं।
7- मल्टी टास्क वर्कर्स की भर्ती मे अड़चन...
हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग में मल्टी टास्क वर्करों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही अड़चने आनी शुरू हो गई है। भर्ती के लिए शिक्षा विभाग द्वारा तय किए गये नियमों को लेकर नया बखेड़ा शुरू हो गया है। दरअसल, विभाग ने भर्ती के लिए जो नियम बनाए हैं, उसके तहत आवेदन करने वाले जिन आवेदकों की स्कूल से घर की दूरी डेढ़ किलोमीटर के दायरे में होगी, उन्हें दस नंबर मिलेंगे। घर से स्कूल की दूरी, शैक्षणिक योग्यता और आरक्षण आधार पर कुल तीस नंबरों से वर्करों का चयन किया जाएगा। एसडीएम की अध्यक्षता वाली कमेटी चयन करेगी। खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी के पास सादे कागज पर चार हजार पदों के लिए आवेदन करना होगा। शेष चार हजार पद मुख्यमंत्री की अनुशंसा पर भरे जाएंगे। मुख्यमंत्री की अनुशंसा वाले आवेदनों की सत्यता को भी एसडीएम की कमेटी जांचेगी। राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इसे मंजूरी दी जा चुकी है। अब लोग यह सर्टिफिकेट लेने के लिए
पंचायतों के चक्कर काट रहे हैं। पंचायत सचिव उन्हें यह कहकर लौटा रहे हैं कि वह इसके लिए अधिकृत नहीं है। जिसके बाद मामला विभाग के आला अधिकारियों तक पहुंचा। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक ललित जैन ने पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग को पत्र लिखा था। पंचायती राज विभाग के निदेशक ऋग्वेद ठाकुर ने शिक्षा निदेशालय की ओर से भेजे पत्र के जवाब में कहा कि हिमाचल प्रदेश पंचायती राज अधिनियम-1994 के अनुसार दूरी का प्रमाण पत्र जारी करने बारे कोई प्रावधान नहीं है। पंचायत सचिव के पास कोई दूरी मापने का पैमादा नहीं है। इससे संबंधित रिकार्ड उपलब्ध नहीं होता। बिना किसी रिकार्ड या पैमाने के कोई प्रमाण पत्र सरकारी कर्मचारी द्वारा जारी करना संभव नहीं है। ऐसे में दूरी प्रमाण पत्र जारी करने बारे पूर्व की तरह संबंधित पटवारी या लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों को अधिकृत करें।
डेढ किलोमीटर की दूरी के 10 अंक -
मल्टी टास्क वर्कर के घर से स्कूल की दूरी के आधार पर दस नंबर होंगे। इसमें डेढ़ किलोमीटर के दायरे वाले आवेदक को दस नंबर दिए जाएंगे। दो किलोमीटर दायरे पर आठ, तीन किलोमीटर पर छह, चार किलोमीटर पर चार और पांच किलोमीटर की दूरी पर दो नंबर मिलेंगे। इसके अलावा पांचवीं कक्षा पास को पांच नंबर, आठवीं पास को आठ नंबर मिलेंगे। विधवा या पति से अलग रहने वाली महिला को तीन नंबर मिलेंगे। स्कूल को भूमि देने वाले परिवार के सदस्य को तीन नंबर दिए जाएंगे। एससी, एसटी, ओबीसी, बीपीएल कोटे के आवेदक को तीन नंबर मिलेंगे। बेरोजगार परिवार के सदस्य को भी तीन नंबर मिलेंगे। जिस गांव या पंचायत के स्कूल में भर्ती की जानी है, वहां के स्थानीय निवासी को इसमें प्राथमिकता दी जाएगी। साथ लगते गांव में अगर कोई स्कूल नहीं है तो वहां का निवासी भी आवेदन कर सकेगा। भर्ती के लिए स्थानीय स्कूल की ओर से बीईओ को मांग भेजी जाएगी। बीईओ इस मांग को निदेशालय भेजेंगे। निदेशालय से मंजूरी के बाद भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाएगा। इस विज्ञापन को संबंधित स्कूल सहित ग्राम पंचायत के नोटिस बोर्ड पर चस्पा किया जाएगा। भर्ती के लिए स्कूल से घर की दूरी का सर्टिफिकेट लाना होगा। वहीं, स्कूल में जरूरत के हिसाब से इनसे कार्य लिया जाएगा, यानि स्कूल खोलने, बंद करने के अलावा, साफ-सफाई से लेकर चतुर्थ श्रेणी का कार्य भी इनसे लिया जा सकता है। इनको प्रतिमाह 5625 रुपये मानदेय दिया जाना प्रस्तावित है।
क्राईम/एक्सीडेंट
1- हिमाचल के ऐतिहासिक गांव मलाणा मे भयंकर अग्निकांड, 9-10 करोड़ के नुकसान का अनुमान।
हिमाचल प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक मलाणा गांव मे भयंकर अग्निकांड हुआ है। घटना बीती रात की है। गांव में भीषण आग लगने से काष्ठकुणी शैली के 16 मकान इसकी चपेट में आ गए। आग से नौ से दस करोड़ रुपये की संपत्ति राख होने का अनुमान है। 150 लोग आग से प्रभावित हो गए। आग का मंजर ऐसा भयानक था कि देखकर हर किसी के रौंगटे खड़े हो जाए। जब आग पर काबू पाया गया तब तक ग्रामीणों के आशियाने राख के ढेर में बदल चुके थे। कुछ घंटों में कई परिवारों की जीवनभर की पूंजी जल गई। मंगलवार रात एक बजे के बाद जब मलाणा के धाराबेहड़ में आग भड़की तो देखते ही देखते आग ने अन्य मकानों को अपनी चपेट में ले लिया। आग के भयानक रूप धारण करने के बाद गांव में अफरातफरी का माहौल हो गया। लोग आग पर काबू पाने के लिए प्रयास करते रहे, लेकिन लकड़ी के मकान होने के कारण लगातार फैल रही थी। दमकल विभाग को सूचना दी गई। कुल्लू से पुलिस व दमकल की टीमें मौके के लिए रवाना हुईं, लेकिन 60 किलोमीटर का सफर तय करने में टीम को समय लगा। इसके बाद टीम करीब एक घंटे के पैदल रास्ते के सफर को पूरा कर मलाणा पहुंची। स्थानीय लोगों, बचाव दल और दमकल कर्मियों के सहयोग से सुबह तक आग को बुझा लिया गया। बताया जा रहा है कि ग्रामीण
अपने घरों से कुछ नहीं निकाल पाए। ऐसे में लोगों के पास अपनी जान बचाने के लिए सिवाय दूसरा कोई चारा नहीं था। कई घरों से ग्रामीणों ने रात के समय ही मवेशियों को भी निकाला। मलाणावासियों के आशियानों से रातभर आग की लपटें उठती रहीं। जले हुए आशियाने देखकर प्रभावितों की आंखों से आंसू नहीं थम रहे हैं। घटना का जायजा लेने के लिए आज सुबह उपायुक्त आशुतोष गर्ग, पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा सहित अन्य अधिकारी पहुंचे। उन्होंने लोगों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। कई संस्थाओं के लोग भी मलाणा पहुंचे। उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कहा कि टीमों को सूचना मिलने के बाद ही रवाना किया गया था। मलाणा गांव में हुए अग्निकांड के बाद राहत व कार्यों का जायजा लिया गया है। एसपी गुरदेव शर्मा ने कहा कि आग की घटना में 17 मकान और एक दुकान जल गई है। आग की घटना का कारण शार्ट सर्किट होना पाया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
उधर, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने पिछली रात कुल्लू जिला के मलाणा गांव में आग लगने की घटना पर शोक व्यक्त किया है। आग लगने की इस घटना में 16 घर जल गए हैं, जिससे लगभग 150 लोग प्रभावित हुए हैं। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को घटना स्थल का दौरा कर प्रभावित परिवारों को तुरन्त राहत और पुनर्वास उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
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