कान्हां की बांसुरियां राधा रानी ले गई ddnewsportal.com
कान्हां की बांसुरियां राधा रानी ले गई
शिलाई मे एकल अभियान के तहत एकल विद्यालय वार्षिक उत्सव का भव्य आयोजन, बच्चों ने बेहतरीन प्रस्तुतियां देकर मोहा मन
शिलाई: एकल अभियान श्री हरि कथा योजना के अंतर्गत एकल विद्यालय शिलाई में वार्षिक उत्सव का आयोजन धूमधाम से मनाया गया। वार्षिक उत्सव में स्थानीय पंचायत सचिव गोपाल मिंटा ने बतौर मुख्यअतिथि शिरकत की। मुख्यअतिथि के साथ शमशेर ठाकुर व बन्सी चौहान मुख्य तौर पर
उपस्थित रहे। मुख्यअतिथि द्वारा सरस्वती माता की प्रतिमा के सामने दीप्रज्वल्लित कर वार्षिक उत्सव का आगाज किया। मंच संचालक नारदा ठाकुर ने मुख्यअतिथि सहित पंडाल में बैठे लोगों को एकल समिति के उद्देश्य, नीति व कार्यकारणी की रूपरेखा से अवगत करवाने के बाद आयोजन को आगे बढ़ाया। कार्यक्रम की पहली प्रस्तुति वंशिका व सखियों ने "पुलवामा में वीरों ने जो जान देश पर वारी है, दुश्मन की औकात नही यह अपनो की गद्दारी है" गाने पर दी तो पंडाल में बैठे लोगों की आँखें नम हो गई। कनक व सखियों ने "जीना है तो पापा शराब मत पीना" गाने पर मनमोहक प्रस्तुति पेश
कर शराब से दूर रहने की सीख दी। झांकी निकालते हुए आकांक्षा व सखियों ने "ले गई ओ कान्हां की बांसुरियां राधा रानी ले गई ओ" निकालते ही पूरा पंडाल भक्तिमय हो गया। ततपश्चात काजल वर्मा ने "राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा" भजन पर राधा रानी के ह्रदय की वेदना पर नृत्य प्रस्तुत किया। "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम पर आकृति व सखियों ने नाटक मंचन किया तथा सारे जहां में बेटियाँ किसी से कम नही है का संदेश दिया। गुंजन धीमान ने "बावन गज का दामन" पर सुंदर नृत्य प्रतुत किया। ततपश्चात पहाड़ी नाटी में आरुषि व सखियों ने जैसे ही अपनी प्रस्तुति "ऊबा उतरे पीरा साइयां" पहाड़ी गाने से शुरू की तो पंडाल में बैठे लोगों के पाँव थिरकने लगे तथा पूरा पंड़ाल पहाड़ी धुनों पर थिरकने लगा। वार्षिक उत्सव के दौरान देरशाम तक नाच, गाने के दौर चलता रहा। मुख्य अतिथि गोपाल मिंटा ने अपने सम्बोधन में बताया कि एकल विद्यालय ग्रामीण क्षेत्रों में पंचमुखी शिक्षा
प्रदान कर रहे है। अंग्रेजी भाषा की दौड़ में बच्चों के अंदर शिष्टाचार के लिए पंचमुखी शिक्षा का होना अन्यन्त जरूरी है। इसलिए सभी लोग अपने बच्चों को एकल विद्यालय जरूर भेजें ताकि हिंदुत्व के सपने को साकार किया जा सकें। नन्हे बच्चों ने जिस तरह अपनी प्रस्तुतियां पेश है वह प्रशंसनीय है। गोपाल मिंटा ने बच्चों को एक समय का भोजन करवाने के लिए आयोजक समिति को 51 सौ रुपये ऐच्छिक निधि से दिए। इस अवसर पर बच्चों से एकल विद्यालय में मिल रही पंचमुखी शिक्षा पर बातचीत करके बच्चों का उत्साह बढ़ाया। वार्षिक उत्सव के दौरान एकल समिति अंचल अध्यक्ष जगत सिंह तोमर, अंचल अभियान प्रमुख नारदा ठाकुर, बबली, मनीषा, संजू राणा, सुदेश, संच अध्यक्ष भगवंत नेगी, एकल विद्यालय आचार्य रंजू, ऊंमा देवी, स्थानीय महिलाएं, बच्चें व ग्रामीण उपस्थित रहे।