Himachal News: हड़कंप- दफ्तर के बाबू भी अब जायेंगे फील्ड में ddnewsportal.com
Himachal News: हड़कंप- दफ्तर के बाबू भी अब जायेंगे फील्ड में
बोर्ड प्रबंधन ने लिया कड़ा संज्ञान, सात दिनों के भीतर फील्ड में जाने के निर्देश
हिमाचल प्रदेश में दफ्तरों में बाबू बनकर तन्खवा ले रहे कर्मचारियों की बाबूगिरी खत्म होने वाली है। राज्य बिजली बोर्ड के दफ्तरों में बाबू बन कर मौज कर रहे तकनीकी कर्मचारी जल्द ही फील्ड में नजर आएंगे। प्रदेश में तकनीकी स्टाफ की कमी पर बोर्ड प्रबंधन ने कड़ा संज्ञान लेते हुए इन कर्मचारियों को सात दिनों के भीतर फील्ड में जाने के निर्देश जारी किए हैं।
जानकारी के मुताबिक बीते कई वर्षों से सैकड़ों तकनीकी कर्मचारी दफ्तरों में लिपिक कार्यों में जुटे हैं। सात दिन में इन कर्मचारियों को रिलीव नहीं करने वाले अफसरों को बोर्ड प्रबंधन ने कार्रवाई के प्रति चेताया है। सभी अधीक्षण और अधिशासी अभियंताओं को सोमवार को इस बाबत पत्र जारी कर दिए गए हैं।
दरअसल, राज्य बिजली बोर्ड में तकनीकी कर्मचारियों की फील्ड में भारी कमी चल रही है। स्टाफ की कमी के चलते फील्ड में लगातार कर्मचारियों के साथ हादसे हो रहे हैं। पिछले कुछ अरसे से बिजली लाइन पर अकेले काम करते हुए कई तकनीकी कर्मचारियों की मौत भी हो चुकी है। हर बार हादसे होने के बाद नींद से जागते हुए बोर्ड प्रबंधन की ओर से दफ्तरों में कार्यरत तकनीकी स्टाफ को फील्ड में भेजने के दावे किए जाते हैं लेकिन, धरातल पर यह दावे हवा ही साबित होते रहे हैं। अब बोर्ड प्रबंधन ने इस बाबत सख्ती
बरतते हुए सभी उच्च अधिकारियों को पत्र जारी करते हुए दफ्तरों में लिपिक कार्य कर रहे तकनीकी कर्मचारियों को फील्ड में भेजने को कहा है। तकनीकी स्टाफ को रिलीव करने वाले अधिकारियों को कार्रवाई के प्रति भी चेताया गया है। जो अधिकारी तकनीकी स्टाफ को फील्ड में नहीं भेजेंगे, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। जिन तकनीकी कर्मियों के मामले कोर्ट में विचाराधीन है, उन्हें अभी फील्ड में नहीं भेजा जाएगा।
उधर, तकनीकी कर्मचारी संघ ने बोर्ड प्रबंधन के इस फैसले का स्वागत किया है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण कपटा और महामंत्री नेक राम ठाकुर ने कहा कि बीते लंबे समय से प्रबंधन के समक्ष इस मांग को उठाया जा रहा था। अब बोर्ड ने सही डिसिजन लिया है।