Paonta Sahib: बनौर पंचायत के खतवाड़ में भूस्खलन की चपेट में गोशाला-खेती ddnewsportal.com
Paonta Sahib: बनौर पंचायत में भूस्खलन की चपेट में गोशाला-खेती
पंचायत के उपगांव खतवाड़ में बारिश का कहर, अब रिहायशी मकानों को भी खतरा, पांच परिवार स्कूल भवन में शिफ्ट
हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में भी बरसात गहरे जख्म दे रही है। जगह-जगह से भारी नुकसान की खबरें आ रही है। अब पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र के गिरिपार क्षेत्र की बनौर पंचायत के ग्राम खतवाड़ में पांच परिवारों पर भूस्खलन से खतरा मंडरा रहा है। लगातार भूस्खलन से अब तक उपजाऊ खेत, मक्की, अदरक, हल्दी, राजमा समेत नकदी फसलें, दो गोशाला, घासनियां चपेट में आ चुकी हैं। साथ ही रिहायशी घरों और आंगन में भी दरारें आ चुकी हैं, इसके चलते अब ग्रामीणों की रात की नींदें गायब हो चुकी हैं। सूचना के बाद तहसीलदार ने शिवा रुदाना पंचायत के पटवारी को मौके पर जाकर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं। स्थानीय पंचायत प्रधान को तुरंत मौके पर पहुंच कर इन परिवारों को सुरक्षित स्थल पर पहुंचाने की व्यवस्था करने को कहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक बनौर पंचायत के उपगांव खतवाड़ में बारिश के बाद अंदरेड़ साती खड्ड से लगातार भूस्खलन हो रहा है। इसके चलते अब तक रामभज चौहान के दो उपजाऊ खेत, अदरक, मक्की, राजमा, हल्दी समेत गोशाला और तीन घासनियां भूस्खलन की चपेट में आ चुकी हैं। अब इनके दो मंजिला घर में भी दरारें आनी शुरू हो गई हैं जिसके चलते खौफजदा परिवार ने पड़ोसी के घर में रात गुजारी है। वहीं, साथ लगते परिवार में गुरदत्त चौहान का शमयाड़ी में एक खेत, सोहन सिंह की गोशाला व खेत
और कल्याण सिंह की खेत भूस्खलन से नष्ट हो चुका है। अब घरों में दरारें आने से परिवारों को बेघर होने का खतरा पैदा हो गया है। ग्राम पंचायत बनौर के प्रधान कंठी राम ने बताया कि प्रभावित 5 परिवारों को फिलहाल साथ लगते प्राथमिक पाठशाला शिढ़ी
खतवाड़ भवन में स्थानांतरित करने की व्यवस्था की जा रही है। इन परिवारों से कुछ दूरी पर पांच अन्य परिवार भी हैं। यदि भूस्खलन जारी रहा तो ख़तरा वहां तक पंहुच सकता है।