Sirmour: माॅक ड्रिल- बाढ़ और भू-स्खलन से बचने की कितनी है तैयारी ddnewsportal.com

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Sirmour: बाढ़ और भू-स्खलन से बचने के सिरमौर को बताए तरीके

हुआ मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन, यह मॉक ड्रिल भविष्य में आपदा के समय होगी कारगर सिद्ध: विवेक शर्मा

भविष्य में संभावित बाढ़ और भू-स्खलन के दृष्टिगत आज गुरूवार को सिरमौर जिला के पांच स्थानों पर मेगा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यह मॉक ड्रिल पांवटा साहिब के गांव पुरूवाला बांगरन, पच्छाद के गांव चड़ेच, नाहन के रा.व.म.पा. मोगीनंद, रूचिरा पेपर्स लि. कालाअंब और सिविल अस्पताल पच्छाद में आयोजित की गई। इस मॉक ड्रिल में जिला प्रशासन के अधिकारियों के अलावा प्रमुखता से पुलिस, होमगार्ड, स्वास्थ्य, लोक निर्माण, जल शक्ति, राजस्व, एचआरटीसी, पंचायती राज, खाद्य एवं आपूति, विद्युत, आदि विभागों के अधिकारी शामिल हुए।
डिप्टी इंसिडेंट कमांडर एवं सहायक आयुक्त सिरमौर विवेक शर्मा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के निर्देश पर जिला के पांचो स्थानों पर यह मॉक ड्रिल सफलतापूर्वक आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल के आयोजन का उददेश्य जहां सभी सम्बन्धित विभागों द्वारा आपदा के समय किये जाने वाले बचाव एवं राहत कार्यों की पूर्वाभ्यास के माध्यम से समीक्षा करना था, वहीं आम जन को संभावित आपदा के प्रति जागरूक और शिक्षित करना भी था ताकि वास्तविक आपदा के समय बचाव और राहत कार्यों को सही प्रकार से अंजाम दिया जा सके।
उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल पूर्वाभ्यास के दौरान बचाव एवं राहत कार्यों में जो भी विषय अनुभव और दिक्कतें के रूप में सामने आयें हैं उन पर जिला स्तर पर विचार विमर्श के उपरांत राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण को प्रेषित किया जायेगा ताकि भविष्य में जब कभी वास्तविक आपदा आये तो सभी विभाग मिलकर इससे सही प्रकार से निपट सकें ताकि जान और माल का कम से कम नुकसान  हो।  


उन्होंने बताया कि इस मेगा मॉक ड्रिल में बाढ, भू स्खलन, आगजनी आदि से प्रतीकात्मक नुकसान के दृष्टिगत बचाव व राहत कार्यों का मॉक अभ्यास किया गया। पांवटा साहिब के गांव पुरूवाला में जटौन बांध टूटने के कारण आई बाढ़ की स्थिति में लोगों के बचाव व राहत कार्य, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मोगीनंद में बाढ़ और भू-स्खलन की स्थिति में छात्रों को सुरक्षित निकालना तथा राहत एवं बचाव कार्य, रूचिरा पेपर्स लि. कालाआम में बाढ और भूस्खलन के कारण कैमिकल रिसाव के दृष्टिगत उद्योग के श्रमिकों बचाव राहत तथा सिविल अस्पताल सरांहा में आपदा की स्थिति में अधिक संख्या में घायलों के पहुंचने पर फर्स्ट ऐड एवं स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने, पच्छाद के गांव चड़ेच में बाढ़ और भू-स्खलन के कारण आई आपदा में राहत एवं बचाव कार्य का अभ्यास किया गया।
विवेक शर्मा ने बताया कि मॉक ड्रिल में पांचो स्थानों पर नियुक्त आर्ब्जवर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे जिसे राज्य आदपा प्रबन्धन प्राधिकरण को भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल की मानिटरिंग करने के लिए मोगीनंद में उप पुलिस अधीक्षक डा. प्रतिभा चौहान, कालाअंब में उप पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह, पुरूवाला में पुलिस इंस्पेक्टर सुरेश चौहान,  सिविल अस्पताल पच्छाद में पुलिस इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार  और पच्छाद के गांव चडे़च में सब इंस्पेक्टर पुलिस जगजीत सिंह को आर्ब्जवर नियुक्त किया गया था।


नाहन उप मंडल के तहत मोगीनंद और कालाआंब में रिस्पांसिव आफिसर एवं एसडीएम नाहन रजनेश कुमार, पांवटा साहिब के पुरूवाला में रिस्पांसिव आफिसर एवं एसडीएम गुंजीत चीमा तथा पच्छाद में रिस्पांसिव आफिसर एवं एसडीएम डा. संजीव कुमार धीमान की देखरेख में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
इस मेगा मॉक ड्रिल में राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, शिमला और सिरमौर जिला आपदा प्रबन्धन अथॉरिटी के अधिकारी वीडियों कांफ्रेस के माध्यम नियंत्रण कक्ष तथा फील्ड स्तर पर आपदा स्थल से सीधे जुड़े रहे।
जिला मुख्यालय नाहन में स्थापित जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष में मॉक ड्रिल की मॉनिटरिंग के लिए मुख्य रूप से डिप्टी इंसिडेंट कमांडर एवं सहायक आयुक्त सिरमौर विवेक शर्मा, जिला राजस्व अधिकारी चेतन चौहान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सोम दत्त, कमांडेंट होम गार्ड टी.आर. शर्मा, परियोजना अधिकारी जिला ग्रामीण विकास अभिकरण अभिषेक मित्तल, जिला आर्ब्जवर एवं सहायक पुलिस अधीक्षक आईआरबी कोलर बद्री सिंह, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग अरविंद शर्मा, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण वी.के. अग्रवाल, जिला योजना अधिकारी संजय परमार, कार्यकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. निसार अहमद जिला आपदा प्रबन्धन के प्रभारी राजन शर्मा, अरविंद कुमार के अलावा अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।