भारत में सामने आई भविष्य की शानदार कार ddnewsportal.com
भारत में सामने आई भविष्य की शानदार कार
पैट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के बीच ग्राहकों को जल्द मिलेगा विकल्प, जानें एवरेज और खासियत, ये केंद्रीय मंत्री पंहुचे पहली कार लेकर संसद...
आॅटो मोबाइल बाजार में हिंदुस्तान एक नई क्रांति लाने वाला है। देश में हाइड्रोजन कार सामने आई है। इसकी पहली झलक देश के परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने उस समय दिखाई जब इस कार में बैठकर वह संसद पंहुचे। ऐसे में जब देश में पेट्रोल और डीजल के रेट (Petrol Diesel Rate) लगातार बढ़ रहे हैं। कुछ शहरों में पेट्रोल की कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर के पार हैं, तो लोगों को जल्दी बड़ा विकल्प मिल सकता है। जानकारी के मुताबिक देश में हाइड्रोजन कार (Hydrogen Car) सामने आ गई है। दो
दिन पूर्व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इस हाइड्रोजन कार पर सवार होकर संसद पहुंचे। नितिन गडकरी ने इस दौरान कहा कि आत्मनिर्भर बनने की दिशा में हमने ग्रीन हाइड्रोजन को प्रस्तुत किया है। यह कार पायलट प्रोजेक्ट है। अब ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन देश में किया जाएगा। इससे रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। सरकार ने इसके लिए 3000 करोड़ रुपये का मिशन तय किया है। जल्द ही भारत ग्रीन हाइड्रोजन का निर्यात भी करेगा। जहां भी कोयला इस्तेमाल हो रहा है, वहां ग्रीन हाइड्रोजन इस्तेमाल होगी।
टंकी फुल में चलेगी 650 किलोमीटर-
इस कार की खासियत यह है कि एक बार टंकी फुल कराने के बाद यह हाइड्रोजन कार लगभग 650 किलोमीटर चलेगी। 2 रुपये प्रति किलोमीटर का खर्च इस हाइड्रोजन कार से सफर में आएगा। सिर्फ 5 मिनट में इसमें फ्यूल भरा जा सकता है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी जब हाइड्रोजन कार से संसद भवन पहुंचे तो लोगों के लिए एक नया अनुभव था। संसद भवन के कर्मचारी इस कार को कौतूहल से देख रहे थे जबकि सांसदों ने इस कार की
तारीफ की। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इस कार को नितिन गडकरी के साथ देखा तो वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस कार के बारे में पूछे जाने पर मुस्कराए। जबकि एक सांसद जो संसदीय कमेटी पेट्रोलियम के सदस्य भी हैं, उनका कहना था कि वह खुद केमिकल इंजीनियर हैं और यह भविष्य की कार है। केंद्रीय मंत्री जब इस तरीके की कार से आए हैं तो लोगों का मनोबल जरूर बढ़ेगा। वैकल्पिक ईंधन की ओर लोग प्रोत्साहित होंगे हाइड्रोजन कार भविष्य है।
गोर हो कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी इसका जिक्र किया है और आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में यह बड़ा कदम है। हाइड्रोजन तीन प्रकार के होते हैं, यह ग्रीन हाइड्रोजन है और इसकी कीमत दो रुपये प्रति किलोमीटर आएगी। इसका जापानी नाम मेराई है। जल्दी यह गाड़ी भारत में आएगी और इसके फिलिंग स्टेशन भारत में लगाए जाएंगे।