वाह- हाटी कर्नल का लाल अमेरिकन कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर ddnewsportal.com

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फोटो: अपने माता पिता के साथ गिरिपार क्षेत्र का युवा इंजीनियर ऋषभ चौहान।

वाह! हाटी कर्नल का लाल अमेरिकन कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर 

साढ़े 15 लाख रुपए के वार्षिक पैकेज पर हैदराबाद में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर और डाटा विश्लेषक सेवाएं देगा ऋषभ, गिरिपार क्षेत्र में खुशी का माहौल 

हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के गिरिपार क्षेत्र के हाटी के लाल कर्नल नरेश चौहान के बेटे का चयन अमेरिकन कंपनी में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर हुआ है। जिससे इलाके में खुशी का माहौल है। 
कफोटा नागरिक उपमंडल के मस्तभोज इलाके के माशू निवासी ऋषभ चौहान अमेरिकी बेसड मल्टी नेशनल कंपनी प्रोविडेंस में सेवाएं देंगे। ऋषभ जिले के एकमात्र युवा हैं, जिनका चयन बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर और डाटा विश्लेषक के तौर पर हुआ है। वह कंपनी में 15.50 लाख का वार्षिक पैकेज पर कार्य करेंगे। ऋषभ नए साल में आठ जनवरी 2023 को हैदराबाद में ज्वाइन करेंगे। 


जानकारी के मुताबिक गिरिपार के गांव माशु के ऋषभ चौहान मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग कर रहे थे। उन्होंने अपना प्रोजेक्ट मणिपाल कैंपस उडुपी, कर्नाटक से किया है। दिसंबर में कैंपस इंटरव्यू के दौरान उन्हें सॉफ्टवेयर इंजीनियर और साइबर डाटा विश्लेषक के तौर पर अमेरिकी कंपनी ने लाखों के वार्षिक पैकेज पर चुना। ऋषभ का कहना है कि वह एक उद्यमी बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अच्छी रैंकिंग के चलते उन्हें मणिपाल संस्थान में 30 फीसदी

छात्रवृत्ति पर प्रवेश मिला था। कंप्यूटर साइंस के क्षेत्र में आगे बढ़ाना चाहते हैं। इसलिए मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी को चुना जो भारत का ए ग्रेड इंजीनियरिंग संस्थान है। 
गोर हो कि ऋषभ चौहान के दादा कल्याण सिंह चौहान क्षेत्र के प्रसिद्ध समाजसेवक और राजनीतिज्ञ थे। पिता नरेश चौहान भारतीय सेना में कर्नल के पद पर सेवारत हैं, जबकि मां गृहिणी हैं।
उधर, ऋषभ के चयन पर केंद्रीय हाटी समिति ने भी खुशी जाहिर की है। समिति के अध्यक्ष डॉ. अमीचंद कमल और महासचिव कुंदन सिंह शास्त्री ने बताया कि गिरिपार के छोटे से गांव व साधारण परिवार में जन्में ऋषभ आज लाखों युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं।