गोल्ड मेडल जीत सैनिक नीरज चौपड़ा ने बढ़ाया देश का मान- ddnewsportal.com
गोल्ड मेडल जीत सैनिक नीरज चौपड़ा ने बढ़ाया देश का मान
भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा-शिलाई ने दी बधाई, कहा हमको है अपने सैनिक और खिलाड़ी पर गर्व।
भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब-शिलाई क्षेत्र ने टोक्यो ओलंपिक में सूबेदार नीरज चोपड़ा के स्वर्ण पदक जीतने पर पूरे देशवासियों को शुभकामनाएं व बधाई दी। साथ ही बताया कि 2021 टोक्यो ओलंपिक भारत के लिए संघर्ष और चुनौतीपूर्ण रहा। जहां एक तरफ भारत की झोली में मेडल आना शुरू हुए फिर भी भारत स्वर्ण पदक के लिए संघर्ष करता दिखा तभी एकाएक सेना के जांबाज सिपाही नीरज चोपड़ा ने भारतीय सेना की शौर्य गाधा को दोहराते हुए अपने भाले का अचूक निशाना सीधे स्वर्ण पदक पर दे
मारा। भारतीय सेना के सुबेदार नीरज चोपड़ा, जो अब किसी परिचय के मोहताज नही है। गोल्ड मैडल जेवलिन थ्रो टोक्यो ओलंपिक 2021 जीतकर उन्होंने स्वर्ण पदक का सूखा खत्म कर दिया। आपको बताते चलें कि 11 साल की उम्र में इनका वजन 80 किलो था उम्र बढ़ने के साथ-साथ उन्होंने अपना वजन कम किया और खेल को अपना कैरियर चुना। देश और सेना के लिए दिल में जुनून लिए नीरज चोपड़ा खिलाड़ी के साथ साथ राजपूताना राइफल्स के वीर सैनिक बन गए। जिस हाथ से भाला फेंकते हैं वह एक बार टूट चूका है। फिर भी चोट से रिकवर करके पहले कॉमनवेल्थ, एशियाड में गोल्ड जीता और अब मात्र 23 साल की उम्र में अपने पहले ही ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीत लाये। संगठन के सचिव नरेंद्र ठुंडू ने प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि इसे कहते है रियल हीरो, जाबांज सेनिक, फाइटर, इंस्पायरिंग स्टोरी, हैण्डसम लुक्स, मस्कुलर रिप्ड बॉडी, जोरदार हेयर स्टाइल और चेहरे से टपकती एकाग्रता। हो भी क्यों ना, दुनिया के सबसे बड़े भाला फेंक जो हैं। ऐसे हैं हमारे स्वर्ण पदक विजेता व वीर सैनिक नीरज चोपड़ा। भूतपूर्व सैनिक संगठन ने याद दिलाया कि हिंदुस्तान योद्धाओं का देश रहा है। धनुर्धर, तलवारबाज, भाले फेंकने वाले, हर ओर पाए जाते थे। लेकिन आज हमारे खिलाड़ी विदेशों में ट्रेनिंग कर ये कलाएं सीख रहे हैं। वास्तव में ये हमारी प्राथमिकताओं के गलत चयन का प्रमाण है। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि अगर नीरज ये सब कर सकते हैं तो आपके बच्चे भी कर सकते हैं। खेल को एक प्रोफेशन और गंभीर कैरियर बनाईये। बच्चों की क्षमता पहचान कर उन्हें उचित खेलों में डालें। आज एक सोना मिला है कल सौ हीरे मिलेंगे। संगठन के पदाधिकारियों ने जोर देकर कहा कि मीडिया तथा मार्केटिंग के लोगों को सभी देशवासियों को यह दिखाना चाहिए कि असली हीरो कौन है। पहचानना सीखो, ताकि देश भी जाने की विजेता कैसे होते हैं।
सेना तथा देश को सूबेदार नीरज चोपड़ा पर गर्व है क्योंकि आज धरती पर 7 अरब मनुष्यों में ऐसा कोई नहीं है जो उस फाइबर ग्लास और धातु के बने भाले को सूबेदार नीरज चोपड़ा से ज्यादा दूर तक फेंक सकें। यह भारतीयों के
लिए गौरव का क्षण है। आज के युवाओं को ऐसी प्रतिभाओं से सीखने की जरूरत है। संगठन ने सूबेदार नीरज चोपड़ा, मीराबाई चानू, रवी दहिया, पीवी सिंधु, बजरंग पूनिया, लोबनीना व भारतीय पुरुष हॉकी टीम को बधाई व शुभकामनाएं दी जिन्होंने दुनिया में हिंदुस्तान का मान बढ़ाया। संगठन में स्वर्ण पदक विजेता सूबेदार नीरज चोपड़ा को देश और हरियाणा सरकार द्वारा पुरस्कारों व प्रोत्साहन की घोषणा करने के लिए उनका धन्यवाद किया। इस जश्न के मौके पर भूतपूर्व संगठन पांवटा-शिलाई की तरफ से कोर कमेटी से एस पी खेड़ा, सोम दत अत्रि, हरदेश कुमार बत्रा, करनैल सिंह, जीवन सिंह, अध्यक्ष विरेन्द्र सिंह चौहान, उपाध्यक्ष दर्शन सिंह, सचिव नरेन्द्र सिंह ठुंडू, सह-सचिव मोहन सिंह चौहान, कोषाध्यक्ष तरुण गुरुगं, सह-कोषाध्यक्ष तिलक राज, सोशल मीडिया प्रभारी स्वर्ण जीत सिंह, दिनेश कुमार, सुखविंद्र सिंह व संगठन के अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।